Sign in
tags

New दीपक जलता है Status, Photo, Video

Find the latest Status about दीपक जलता है from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about दीपक जलता है.

  • Latest
  • Popular
  • Video

White ज़माना सिर्फ दूसरों की खुशी देखकर जलता है अपननी खुशी देखकर सिर्फ दुखी होता है ©Kuldeep KumarAUE

#kuldeepkumaraue #sad_quotes #Quotes  White ज़माना सिर्फ दूसरों की खुशी देखकर जलता है अपननी खुशी देखकर सिर्फ दुखी होता है

©Kuldeep KumarAUE

#sad_quotes ज़माना सिर्फ दूसरों की खुशी देखकर जलता है अपननी खुशी देखकर सिर्फ दुखी होता है #kuldeepkumaraue

10 Love

White किसी और की मोहब्बत है इसी लिए गवारा मुझे डूबने की हसरत तुझे चाहिए किनारा کسی اور کی محبت ہے اسی لیے گوارہ مجھے ڈوبنے کی حسرت تجھے چاہیے کنارہ कहीं इसके बदले ये है कहीं उसके बदले वो है तो मफ़ाद भी यक़ीनन किसी शय का है ख़सारा کہیں اِسکے بدلے یہ ہے کہیں اسکے بدلے وہ ہے تو مفاد بھی یقیناً کسی شے کا ہے خسارہ तिरे दीद की तलब में सर ए राह मैं था लेकिन लब ए बाम से किया है किसी और को इशारा ترے دید کی طلب میں سرِ راہ میں تھا لیکن لبِ بام سے کیا ہے کسی اور کو اشارہ शब ए ग़म की वहशतों से तुझे दी जो हैं सदाएँ ये कमी नहीं है तेरी तुझे आदतन पुकारा شبِ غم کی وحشتوں سے تجھے دی جو ہیں صدائیں یہ کمی نہیں ہے تیری تُجھے عادتاً پکارا ये तसल्लियों के बोसे नहीं चाहिए मुझे अब न यक़ीं दिला तू मुझको तुझे जीत के मैं हारा یہ تسلیوں کے بوسے نہیں چاہیے مجھے اب نہ یقیں دلا تو مُجھکو تُجھے جیت کے میں ہارا कभी ख़ुद को सोच कर मैं यही ख़ुद से पूछता हूँ तुझे चाहिए क्या मुझसे तू बता तो कुछ ख़ुदा-रा کبھی خود کو سوچ کر میں یہی خود سے پوچھتا ہوں تجھے چاہیے کیا مُجھسے تو بتا تو کچھ خدارا ये हयात इक सज़ा है मुझे मौत माॅंगनी है किसी सम्त दिख रहा क्या कोई टूटता सितारा یہ حیات اک سزا ہے مجھے موت مانگنی ہے کسی سمت دکھ رہا کیا کوئی ٹوٹتا ستارہ ©جلال

#शायरी #Thinking  White किसी और की मोहब्बत है इसी लिए गवारा
मुझे डूबने की हसरत तुझे चाहिए किनारा
کسی اور کی محبت ہے اسی لیے گوارہ 
مجھے ڈوبنے کی حسرت تجھے چاہیے کنارہ 

कहीं इसके बदले ये है कहीं उसके बदले वो है
तो मफ़ाद भी यक़ीनन किसी शय का है ख़सारा 
کہیں اِسکے بدلے یہ ہے کہیں اسکے بدلے وہ ہے
تو مفاد بھی یقیناً کسی شے کا ہے خسارہ

तिरे दीद की तलब में सर ए राह मैं था लेकिन
लब ए बाम से किया है किसी और को इशारा
ترے دید کی طلب میں سرِ راہ میں تھا لیکن
لبِ بام سے کیا ہے کسی اور کو اشارہ

शब ए ग़म की वहशतों से तुझे दी जो हैं सदाएँ
ये कमी नहीं है तेरी तुझे आदतन पुकारा
شبِ غم کی وحشتوں سے تجھے دی جو ہیں صدائیں
یہ کمی نہیں ہے تیری تُجھے عادتاً پکارا 

ये तसल्लियों के बोसे नहीं चाहिए मुझे अब
न यक़ीं दिला तू मुझको तुझे जीत के मैं हारा
یہ تسلیوں کے بوسے نہیں چاہیے مجھے اب
نہ یقیں دلا تو مُجھکو تُجھے جیت کے میں ہارا

