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White सलाम है उन वीरों को जो देस के लिए अपना बलिदल दिये ©Kishan Paswan

#इंडिया #स्टेटस #शायरी #Sad_Status  White सलाम है उन वीरों को जो देस के लिए अपना बलिदल दिये

©Kishan Paswan

White Retirement Diary First view from my room on First floor of my house. A mixture of Enjoying & Missing मैं बाद में घर पहुंचा पहले घर पहुंचा मेरा पेंशन पेमेंट आदेश देखकर‌ दिल खुश हुआ दिल ने दी आशिष। ब्रेकर लगाने की तरह RVPN तेरी तत्पर सेवा धूप, छांव , बरसात की ड्यूटी का यों मिला है मेवा। घर मेरा लगता है जैसे बगीचे में है बसा ब्रेकर लगने की तोप सलामी और ट्रांसफॉर्मर के हमिंग को मन आज बहुत तरसा।। 🙏🙏🙏🙏 ©Mohan Sardarshahari

#कविता  White Retirement Diary
First view from my room on
First floor of my house.
A mixture of Enjoying & Missing 

मैं बाद में घर पहुंचा
पहले घर पहुंचा मेरा 
पेंशन पेमेंट आदेश 
देखकर‌ दिल खुश हुआ
दिल ने दी आशिष।
ब्रेकर लगाने की तरह
RVPN तेरी तत्पर सेवा
धूप, छांव , बरसात की
ड्यूटी का यों मिला है मेवा।
घर मेरा लगता है 
जैसे बगीचे में है बसा
ब्रेकर लगने की तोप सलामी 
और ट्रांसफॉर्मर के हमिंग को
मन आज बहुत तरसा।।
     🙏🙏🙏🙏

©Mohan Sardarshahari

रिटायरमेंट डायरी

15 Love

White सफेद फूल ...... तुम्हे पसंद है न? या मेरी पसंद को अपनी पसंद बना ली पिछली बार जब मिला था किताबों में तुम्हारे ख्यालों से लिपटा हुआ,खूब महक रहा था जैसे महकता था क्यारियों में और.... वो तुमने क्या लिखा था आखिरी पन्नों में मोहब्बत है तो ज़ाहिर कर वरना तुम्हारी खेर नहीं. हैं.... भला ऐसा कौन करता है ? खैर हमें वही रख दो हिफाज़त से तुम्हारी डायरी में कुछ पन्ने अभी भी बाकी है. ©बदनाम

 White सफेद फूल
......
तुम्हे पसंद है न?
या मेरी पसंद को अपनी पसंद बना ली

पिछली बार जब मिला था किताबों में
तुम्हारे ख्यालों से लिपटा हुआ,खूब महक रहा था
जैसे महकता था क्यारियों में
और....
वो तुमने क्या लिखा था आखिरी पन्नों में
मोहब्बत है तो ज़ाहिर कर
वरना तुम्हारी खेर नहीं.
हैं....
भला ऐसा कौन करता है ?
खैर
हमें वही रख दो हिफाज़त से
तुम्हारी डायरी में कुछ पन्ने अभी भी बाकी है.

©बदनाम

डायरी

11 Love

बाबा तुम्ही होते म्हणून आज आम्ही जगत आहोत सावधान देशाला एकता एकात्मतेच्या जोरावर आणि तुम्ही दिलेल्या सविधानाच्या भरवश्यावर ©Bablukumar Raut

#Quotes  बाबा तुम्ही होते म्हणून 
आज आम्ही जगत आहोत सावधान
देशाला एकता एकात्मतेच्या जोरावर
आणि तुम्ही दिलेल्या सविधानाच्या भरवश्यावर

©Bablukumar Raut

मेरी डायरी

13 Love

Unsplash लिखने को बहुत कूछ बाकी है सोचने के लिये बहुत कूछ बाकी है कोई पढे या ना पढे पुरी जिंदगी में आगे जाना और जिंदगी जीना अभी बाकी है balkrushna raut deori ©Bablukumar Raut

#Book  Unsplash लिखने को बहुत कूछ बाकी है
सोचने के लिये बहुत कूछ बाकी है
कोई पढे या ना पढे पुरी जिंदगी में
आगे जाना और जिंदगी जीना अभी बाकी है


