UNCLE彡RAVAN

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White एक ज़ख़्म चाहिए मुझे मेरे मिज़ाज का, जो दर्द दिखाए मुझे मेरे आज का। हर ख़ुशी में छुपा कोई राज़ लगे, अब तलाश है सच के हर आवाज़ का। ज़ख़्म ऐसा जो गहरा असर कर जाए, जो मेरी रूह को भी बेक़रार कर जाए। दुनिया के झूठ से थक चुका हूँ मैं, अब सामना हो मुझे अपने ही सवालात का। हर मुस्कान के पीछे जो छिपा है दर्द, वो आइना चाहिए मुझे मेरे हालात का। एक ज़ख़्म चाहिए मुझे मेरे मिज़ाज का, जो खोल दे हर बंद दरवाज़ा मेरे जज़्बात का। ©UNCLE彡RAVAN

#good_night  White एक ज़ख़्म चाहिए मुझे मेरे मिज़ाज का,
जो दर्द दिखाए मुझे मेरे आज का।
हर ख़ुशी में छुपा कोई राज़ लगे,
अब तलाश है सच के हर आवाज़ का।

ज़ख़्म ऐसा जो गहरा असर कर जाए,
जो मेरी रूह को भी बेक़रार कर जाए।
दुनिया के झूठ से थक चुका हूँ मैं,
अब सामना हो मुझे अपने ही सवालात का।

हर मुस्कान के पीछे जो छिपा है दर्द,
वो आइना चाहिए मुझे मेरे हालात का।
एक ज़ख़्म चाहिए मुझे मेरे मिज़ाज का,
जो खोल दे हर बंद दरवाज़ा मेरे जज़्बात का।

©UNCLE彡RAVAN

#good_night

12 Love

White अपने आप के भी पीछे खड़ा हूँ मैं, आईने से नजरें मिलाने से डरा हूँ मैं। जो सच था उसे जिंदा दफना दिया, अब झूठ के साये में जी रहा हूँ मैं। हर ग़लती का इल्ज़ाम खुद पर लिया, हर दर्द का बोझ अकेला उठाया हूँ मैं। लोग कहते हैं पत्थर दिल हूँ शायद, पर भीतर से पूरा टूटा हुआ हूँ मैं। चुप्पी ओढ़कर शोर सहता रहा, खुद के फैसलों से ही लड़ता रहा। जो सुकून ढूंढा था बाहर की दुनिया में, वो भीतर कहीं खो चुका हूँ मैं। अपने आप के भी पीछे खड़ा हूँ मैं, खुद से ही मिलने को तरसा हुआ हूँ मैं। ©UNCLE彡RAVAN

#Sad_Status  White अपने आप के भी पीछे खड़ा हूँ मैं,
आईने से नजरें मिलाने से डरा हूँ मैं।
जो सच था उसे जिंदा दफना दिया,
अब झूठ के साये में जी रहा हूँ मैं।

हर ग़लती का इल्ज़ाम खुद पर लिया,
हर दर्द का बोझ अकेला उठाया हूँ मैं।
लोग कहते हैं पत्थर दिल हूँ शायद,
पर भीतर से पूरा टूटा हुआ हूँ मैं।

चुप्पी ओढ़कर शोर सहता रहा,
खुद के फैसलों से ही लड़ता रहा।
जो सुकून ढूंढा था बाहर की दुनिया में,
वो भीतर कहीं खो चुका हूँ मैं।

अपने आप के भी पीछे खड़ा हूँ मैं,
खुद से ही मिलने को तरसा हुआ हूँ मैं।

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#Sad_Status

16 Love

White जो दिख जाए, फिर अंधेरा कैसा, जहां इश्क़ हो, वहां बसेरा कैसा। रौशनी तो दिलों में बसती है, चिराग़ों का फिर मायने ही कैसा। जो निगाहें पढ़ लें खामोशी को, उनसे बेहतर हमसफ़र कैसा। जो हक़ीकत में रूह को छू ले, उससे बड़ा कोई सपना कैसा। अंधेरों से लड़ना हमने सीखा है, रौशनी का अब फरेब कैसा। जो दिख जाए, फिर अंधेरा कैसा, जहां इश्क़ हो, वहां बसेरा कैसा। ©UNCLE彡RAVAN

#GoodMorning  White जो दिख जाए, फिर अंधेरा कैसा,
जहां इश्क़ हो, वहां बसेरा कैसा।
रौशनी तो दिलों में बसती है,
चिराग़ों का फिर मायने ही कैसा।

जो निगाहें पढ़ लें खामोशी को,
उनसे बेहतर हमसफ़र कैसा।
जो हक़ीकत में रूह को छू ले,
उससे बड़ा कोई सपना कैसा।