कभी ख़ुद को सोच कर मैं यही ख़ुद से पूछता हूँ 
तुझे चाहिए क्या मुझसे तू बता तो कुछ ख़ुदा-रा
کبھی خود کو سوچ کر میں یہی خود سے پوچھتا ہوں 
تجھے چاہیے کیا مُجھسے تو بتا تو کچھ خدارا

ये हयात इक सज़ा है मुझे मौत माॅंगनी है 
किसी सम्त दिख रहा क्या कोई टूटता सितारा
یہ حیات اک سزا ہے مجھے موت مانگنی ہے
کسی سمت دکھ رہا کیا کوئی ٹوٹتا ستارہ

©جلال

#Thinking सफ़ीर 'रे' @Rakhee ki kalam se @harsha mishra कवि आलोक मिश्र "दीपक" @Sarfraz Ahmad

16 Love

विश्व हिन्दी दिवस को अंग्रेजी मे लिखकर बधाई देने वालो को भी विश्व हिन्दी दिवस की शुभकामनाएं ©AbhiJaunpur

#‌AbhiJaunpur #wishes  विश्व हिन्दी दिवस को 
अंग्रेजी मे लिखकर 
बधाई देने वालो को भी 
विश्व हिन्दी दिवस की शुभकामनाएं

©AbhiJaunpur

#‌AbhiJaunpur सुरेश अनजान अदनासा- शिवम् सिंह भूमि कवि आलोक मिश्र "दीपक" अभिलाष द्विवेदी (अकेला ) एक अनपढ़ शायर

22 Love

a-person-standing-on-a-beach-at-sunset प्रयास करने वालों के लिए प्रत्येक कार्य संभव है परेशानी में भी एक बार मुस्कुराइए और लगन से लग जाइए फिर जितने से कौन रोक सकता है | कर्म ही आसा है | भगवती का कृपा और आप सबका साथ बना रहे ©Shubham Raj Tiwari

#विचार #SunSet  a-person-standing-on-a-beach-at-sunset प्रयास करने वालों के लिए प्रत्येक कार्य संभव है परेशानी में भी एक बार मुस्कुराइए और लगन से

लग जाइए फिर जितने से कौन रोक सकता है

| कर्म ही आसा है |

भगवती का कृपा और आप सबका साथ बना रहे

©Shubham Raj Tiwari

#SunSet @mithilani मनोज मानव @Kamlesh Kandpal Anil Ray कवि आलोक मिश्र "दीपक"

24 Love

दीप जलता है सदन में, अंधेरा है व्याप्त मन में, चलाता है श्वास सबका, वही रक्षक है भुवन में, प्रेम और विश्वास से ही, प्रकट होते ईश क्षण में, कर रहे गुणगान सारे, धरा से लेकर गगन में, सिंधु से जलश्रोत लेता, वही भरता नीर घन में, जागता है साथ हरपल, साथ रहता है सयन में, हृदय में है व्याप्त गुंजन, बसा ले उसको नयन में, -शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ०प्र० ©Shashi Bhushan Mishra

#कविता #दीप  दीप जलता है सदन में,
अंधेरा है व्याप्त मन में,

चलाता है श्वास सबका,
वही रक्षक  है  भुवन में,

प्रेम और विश्वास से ही,
प्रकट होते  ईश क्षण में,

कर रहे  गुणगान  सारे,
धरा से लेकर  गगन में,

सिंधु से जलश्रोत लेता,
वही भरता नीर घन में,

जागता है साथ हरपल,
साथ रहता है  सयन में,

हृदय में है व्याप्त गुंजन,
बसा ले उसको नयन में,
-शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
      प्रयागराज उ०प्र०

©Shashi Bhushan Mishra

#दीप जलता है सदन में#

14 Love

White हम कहानी हुए तुम कथानक हुए। हादसे जिंदगी में अचानक हुए । दिल से लावा उठा और फिर सो गया ऐसे किरदार सारे ही मानक हुए। ©निर्भय चौहान

#शायरी #sad_quotes  White हम  कहानी हुए तुम कथानक हुए।
हादसे जिंदगी में अचानक हुए ।

दिल से लावा उठा और फिर सो गया
ऐसे किरदार सारे ही मानक हुए।

©निर्भय चौहान

#sad_quotes कवि आलोक मिश्र "दीपक" katha (कथा ) @mahi singh @Madhusudan Shrivastava @Kumar Shaurya

