RAVINANDAN Tiwari

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जो समझा वही तो सरोकारी बदले की बला तो है बिमारी, प्रतिक्रिया का सदा आभारी, नहीं मैं कोई भीम गदाधारी, नहीं कोई सुदर्शन चक्रधारी, नहीं कोई शिव सम त्रिपुरारी, नहीं कोई भगत सिंह क्रांतिकारी, जब देश आन की बात ठहरी, हो जाऊँ उसी पर बलिहारी ! 🌼🙏🌼

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Unsplash कतर ब्योंत बारीकियों में अब मन नहीं लगता, अस्त-व्यस्त सारे एक भी सुखन नहीं लगता ! कि सरपरस्त न रहे हमको सँवारने वाले.... अब तो कमीज का टूटा बटन भी नहीं लगता !!:) #हल्के_कलम ©RAVINANDAN Tiwari

#हल्के_कलम #शायरी #snow  Unsplash कतर ब्योंत बारीकियों में अब मन नहीं लगता,
अस्त-व्यस्त सारे एक भी सुखन नहीं लगता !
कि सरपरस्त न रहे हमको सँवारने वाले....
अब तो कमीज का टूटा बटन भी नहीं लगता !!:)
#हल्के_कलम

©RAVINANDAN Tiwari

White तरब ताजगी तश्त में मिलते नहीं, ऐब आवारगी अदत, मिलते नहीं! जिस्म जवानी में खिलते सही,पर दरगुजर दामन के दाग धुलते नहीं !! ©RAVINANDAN Tiwari

#विचार #sad_quotes  White तरब ताजगी तश्त में मिलते नहीं,
ऐब आवारगी अदत, मिलते नहीं!
जिस्म जवानी में खिलते सही,पर
दरगुजर दामन के दाग धुलते नहीं !!

©RAVINANDAN Tiwari

#sad_quotes

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White तिलिस्म तैरते तर प्रीतिकर , भष्म करते वो भयभीत कर! छल-छद्म छलके न छिछोरे के, अधम करे जो आश्रित बनकर!! ©RAVINANDAN Tiwari

#हल्के_कलम #विचार #sad_quotes  White तिलिस्म तैरते तर प्रीतिकर ,
भष्म करते वो भयभीत कर!
छल-छद्म छलके न छिछोरे के,
अधम करे जो आश्रित बनकर!!

©RAVINANDAN Tiwari

White पढ़िए! पर परप्रीतम का पैगाम नहीं पढ़ते हैं , निज की लड़ाई यकमुश्त नहीं लड़ते हैं ! कि बदलिए आबोहवा ! ख्वास्त भी निखरते हैं... देखिए! जफ़र,दवा दुरूस्त कभी नही करते हैं!!:) ©RAVINANDAN Tiwari

#कच्ची_सड़क #शायरी #love_shayari  White पढ़िए!  पर परप्रीतम का पैगाम नहीं पढ़ते हैं ,
निज की लड़ाई यकमुश्त नहीं लड़ते हैं !
कि बदलिए आबोहवा ! ख्वास्त भी निखरते  हैं...
देखिए!  जफ़र,दवा दुरूस्त कभी नही करते हैं!!:)

©RAVINANDAN Tiwari
#हल्के_कलम #विचार #sad_shayari  White अमल अघोरी को आकर्षग मना है,
कोरी कलत्र न किसकी कामना है? 
   कि कलम कोसती कायर को.......
कमज़ोरी तो आवेश में आना है !!:)

©RAVINANDAN Tiwari
#कच्ची_सड़क #विचार #life_quotes  White आज भी आजीविका आमजन की आमदनी का अस्तर है,
बदचलन बदसुरत का भी बाजार में सजता बिस्तर है !
कि स्नेह सस्ते मे नहीं मिलता सरेआम रे सजन.....
काज़ भी भी न कुंजिका न कली का हमबिस्तर है!!.:)

©RAVINANDAN Tiwari
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