balkrushna raut 
deori

©Bablukumar Raut

#Book मेरी डायरी

11 Love

इस नए बदलते साल में मैं भी बदल जाना चाहती हूं चाहती हूं कुछ पुराने धब्बों को साफ करना बीत गई बातों को मन से माफ करना नदी की मानिंद बह जाना चाहती हूं इस नए बदलते साल में मै भी बदल जाना चाहती हूं चाहती हूं कुछ और व्यवस्थित हो जाना जिम्मेदारियां होते हुए भी बहुत मुस्कुराना फूलों के रंग और महकती सांसें चाहती हूं इस नए बदलते साल में मैं भी बदल जाना चाहती हूं अपने काम से काम रखना अपनी कही बातों को थाम रखना यूं नहीं किसी से उलझना चाहती हूं इस नए बदलते साल में मैं भी बदल जाना चाहती हूं कुछ सेवा कुछ सत्कर्म कर‌ना प्रेम सभी से ओर दान-धर्म करना सुबुद्धि, सुख-समृद्धि ओर शांति चाहती हूं इस नए बदलते साल में मै भी बदल जाना चाहती हूं हर पल को बाहों में स्वाभिमान से भरना चंचल हंसना ओर खूब सजना संवरना हर बीतते लम्हे को भरपूर जीना चाहती हूं इस नए बदलते साल में मै भी बदल जाना चाहती हूं।।। © Anjali Ansh

#कविता #नया  इस नए बदलते साल में 
मैं भी बदल जाना चाहती हूं

चाहती हूं कुछ पुराने धब्बों को साफ करना
बीत गई बातों को मन से माफ करना
नदी की मानिंद बह जाना चाहती हूं 
इस नए बदलते साल में 
 मै भी बदल जाना चाहती हूं

चाहती हूं कुछ और व्यवस्थित हो जाना
जिम्मेदारियां होते हुए भी बहुत मुस्कुराना 
फूलों के रंग और महकती सांसें चाहती हूं 
इस नए बदलते साल में 
 मैं भी बदल जाना चाहती हूं

अपने काम से काम रखना 
अपनी कही बातों को थाम रखना
यूं नहीं किसी से उलझना चाहती हूं
इस नए बदलते साल में 
 मैं  भी बदल जाना चाहती हूं

कुछ सेवा कुछ सत्कर्म कर‌ना
प्रेम सभी से ओर दान-धर्म करना 
सुबुद्धि, सुख-समृद्धि ओर शांति चाहती हूं 
इस नए बदलते साल में 
मै भी बदल जाना चाहती हूं

हर  पल को बाहों में स्वाभिमान से भरना 
चंचल हंसना ओर खूब सजना संवरना 
हर बीतते लम्हे को भरपूर  जीना चाहती हूं 
इस नए बदलते साल में 
मै भी बदल जाना चाहती हूं।।।

© Anjali Ansh

#नया साल

9 Love

White सलाम है उन वीरों को जो देस के लिए अपना बलिदल दिये ©Kishan Paswan

#इंडिया #स्टेटस #शायरी #Sad_Status  White सलाम है उन वीरों को जो देस के लिए अपना बलिदल दिये

©Kishan Paswan

White Retirement Diary First view from my room on First floor of my house. A mixture of Enjoying & Missing मैं बाद में घर पहुंचा पहले घर पहुंचा मेरा पेंशन पेमेंट आदेश देखकर‌ दिल खुश हुआ दिल ने दी आशिष। ब्रेकर लगाने की तरह RVPN तेरी तत्पर सेवा धूप, छांव , बरसात की ड्यूटी का यों मिला है मेवा। घर मेरा लगता है जैसे बगीचे में है बसा ब्रेकर लगने की तोप सलामी और ट्रांसफॉर्मर के हमिंग को मन आज बहुत तरसा।। 🙏🙏🙏🙏 ©Mohan Sardarshahari

#कविता  White Retirement Diary
First view from my room on
First floor of my house.
A mixture of Enjoying & Missing 

मैं बाद में घर पहुंचा
पहले घर पहुंचा मेरा 
पेंशन पेमेंट आदेश 
देखकर‌ दिल खुश हुआ
दिल ने दी आशिष।
ब्रेकर लगाने की तरह
RVPN तेरी तत्पर सेवा
धूप, छांव , बरसात की
ड्यूटी का यों मिला है मेवा।
घर मेरा लगता है 
जैसे बगीचे में है बसा
ब्रेकर लगने की तोप सलामी 
और ट्रांसफॉर्मर के हमिंग को
मन आज बहुत तरसा।।
     🙏🙏🙏🙏

©Mohan Sardarshahari

रिटायरमेंट डायरी

15 Love

White सफेद फूल ...... तुम्हे पसंद है न? या मेरी पसंद को अपनी पसंद बना ली पिछली बार जब मिला था किताबों में तुम्हारे ख्यालों से लिपटा हुआ,खूब महक रहा था जैसे महकता था क्यारियों में और.... वो तुमने क्या लिखा था आखिरी पन्नों में मोहब्बत है तो ज़ाहिर कर वरना तुम्हारी खेर नहीं. हैं.... भला ऐसा कौन करता है ? खैर हमें वही रख दो हिफाज़त से तुम्हारी डायरी में कुछ पन्ने अभी भी बाकी है. ©बदनाम