23 Love

White ज़माना सिर्फ दूसरों की खुशी देखकर जलता है अपननी खुशी देखकर सिर्फ दुखी होता है ©Kuldeep KumarAUE

#kuldeepkumaraue #sad_quotes #Quotes  White ज़माना सिर्फ दूसरों की खुशी देखकर जलता है अपननी खुशी देखकर सिर्फ दुखी होता है

©Kuldeep KumarAUE

#sad_quotes ज़माना सिर्फ दूसरों की खुशी देखकर जलता है अपननी खुशी देखकर सिर्फ दुखी होता है #kuldeepkumaraue

10 Love

White किसी और की मोहब्बत है इसी लिए गवारा मुझे डूबने की हसरत तुझे चाहिए किनारा کسی اور کی محبت ہے اسی لیے گوارہ مجھے ڈوبنے کی حسرت تجھے چاہیے کنارہ कहीं इसके बदले ये है कहीं उसके बदले वो है तो मफ़ाद भी यक़ीनन किसी शय का है ख़सारा کہیں اِسکے بدلے یہ ہے کہیں اسکے بدلے وہ ہے تو مفاد بھی یقیناً کسی شے کا ہے خسارہ तिरे दीद की तलब में सर ए राह मैं था लेकिन लब ए बाम से किया है किसी और को इशारा ترے دید کی طلب میں سرِ راہ میں تھا لیکن لبِ بام سے کیا ہے کسی اور کو اشارہ शब ए ग़म की वहशतों से तुझे दी जो हैं सदाएँ ये कमी नहीं है तेरी तुझे आदतन पुकारा شبِ غم کی وحشتوں سے تجھے دی جو ہیں صدائیں یہ کمی نہیں ہے تیری تُجھے عادتاً پکارا ये तसल्लियों के बोसे नहीं चाहिए मुझे अब न यक़ीं दिला तू मुझको तुझे जीत के मैं हारा یہ تسلیوں کے بوسے نہیں چاہیے مجھے اب نہ یقیں دلا تو مُجھکو تُجھے جیت کے میں ہارا कभी ख़ुद को सोच कर मैं यही ख़ुद से पूछता हूँ तुझे चाहिए क्या मुझसे तू बता तो कुछ ख़ुदा-रा کبھی خود کو سوچ کر میں یہی خود سے پوچھتا ہوں تجھے چاہیے کیا مُجھسے تو بتا تو کچھ خدارا ये हयात इक सज़ा है मुझे मौत माॅंगनी है किसी सम्त दिख रहा क्या कोई टूटता सितारा یہ حیات اک سزا ہے مجھے موت مانگنی ہے کسی سمت دکھ رہا کیا کوئی ٹوٹتا ستارہ ©جلال

#शायरी #Thinking  White किसी और की मोहब्बत है इसी लिए गवारा
मुझे डूबने की हसरत तुझे चाहिए किनारा
کسی اور کی محبت ہے اسی لیے گوارہ 
مجھے ڈوبنے کی حسرت تجھے چاہیے کنارہ 

कहीं इसके बदले ये है कहीं उसके बदले वो है
तो मफ़ाद भी यक़ीनन किसी शय का है ख़सारा 
کہیں اِسکے بدلے یہ ہے کہیں اسکے بدلے وہ ہے
تو مفاد بھی یقیناً کسی شے کا ہے خسارہ

तिरे दीद की तलब में सर ए राह मैं था लेकिन
लब ए बाम से किया है किसी और को इशारा
ترے دید کی طلب میں سرِ راہ میں تھا لیکن
لبِ بام سے کیا ہے کسی اور کو اشارہ

शब ए ग़म की वहशतों से तुझे दी जो हैं सदाएँ
ये कमी नहीं है तेरी तुझे आदतन पुकारा
شبِ غم کی وحشتوں سے تجھے دی جو ہیں صدائیں
یہ کمی نہیں ہے تیری تُجھے عادتاً پکارا 

ये तसल्लियों के बोसे नहीं चाहिए मुझे अब
न यक़ीं दिला तू मुझको तुझे जीत के मैं हारा
یہ تسلیوں کے بوسے نہیں چاہیے مجھے اب
نہ یقیں دلا تو مُجھکو تُجھے جیت کے میں ہارا