अंधेरों से लड़ना हमने सीखा है,
रौशनी का अब फरेब कैसा।
जो दिख जाए, फिर अंधेरा कैसा,
जहां इश्क़ हो, वहां बसेरा कैसा।

©UNCLE彡RAVAN

#GoodMorning

16 Love

White "तेरी नज़रों का गुनहगार" तुमने जो न देखा, उसी से मर गया हूँ मैं, तेरी बेरुख़ी के साये में घर गया हूँ मैं। एक बार नज़र भर के देख लेती गर, शायद दर्द की गिरह से उबर गया हूँ मैं। तेरी नज़रों की तलाश में बेमकसद जी रहा, तेरी खामोशी के जवाब में ही सिसक रहा। खुदा से शिकायत नहीं, बस ये मलाल है, कि तेरा हर एक जिक्र मेरी सांसों में बेहाल है। अब ना आवाज़ है, ना उम्मीद का सहारा, बस तेरे ना देखने से ही, खुद को गंवा डाला। अगर कभी लौट कर आए तेरी एक नज़र, तो उस मिट्टी पर देखना, जहां मैं दफ़न हूँ मगर। ©UNCLE彡RAVAN

#Sad_Status  White "तेरी नज़रों का गुनहगार"

तुमने जो न देखा, उसी से मर गया हूँ मैं,  
तेरी बेरुख़ी के साये में घर गया हूँ मैं।  
एक बार नज़र भर के देख लेती गर,  
शायद दर्द की गिरह से उबर गया हूँ मैं।  

तेरी नज़रों की तलाश में बेमकसद जी रहा,  
तेरी खामोशी के जवाब में ही सिसक रहा।  
खुदा से शिकायत नहीं, बस ये मलाल है,  
कि तेरा हर एक जिक्र मेरी सांसों में बेहाल है।  

अब ना आवाज़ है, ना उम्मीद का सहारा,  
बस तेरे ना देखने से ही, खुद को गंवा डाला।  
अगर कभी लौट कर आए तेरी एक नज़र,  
तो उस मिट्टी पर देखना, जहां मैं दफ़न हूँ मगर।

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#Sad_Status

10 Love

Unsplash अब ये दिसंबर भी दगाबाज़ निकला, हर याद को फिर से बेआवाज़ निकला। जिस सर्दी में चाहा था उसका सहारा, वो मौसम भी अब सिर्फ अल्फ़ाज़ निकला। चाय की वो महक, वो गर्मी के किस्से, इस बार सब कुछ अधूरा सा निकला। जो सोचा था मिलेगा सुकून इस सर्द में, वो दिसंबर भी बस एक अंदाज़ निकला। ©UNCLE彡RAVAN

#camping  Unsplash अब ये दिसंबर भी दगाबाज़ निकला,
हर याद को फिर से बेआवाज़ निकला।
जिस सर्दी में चाहा था उसका सहारा,
वो मौसम भी अब सिर्फ अल्फ़ाज़ निकला।

चाय की वो महक, वो गर्मी के किस्से,
इस बार सब कुछ अधूरा सा निकला।
जो सोचा था मिलेगा सुकून इस सर्द में,
वो दिसंबर भी बस एक अंदाज़ निकला।

©UNCLE彡RAVAN

#camping

11 Love

White इश्क़ किया है तो इज़हार भी कर डालो, दिल की बातों को असर भी कर डालो। छुप-छुप के ये मोहब्बत अधूरी न रहे, अपने जज़्बातों को अब सरेआम कर डालो। मोहब्बत वो है जो निगाहों में बसी रहे, जो लफ़्ज़ों के बिना भी कहानी कहे। गर दिल धड़कता है किसी के लिए, तो उसे अपना ऐतबार भी कर डालो। इश्क़ में खामोशी का कोई मोल नहीं, गर चाहत है सच्ची, तो इज़हार भी कर डालो। ©UNCLE彡RAVAN

#love_shayari  White इश्क़ किया है तो इज़हार भी कर डालो,
दिल की बातों को असर भी कर डालो।
छुप-छुप के ये मोहब्बत अधूरी न रहे,
अपने जज़्बातों को अब सरेआम कर डालो।

मोहब्बत वो है जो निगाहों में बसी रहे,
जो लफ़्ज़ों के बिना भी कहानी कहे।
गर दिल धड़कता है किसी के लिए,
तो उसे अपना ऐतबार भी कर डालो।

इश्क़ में खामोशी का कोई मोल नहीं,
गर चाहत है सच्ची, तो इज़हार भी कर डालो।

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