tags

New utkal gourav madhusudan das Status, Photo, Video

Find the latest Status about utkal gourav madhusudan das from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about utkal gourav madhusudan das.

  • Latest
  • Popular
  • Video

Unsplash खो जाना चाहती हूँ अपने हुनर को लिए पाने अपने सपनों को मिलूंगी तुमसे एक बार फिर अपने पूरे सपने कर लौटने पर इंतजार रहेगा अपने वादों का ❣️🫰✨⚡ ©aru (.....)

#Quotes  Unsplash खो जाना चाहती हूँ अपने हुनर को लिए पाने अपने सपनों को
मिलूंगी तुमसे एक बार फिर अपने पूरे सपने कर लौटने पर 
इंतजार रहेगा अपने वादों का
❣️🫰✨⚡

©aru (.....)

@Surya Local कथायति RJ PandiT @Patel Gourav Kumar @Neha Jain life quotes

12 Love

White वैचारिक मतभेद बहुत है भीतर से मन मौन है सब देते हैं सलाह अपर को ख़ुद की सुनता कौन है अर्थ तंत्र की अभिलाषा में प्यार भरे दो बोल नहीं पल-पल दम घुटता रिश्तों का संघर्षों का मोल नहीं कुदरत माँ की देन है सूरत सीरत अपने दम सें होगी चिंता, आलस, नशा करे तो मुलाक़ात फिर गम सें होगी --- मोहन ©SoldierMohan

#Motivational #good_night  White वैचारिक मतभेद बहुत है
भीतर से मन मौन है
सब देते हैं सलाह अपर को
ख़ुद की सुनता कौन है

अर्थ तंत्र की अभिलाषा में
प्यार भरे दो बोल नहीं
पल-पल दम घुटता रिश्तों का
संघर्षों का मोल नहीं

कुदरत माँ की देन है सूरत
सीरत अपने दम सें होगी
चिंता, आलस, नशा करे तो
मुलाक़ात फिर गम सें होगी
                                          --- मोहन

©SoldierMohan

White उसकी नजरें तो जैसे सीना चीर रही थी, आज वो जैसे खुद से दूर हो रहा था। उसकी घूरती नजरें उसको तोड़ रही थी , हर एक लम्हें के साथ उम्र कम हो रही थी। जीने की तमन्ना जैसे ख्वाबों के जैसे गायब हो गई थी। आज तो उसको रोते हुए देख के उसकी भी आँखें आंसू बहा रही थी। कैसे कहे दिल का हाल "अदिति" जब वो पल पल जमीं में धंस रहा था। ओर अपने आप को ही नफरत से बेइज्जत कर रहा था।। अदिति जैन ©aditi the writer

#कविता #sad_quotes  White उसकी नजरें तो जैसे सीना चीर रही थी,
आज वो जैसे खुद से दूर हो रहा था।
उसकी घूरती नजरें उसको तोड़ रही थी ,
हर एक लम्हें के साथ उम्र कम हो रही थी।
जीने की तमन्ना जैसे ख्वाबों के जैसे गायब हो गई थी।
आज तो उसको रोते हुए देख के उसकी भी आँखें आंसू बहा रही थी।
कैसे कहे दिल का हाल "अदिति" जब वो पल पल जमीं में धंस रहा था।
ओर अपने आप को ही नफरत से बेइज्जत कर रहा था।।
अदिति जैन

©aditi the writer

White सब ही झूठे हैं। स्त्री पुरुष में तलाश रही है स्त्री, और स्वयं में ढूंढती है पुरुष। पुरुष स्त्री में तलाशता है भोग, और स्वयं में धर्म। धर्म लोगों पे तलाशता है नैतिकता, और स्वयं में प्रेम। प्रेम जगत से करता है आशा स्वीकृति की, और स्वतः स्वीकारता है जात धर्म । जात दुनिया में तलाशती है भाईचारा, भाईचारा ढूंढता है पुरुष। पुरुष फिर स्त्री तलाशता है। स्त्री पुरुष। जन्मजात नंगे लोग उत्साहित है नंगे होने को। हमेशा। नंगे लोग कपड़े पहनते है। जैसे नेता टोपी और प्रेमी चश्मा लगाता है। एक शैतानी खोपड़ी दूसरे की भूखी आंखे पर्दे में है। कोई तो राह है होगी जहां स्त्री अपनी कोमलता को , पुरुष अपनी दृढ़ता को, धर्म एकता को, प्रेम नम्रता और विश्वास को, जाती मानवता को चुन कर भोगे अपना होना। मूल का ही मोल है। बाकी सब ढोंग है। सब झूठ है। ©निर्भय चौहान