कभी ख़ुद को सोच कर मैं यही ख़ुद से पूछता हूँ 
तुझे चाहिए क्या मुझसे तू बता तो कुछ ख़ुदा-रा
کبھی خود کو سوچ کر میں یہی خود سے پوچھتا ہوں 
تجھے چاہیے کیا مُجھسے تو بتا تو کچھ خدارا

ये हयात इक सज़ा है मुझे मौत माॅंगनी है 
किसी सम्त दिख रहा क्या कोई टूटता सितारा
یہ حیات اک سزا ہے مجھے موت مانگنی ہے
کسی سمت دکھ رہا کیا کوئی ٹوٹتا ستارہ

©جلال

#Thinking सफ़ीर 'रे' @Rakhee ki kalam se @harsha mishra कवि आलोक मिश्र "दीपक" @Sarfraz Ahmad

16 Love

विश्व हिन्दी दिवस को अंग्रेजी मे लिखकर बधाई देने वालो को भी विश्व हिन्दी दिवस की शुभकामनाएं ©AbhiJaunpur

#‌AbhiJaunpur #wishes  विश्व हिन्दी दिवस को 
अंग्रेजी मे लिखकर 
बधाई देने वालो को भी 
विश्व हिन्दी दिवस की शुभकामनाएं

©AbhiJaunpur

#‌AbhiJaunpur सुरेश अनजान अदनासा- शिवम् सिंह भूमि कवि आलोक मिश्र "दीपक" अभिलाष द्विवेदी (अकेला ) एक अनपढ़ शायर

22 Love

a-person-standing-on-a-beach-at-sunset प्रयास करने वालों के लिए प्रत्येक कार्य संभव है परेशानी में भी एक बार मुस्कुराइए और लगन से लग जाइए फिर जितने से कौन रोक सकता है | कर्म ही आसा है | भगवती का कृपा और आप सबका साथ बना रहे ©Shubham Raj Tiwari

#विचार #SunSet  a-person-standing-on-a-beach-at-sunset प्रयास करने वालों के लिए प्रत्येक कार्य संभव है परेशानी में भी एक बार मुस्कुराइए और लगन से

लग जाइए फिर जितने से कौन रोक सकता है

| कर्म ही आसा है |

भगवती का कृपा और आप सबका साथ बना रहे

©Shubham Raj Tiwari

#SunSet @mithilani मनोज मानव @Kamlesh Kandpal Anil Ray कवि आलोक मिश्र "दीपक"

24 Love

दीप जलता है सदन में, अंधेरा है व्याप्त मन में, चलाता है श्वास सबका, वही रक्षक है भुवन में, प्रेम और विश्वास से ही, प्रकट होते ईश क्षण में, कर रहे गुणगान सारे, धरा से लेकर गगन में, सिंधु से जलश्रोत लेता, वही भरता नीर घन में, जागता है साथ हरपल, साथ रहता है सयन में, हृदय में है व्याप्त गुंजन, बसा ले उसको नयन में, -शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' प्रयागराज उ०प्र० ©Shashi Bhushan Mishra

#कविता #दीप  दीप जलता है सदन में,
अंधेरा है व्याप्त मन में,

चलाता है श्वास सबका,
वही रक्षक  है  भुवन में,

प्रेम और विश्वास से ही,
प्रकट होते  ईश क्षण में,

कर रहे  गुणगान  सारे,
धरा से लेकर  गगन में,

सिंधु से जलश्रोत लेता,
वही भरता नीर घन में,

जागता है साथ हरपल,
साथ रहता है  सयन में,

हृदय में है व्याप्त गुंजन,
बसा ले उसको नयन में,
-शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
      प्रयागराज उ०प्र०

©Shashi Bhushan Mishra

#दीप जलता है सदन में#

14 Love

White हम कहानी हुए तुम कथानक हुए। हादसे जिंदगी में अचानक हुए । दिल से लावा उठा और फिर सो गया ऐसे किरदार सारे ही मानक हुए। ©निर्भय चौहान

#शायरी #sad_quotes  White हम  कहानी हुए तुम कथानक हुए।
हादसे जिंदगी में अचानक हुए ।

दिल से लावा उठा और फिर सो गया
ऐसे किरदार सारे ही मानक हुए।

©निर्भय चौहान

#sad_quotes कवि आलोक मिश्र "दीपक" katha (कथा ) @mahi singh @Madhusudan Shrivastava @Kumar Shaurya

23 Love

Trending Topic