जिंदगी को उसके ही सवालों में उलझा दिया दिव्या जी, बहुत गहराई है आपकी लेखनी में और शायद हर व्यक्ति के मन मस्तिष्क में ऐसे लाखो सवाल है परन्तु पूछने की हिम्मत आपने ही दिखाई.... शानदार प्रस्तुति 👏 👏 👏 👏
जिंदगी से सवाल जिंदगी से ढेरों शिकायतें शायद सभी को होंगे.. यह जिंदगी बहुत दौड़ती है 👍इनको शब्दों में प्रस्तुत करके आपने सबके दिल की बात कही है बेहद ही सुंदर भाव में 💯 💯 💯 💯 💯 💯 💯 💯 💯 💯
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