"मोहब्बत से भरी शाम थी ,
मुझे उसका तराना याद आया।
वो बेशक जा चुका था जिंदगी से,
मुझे फिर उसे देख मुस्कुराना याद आया।
दिल तो बाग-बाग हो गया था उसकी दस्तक पाकर,
फिर उसका मुझे ठुकराना याद आया।
रोती बिलखते रहती थी कभी
उसे खुश देख, आगे बढ़ना याद आया ।।
©meri_diary(R*)
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