Dr Archana

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a-person-standing-on-a-beach-at-sunset न जी भर के देखा, न कुछ बात की। बङी आरजू थी मुलाकात की। उजालों की परियां नहाने लगीं, नदी गुनगुनायी खयालात की। मैं चुप था तो चलती हवा रुक गयी, जबाँ सब समझते हैं जज़्बात की। बशीर बद्र ©Dr Archana

#कविता #SunSet  a-person-standing-on-a-beach-at-sunset न जी भर के देखा,  न कुछ बात की।
बङी आरजू थी मुलाकात की।
उजालों की परियां नहाने लगीं, 
नदी गुनगुनायी खयालात की।
मैं चुप था तो चलती हवा रुक गयी,
जबाँ सब समझते हैं जज़्बात की। 
            बशीर बद्र

©Dr Archana

#SunSet

17 Love

White तमन्ना नहीं कि मैं तुम्हारे दिल में रहूँ, मैं तो बसना चाहती हूँ तुम्हारे ख्यालों में। ताकि मौजूद रह सकूँ तुम्हारे साथ हर पल।माना कि तुम मेरे वो तसव्वुर हो, जिसकी ताबीर मुमकिन नहीँ। फ़क़त आरजू इतनी है कि तेरी रूह से मेरी रूह का राब्ता हो जाए। ( आशिमा ) ©Dr Archana

#कविता #sad_qoute  White तमन्ना नहीं कि मैं तुम्हारे दिल में रहूँ,
मैं तो बसना चाहती हूँ तुम्हारे ख्यालों में।
ताकि मौजूद रह सकूँ तुम्हारे साथ हर पल।माना कि तुम मेरे वो तसव्वुर हो,
जिसकी ताबीर मुमकिन नहीँ।
फ़क़त आरजू  इतनी है 
कि तेरी रूह से मेरी रूह का
राब्ता हो जाए।
                            ( आशिमा )

©Dr Archana

#sad_qoute

15 Love

White तमन्ना है कि तुझ पर हक जतायूँ , पर सोचती हूँ कि, किस हक से हक जतायूँ। चाहती हूँ कि तुम पढ सको मेरे खामोश लफ्ज़ो को और महसूस करो मेरे मौन को। ढूँढती हैं अब ये निगाहें महफिल में भी तुम्हारे ही चेहरे को। बेख्याली में भी जिसका ख्याल हो वो तसव्वुर हो तुम। (आशिमा) ©Dr Archana

#कविता #Sad_Status  White तमन्ना है कि तुझ पर हक जतायूँ ,
पर सोचती हूँ कि, किस हक से हक जतायूँ।
चाहती हूँ कि तुम  पढ सको मेरे खामोश लफ्ज़ो को और महसूस करो मेरे मौन को।
ढूँढती हैं अब ये निगाहें 
महफिल में भी तुम्हारे ही चेहरे को।
बेख्याली में भी जिसका ख्याल हो 
वो तसव्वुर हो तुम।
                        (आशिमा)

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#Sad_Status

11 Love

White आओ कुछ पल बैठ कर गुफ़्तगू कर लें। कुछ गिले तुम कर लेना,कुछ शिकवे मैं कर लूंगी कुछ सच मैं बोल दूँ, कुछ झूठ तुम बोल देना । आओ बैठ कर बाँटते हैं ग़म अपने। कुछ दर्द तुम साझा कर लेना, कुछ ज़ख़्मों को मैं कुरेद लूँगी। कभी मरहम तुम लगा देना, कभी अहसास मैं जगा दूँगी। छँट जाने देते हैं आज गलतफहमियों के अब्रों को। टूट जाने देते हैं इन खङी दीवारों को। बह जाने देते हैं आँखो से दरिया को। मुंतज़िर हूँ मैं तुम्हारे लिए आज भी। कुछ तो हौंसला कर लो तुम भी। (आशिमा) ©Dr Archana