#कविता #sad_quotes  White सब ही झूठे हैं।
स्त्री पुरुष में तलाश रही है स्त्री,
और स्वयं में ढूंढती है पुरुष।

पुरुष स्त्री में तलाशता है भोग,
और स्वयं में धर्म।

धर्म लोगों पे तलाशता है नैतिकता,
और स्वयं में प्रेम।

प्रेम जगत से करता है आशा स्वीकृति की,
और स्वतः स्वीकारता है जात धर्म ।

जात दुनिया में तलाशती है भाईचारा,
भाईचारा ढूंढता है पुरुष।

पुरुष फिर स्त्री तलाशता है।
स्त्री पुरुष।
जन्मजात नंगे लोग उत्साहित है नंगे होने को।
हमेशा।
नंगे लोग  कपड़े पहनते है।
जैसे नेता टोपी और प्रेमी चश्मा लगाता है।
एक शैतानी खोपड़ी दूसरे की भूखी आंखे पर्दे में है।
कोई तो राह है होगी जहां स्त्री अपनी कोमलता को ,
पुरुष अपनी दृढ़ता को,
धर्म एकता को,
प्रेम नम्रता और विश्वास को,
जाती मानवता को चुन कर भोगे अपना होना।
मूल का ही मोल है।
बाकी सब ढोंग है।

सब झूठ है।

©निर्भय चौहान

#sad_quotes @Kumar Shaurya @vandan sharma @Madhusudan Shrivastava नीर करम गोरखपुरिया

15 Love

#वीडियो #LO√€

Unsplash खो जाना चाहती हूँ अपने हुनर को लिए पाने अपने सपनों को मिलूंगी तुमसे एक बार फिर अपने पूरे सपने कर लौटने पर इंतजार रहेगा अपने वादों का ❣️🫰✨⚡ ©aru (.....)

#Quotes  Unsplash खो जाना चाहती हूँ अपने हुनर को लिए पाने अपने सपनों को
मिलूंगी तुमसे एक बार फिर अपने पूरे सपने कर लौटने पर 
इंतजार रहेगा अपने वादों का
❣️🫰✨⚡

©aru (.....)

@Surya Local कथायति RJ PandiT @Patel Gourav Kumar @Neha Jain life quotes

12 Love

White वैचारिक मतभेद बहुत है भीतर से मन मौन है सब देते हैं सलाह अपर को ख़ुद की सुनता कौन है अर्थ तंत्र की अभिलाषा में प्यार भरे दो बोल नहीं पल-पल दम घुटता रिश्तों का संघर्षों का मोल नहीं कुदरत माँ की देन है सूरत सीरत अपने दम सें होगी चिंता, आलस, नशा करे तो मुलाक़ात फिर गम सें होगी --- मोहन ©SoldierMohan

#Motivational #good_night  White वैचारिक मतभेद बहुत है
भीतर से मन मौन है
सब देते हैं सलाह अपर को
ख़ुद की सुनता कौन है

अर्थ तंत्र की अभिलाषा में
प्यार भरे दो बोल नहीं
पल-पल दम घुटता रिश्तों का
संघर्षों का मोल नहीं

कुदरत माँ की देन है सूरत
सीरत अपने दम सें होगी
चिंता, आलस, नशा करे तो
मुलाक़ात फिर गम सें होगी
                                          --- मोहन