 White सफेद फूल
......
तुम्हे पसंद है न?
या मेरी पसंद को अपनी पसंद बना ली

पिछली बार जब मिला था किताबों में
तुम्हारे ख्यालों से लिपटा हुआ,खूब महक रहा था
जैसे महकता था क्यारियों में
और....
वो तुमने क्या लिखा था आखिरी पन्नों में
मोहब्बत है तो ज़ाहिर कर
वरना तुम्हारी खेर नहीं.
हैं....
भला ऐसा कौन करता है ?
खैर
हमें वही रख दो हिफाज़त से
तुम्हारी डायरी में कुछ पन्ने अभी भी बाकी है.

©बदनाम

डायरी

11 Love

बाबा तुम्ही होते म्हणून आज आम्ही जगत आहोत सावधान देशाला एकता एकात्मतेच्या जोरावर आणि तुम्ही दिलेल्या सविधानाच्या भरवश्यावर ©Bablukumar Raut

#Quotes  बाबा तुम्ही होते म्हणून 
आज आम्ही जगत आहोत सावधान
देशाला एकता एकात्मतेच्या जोरावर
आणि तुम्ही दिलेल्या सविधानाच्या भरवश्यावर

©Bablukumar Raut

मेरी डायरी

13 Love

Unsplash लिखने को बहुत कूछ बाकी है सोचने के लिये बहुत कूछ बाकी है कोई पढे या ना पढे पुरी जिंदगी में आगे जाना और जिंदगी जीना अभी बाकी है balkrushna raut deori ©Bablukumar Raut

#Book  Unsplash लिखने को बहुत कूछ बाकी है
सोचने के लिये बहुत कूछ बाकी है
कोई पढे या ना पढे पुरी जिंदगी में
आगे जाना और जिंदगी जीना अभी बाकी है


balkrushna raut 
deori

©Bablukumar Raut

#Book मेरी डायरी

11 Love

इस नए बदलते साल में मैं भी बदल जाना चाहती हूं चाहती हूं कुछ पुराने धब्बों को साफ करना बीत गई बातों को मन से माफ करना नदी की मानिंद बह जाना चाहती हूं इस नए बदलते साल में मै भी बदल जाना चाहती हूं चाहती हूं कुछ और व्यवस्थित हो जाना जिम्मेदारियां होते हुए भी बहुत मुस्कुराना फूलों के रंग और महकती सांसें चाहती हूं इस नए बदलते साल में मैं भी बदल जाना चाहती हूं अपने काम से काम रखना अपनी कही बातों को थाम रखना यूं नहीं किसी से उलझना चाहती हूं इस नए बदलते साल में मैं भी बदल जाना चाहती हूं कुछ सेवा कुछ सत्कर्म कर‌ना प्रेम सभी से ओर दान-धर्म करना सुबुद्धि, सुख-समृद्धि ओर शांति चाहती हूं इस नए बदलते साल में मै भी बदल जाना चाहती हूं हर पल को बाहों में स्वाभिमान से भरना चंचल हंसना ओर खूब सजना संवरना हर बीतते लम्हे को भरपूर जीना चाहती हूं इस नए बदलते साल में मै भी बदल जाना चाहती हूं।।। © Anjali Ansh

#कविता #नया  इस नए बदलते साल में 
मैं भी बदल जाना चाहती हूं

चाहती हूं कुछ पुराने धब्बों को साफ करना
बीत गई बातों को मन से माफ करना
नदी की मानिंद बह जाना चाहती हूं 
इस नए बदलते साल में 
 मै भी बदल जाना चाहती हूं

चाहती हूं कुछ और व्यवस्थित हो जाना
जिम्मेदारियां होते हुए भी बहुत मुस्कुराना 
फूलों के रंग और महकती सांसें चाहती हूं 
इस नए बदलते साल में 
 मैं भी बदल जाना चाहती हूं

अपने काम से काम रखना 
अपनी कही बातों को थाम रखना
यूं नहीं किसी से उलझना चाहती हूं
इस नए बदलते साल में 
 मैं  भी बदल जाना चाहती हूं

कुछ सेवा कुछ सत्कर्म कर‌ना
प्रेम सभी से ओर दान-धर्म करना 
सुबुद्धि, सुख-समृद्धि ओर शांति चाहती हूं 
इस नए बदलते साल में 
मै भी बदल जाना चाहती हूं

हर  पल को बाहों में स्वाभिमान से भरना 
चंचल हंसना ओर खूब सजना संवरना 
हर बीतते लम्हे को भरपूर  जीना चाहती हूं 
इस नए बदलते साल में 
मै भी बदल जाना चाहती हूं।।।

© Anjali Ansh

#नया साल

9 Love

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