#कविता #love_shayari  White आओ कुछ पल बैठ कर गुफ़्तगू कर लें।
कुछ गिले तुम कर लेना,कुछ शिकवे मैं कर लूंगी
कुछ सच मैं बोल दूँ, कुछ झूठ तुम बोल देना ।
आओ बैठ कर बाँटते हैं ग़म अपने।
कुछ दर्द तुम साझा कर लेना,
कुछ ज़ख़्मों को मैं कुरेद लूँगी।
कभी मरहम तुम लगा देना,
कभी अहसास मैं जगा दूँगी।
 छँट जाने देते हैं आज गलतफहमियों के अब्रों को।
टूट जाने देते हैं इन खङी दीवारों को।
बह जाने देते हैं आँखो से दरिया को।
मुंतज़िर हूँ मैं तुम्हारे लिए आज भी।
कुछ तो हौंसला कर लो तुम भी।
          (आशिमा)

©Dr Archana

#love_shayari

14 Love

White अच्छा लगता है जब तुम मुझे, मेरे होने का अहसास करवाते हो। और मुझसे मेरी मुलाकात करवाते हो। भूल जाती हूँ जब-जब मैं खुद को, और धुंधलाने लगता है वज़ूद मेरा तब -तब तुम मुझसे मेरा तारुफ करवाते हो। खो जाती हूँ जब जिन्दगी की मसरूफियत में तब तुम चुपके से वहाँ से खींच लाते हो। अच्छा लगता है जब तुम मेरे गढे हुए शब्दों की रूह को छू पाते हो और उसमें छिपे हुए अहसास को महसूस कर पाते हो तब लफ्ज़ो की खूबसूरती को तुम और निखार जाते हो। अच्छा है जो इस कराबत का नाम नहीं तमाम कराबतों को देखा है गुमनाम होते हुए। (आशिमा) ©Dr Archana

#कविता #sad_dp  White अच्छा लगता है जब तुम मुझे,
 मेरे होने का अहसास करवाते हो।
और मुझसे मेरी मुलाकात करवाते हो।
भूल जाती हूँ जब-जब मैं खुद को,
और धुंधलाने लगता है वज़ूद मेरा
तब -तब तुम मुझसे मेरा तारुफ करवाते हो।
खो जाती हूँ जब जिन्दगी की मसरूफियत में
तब तुम चुपके से वहाँ से खींच लाते हो।
अच्छा लगता है जब तुम मेरे गढे हुए 
शब्दों की रूह को छू पाते हो 
और उसमें छिपे हुए अहसास को 
महसूस कर पाते हो तब लफ्ज़ो की खूबसूरती
को तुम और निखार जाते हो।
अच्छा है जो इस कराबत का नाम नहीं 
तमाम कराबतों को देखा है गुमनाम होते हुए।
                   (आशिमा)

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#sad_dp

15 Love

White तुम कहते हो, डूबना चाहते हो मेरी ऑंखों में, महकना चाहते हो मेरी सांसों में खुशबू की तरह। रहना चाहते हो मेरे दिल में धङकनों की तरह। पर भूल जाते हो तुम, कि मेरी ऑंखों में जो तस्वीर बसती है, और दिल में जो नाम धङकता है वो तुम्हारा ही है। मेरी नज्मों के लफ्जों में, सांसों की लय में, धङकनों की रवानी में, मेरे ख़्वाबों और ख्यालों में तुम ही तो बसते हो। (आशिमा) ©Dr Archana

#कविता #good_night  White तुम कहते हो, डूबना चाहते हो मेरी ऑंखों में,
महकना चाहते हो मेरी सांसों में खुशबू की तरह।
रहना चाहते हो मेरे दिल में धङकनों की तरह।
पर भूल जाते हो तुम, 
 कि मेरी ऑंखों में जो तस्वीर बसती है,
और दिल में जो नाम धङकता है वो तुम्हारा ही है।
मेरी नज्मों के लफ्जों में, सांसों की लय में,
धङकनों की रवानी में, मेरे ख़्वाबों
और ख्यालों में तुम ही तो बसते हो।
                      (आशिमा)

©Dr Archana

#good_night

13 Love

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