a-person-standing-on-a-beach-at-sunset बदलाव में ढलना, समय की पुकार है,
हर मोड़ पर जीवन का नया विचार है।
छोड़ दे पुरानी राहों को, जो बेमानी हो गईं,
नवीन सपनों की दुनिया, अब अपनी कहानी हो गईं।
रंग बदलते मौसम में, खुद को रंग लेना,
बदलते वक्त के संग, अपने कदमों को संग लेना।
रुके जो, वो ठहर जाता है अतीत के छोर पर,
बदलाव में ढलना ही, जीवन का ओर-छोर है।
©Balwant Mehta
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