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श्रीकाशीविश्वनाथ विजयतेतराम😊😊
Saurav life
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White जो अपने है, उनका साथ अच्छा है। बाकियों के साथ एक कप चाय का ख्याल अच्छा है। ©Saurav life
17 Love
White ग्लास में पानी भी अब शराब नजर आता है; चांद दूर ही सही शबाब नजर आता है।। कहने को वसन्त भी अपना था ? अकेले में रंगत भी वीरान नजर आता है।। ©Saurav life
21 Love
White छोड़ दिया मैंने अब टूटे हुए जज्बातों को; जहां कश्ती तो थी, पर पतवार न था।। कश्ती टूट गई; हौसला भी रूठ गया; बूझ गई उम्मीदें खुद को दिलासा दिलाने में; हर बार कसूर पतवार का भी तो नहीं होता।। ©Saurav life
19 Love
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