White एक ज़ख़्म चाहिए मुझे मेरे मिज़ाज का,
जो दर्द दिखाए मुझे मेरे आज का।
हर ख़ुशी में छुपा कोई राज़ लगे,
अब तलाश है सच के हर आवाज़ का।
ज़ख़्म ऐसा जो गहरा असर कर जाए,
जो मेरी रूह को भी बेक़रार कर जाए।
दुनिया के झूठ से थक चुका हूँ मैं,
अब सामना हो मुझे अपने ही सवालात का।
हर मुस्कान के पीछे जो छिपा है दर्द,
वो आइना चाहिए मुझे मेरे हालात का।
एक ज़ख़्म चाहिए मुझे मेरे मिज़ाज का,
जो खोल दे हर बंद दरवाज़ा मेरे जज़्बात का।
©UNCLE彡RAVAN
#good_night