©SoldierMohan

White उसकी नजरें तो जैसे सीना चीर रही थी, आज वो जैसे खुद से दूर हो रहा था। उसकी घूरती नजरें उसको तोड़ रही थी , हर एक लम्हें के साथ उम्र कम हो रही थी। जीने की तमन्ना जैसे ख्वाबों के जैसे गायब हो गई थी। आज तो उसको रोते हुए देख के उसकी भी आँखें आंसू बहा रही थी। कैसे कहे दिल का हाल "अदिति" जब वो पल पल जमीं में धंस रहा था। ओर अपने आप को ही नफरत से बेइज्जत कर रहा था।। अदिति जैन ©aditi the writer

#कविता #sad_quotes  White उसकी नजरें तो जैसे सीना चीर रही थी,
आज वो जैसे खुद से दूर हो रहा था।
उसकी घूरती नजरें उसको तोड़ रही थी ,
हर एक लम्हें के साथ उम्र कम हो रही थी।
जीने की तमन्ना जैसे ख्वाबों के जैसे गायब हो गई थी।
आज तो उसको रोते हुए देख के उसकी भी आँखें आंसू बहा रही थी।
कैसे कहे दिल का हाल "अदिति" जब वो पल पल जमीं में धंस रहा था।
ओर अपने आप को ही नफरत से बेइज्जत कर रहा था।।
अदिति जैन

©aditi the writer

White सब ही झूठे हैं। स्त्री पुरुष में तलाश रही है स्त्री, और स्वयं में ढूंढती है पुरुष। पुरुष स्त्री में तलाशता है भोग, और स्वयं में धर्म। धर्म लोगों पे तलाशता है नैतिकता, और स्वयं में प्रेम। प्रेम जगत से करता है आशा स्वीकृति की, और स्वतः स्वीकारता है जात धर्म । जात दुनिया में तलाशती है भाईचारा, भाईचारा ढूंढता है पुरुष। पुरुष फिर स्त्री तलाशता है। स्त्री पुरुष। जन्मजात नंगे लोग उत्साहित है नंगे होने को। हमेशा। नंगे लोग कपड़े पहनते है। जैसे नेता टोपी और प्रेमी चश्मा लगाता है। एक शैतानी खोपड़ी दूसरे की भूखी आंखे पर्दे में है। कोई तो राह है होगी जहां स्त्री अपनी कोमलता को , पुरुष अपनी दृढ़ता को, धर्म एकता को, प्रेम नम्रता और विश्वास को, जाती मानवता को चुन कर भोगे अपना होना। मूल का ही मोल है। बाकी सब ढोंग है। सब झूठ है। ©निर्भय चौहान

#कविता #sad_quotes  White सब ही झूठे हैं।
स्त्री पुरुष में तलाश रही है स्त्री,
और स्वयं में ढूंढती है पुरुष।

पुरुष स्त्री में तलाशता है भोग,
और स्वयं में धर्म।

धर्म लोगों पे तलाशता है नैतिकता,
और स्वयं में प्रेम।

प्रेम जगत से करता है आशा स्वीकृति की,
और स्वतः स्वीकारता है जात धर्म ।

जात दुनिया में तलाशती है भाईचारा,
भाईचारा ढूंढता है पुरुष।

पुरुष फिर स्त्री तलाशता है।
स्त्री पुरुष।
जन्मजात नंगे लोग उत्साहित है नंगे होने को।
हमेशा।
नंगे लोग  कपड़े पहनते है।
जैसे नेता टोपी और प्रेमी चश्मा लगाता है।
एक शैतानी खोपड़ी दूसरे की भूखी आंखे पर्दे में है।
कोई तो राह है होगी जहां स्त्री अपनी कोमलता को ,
पुरुष अपनी दृढ़ता को,
धर्म एकता को,
प्रेम नम्रता और विश्वास को,
जाती मानवता को चुन कर भोगे अपना होना।
मूल का ही मोल है।
बाकी सब ढोंग है।

सब झूठ है।

©निर्भय चौहान

#sad_quotes @Kumar Shaurya @vandan sharma @Madhusudan Shrivastava नीर करम गोरखपुरिया

15 Love

#वीडियो #LO√€
Trending Topic