White मैंने कोशिश बहुत खास की....!
आज पूछा दिमाग ने दिल से
सच बताओ क्या किया आज तुने.
दिल ने भी मुस्कुराते हुए कहा
हम दोनो की बीच की लढाई खतम करी आज मैने.
मुश्किल था बहुत फिर भी
दिल की एक और झुटीं तसल्ली दी,
दिल का खेल आज दिमाग मैं उतारा
मैंने कोशिश बहुत खास की...!
चाहता नहीं था अक्सर ऐसे
बार बार तुम्हे सताना,
नहीं समज पाया दिमागं का खेल
सुनता रहा सिर्फ दिल का अफसाना.
रोकर बिलककर तडफकर
आसूओंसे खून की प्याली भर दी,
लढता रहा खून का कतरा कतरा एक कर
मैंने कोशिश बहुत खास की...!
बिकरा चुका था हर जगह इश्क का रंग
मैंने समेटनेकी कोशिश की,
तूट चुका था लाल इश्क अब
फिर से सफेद बनाने मैं आस लगा दी.
नहीं बदल सका अब इश्क का रंग
अब खुदको बदलनेकी ठाण ली,
सब ठीक होगा की नही पता नहीं
पर मैंने कोशिश बहुत खास की..!
तमाम कोशिश करने के बाद भी
दिल मैं मलाल और आँखो मैं आसू थे,
सीना चौडा था गर्व से
गालों पे मुस्कुराहत के पल अभी बाकी थे,
अब जा चुका था सब छोडकर
सास लेना मुश्किल था फिर भी सास ली,
जान को अपने हथेली पे रखते हुए
मैंने कोशिश बहुत खास की....!
Pandhari Varpe
8698361992
©Varpe Pandhari
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