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alter Lives in Rudrapur, Uttarakhand, India

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White मैं खुद ही खुद से मिल रहा था लगता सब कुछ होगा सही बस वक्त ही फिसल रहा था मैं देखूं जिसको वो ही आगे निकल रहा था कोई हंस रहा था लगता मुझपर व्यंग कर रहा था मैं डर रहा था कोई आता मुझसे मिलने मैं खामोशियों से बिखर रहा था हैरान थे मेरे रवैए से कुछ पर शायद अब मै अकेलेपन में कूच कर रहा था। ©alter

 White मैं खुद ही खुद से मिल रहा था
लगता सब कुछ होगा सही
बस वक्त ही फिसल रहा था
मैं देखूं जिसको 
वो ही आगे निकल रहा था 
कोई हंस रहा था
लगता मुझपर व्यंग कर रहा था 
मैं डर रहा था 
कोई आता मुझसे मिलने 
मैं खामोशियों से बिखर रहा था 
हैरान थे मेरे रवैए से कुछ
पर शायद अब मै
अकेलेपन में कूच कर रहा था।

©alter

#life

12 Love

#nojohindi #skylining #Trending #April #New  दरख्तो पर तेरे नाम संग अपना नाम लिखा
तू निकल न जाए कही 
खुद से ज्यादा घड़ी की सुई पर ध्यान रखा

तेरी झलक पाने के बहाने
हाथो में चाय का एक गिलास रखा

तू गुजरती है जिस नुक्कड़ से
उस नुक्कड़ पर मैने एक यार रखा

उफ्फ! तेरे दीदार के लिए इतनी मशक्कत
शायद इसीलिए घरवालो ने तेरा नाम चांद रखा।

©alter

वक्त गुजरता गया संभला कहा वो बस बिगड़ता गया वक्त गुजरता गया गुस्सा उसे जकड़ता गया जो गया समझाने उसे वो कमबख्त उसी से झगड़ता गया वक्त गुजरता गया संभला कहा वो लड़का बस बिगड़ता गया हर राह आते जाते से वो अकड़ता गया जहां मिला मौका वहा वो लड़ता गया परवाह किसे जमाने की अपने मन की वो करता गया मिली थी जवानी वो बर्बाद उसे करता गया वक्त गुजरता गया संभला कहा वो लड़का बस बिगड़ता गया.... ©alter

#mobileaddict  वक्त गुजरता गया 
 संभला कहा वो
 बस बिगड़ता गया

 वक्त गुजरता गया 
 गुस्सा उसे जकड़ता गया
 जो गया समझाने उसे
 वो कमबख्त उसी से झगड़ता गया
 
 वक्त गुजरता गया
 संभला कहा वो लड़का
 बस बिगड़ता गया

 हर राह आते जाते से वो अकड़ता गया 
 जहां मिला मौका वहा वो लड़ता गया 

 परवाह किसे जमाने की 
 अपने मन की वो करता गया  
 मिली थी जवानी
 वो बर्बाद उसे करता गया

वक्त गुजरता गया 
संभला कहा वो लड़का
बस बिगड़ता गया....

©alter

#mobileaddict

13 Love

मुझे उसकी झूठी तारीफे करना नही आता वो समझती है मुझे इश्क करना नही आता मुझे सरेआम प्यार जताना नहीं आता वो समझती है मुझे साथ निभाना नही आता। मुझे बेवजह सवाल करना नही आता वो समझती है मुझे फिक्र करना नही आता मुझे किसी और से दिल लगाना नहीं सुहाता वो समझती है मुझे किसी के करीब जाना नही आता मुझे उसका बात छुपाना नहीं सुहाता वो समझती है मुझे आंखे पढ़ना नहीं आता मुझे उसकी झूठी तारीफे करना नही आता वो समझती है मुझे इश्क करना नही आता ©alter

#outofsight #Quotes  मुझे उसकी झूठी तारीफे करना नही आता
वो समझती है मुझे इश्क करना नही आता

मुझे सरेआम प्यार जताना नहीं आता 
वो समझती है मुझे साथ निभाना नही आता।

मुझे बेवजह सवाल करना नही आता 
वो समझती है मुझे फिक्र करना नही आता

मुझे किसी और से दिल लगाना नहीं सुहाता
वो समझती है मुझे किसी के करीब जाना नही आता

मुझे उसका बात छुपाना नहीं सुहाता
वो समझती है मुझे आंखे पढ़ना नहीं आता

मुझे उसकी झूठी तारीफे करना नही आता 
वो समझती है मुझे इश्क करना नही आता

©alter

#outofsight

11 Love

Year end 2023 ख्वाबों के आशियाने में जीने वाला परिंदा हूं मैं मर चुका हूं लेकिन किसी की यादों में जिंदा हूं मैं गैरो के लिए गुजरे हुए पल का एक किस्सा बन चुका हूं मैं अपनो की लिखी हर गजल का एक हिस्सा बन चुका हूं मैं ©alter

#विचार #YearEnd  Year end 2023   ख्वाबों के आशियाने में जीने वाला परिंदा हूं मैं

मर चुका हूं लेकिन किसी की यादों में जिंदा हूं मैं

गैरो के लिए गुजरे हुए पल का एक किस्सा बन चुका हूं मैं

अपनो की लिखी हर गजल का एक हिस्सा बन चुका हूं मैं

©alter

#YearEnd

15 Love

#CrescentMoon #2023Recap  हर पल हर घड़ी घबरा रहा हूं मैं
 कुछ ना कुछ पीछे छूटा जा रहा है 
और आगे बढ़ा जा रहा हूं मै 
स्वार्थ के अंधकार में डूबा जा रहा हूं मैं 
अपनी ही परछाई को खोता जा रहा हूं मै 
ख्याली राहों में आराम फरमा रहा हूं मैं 
असल जिंदगी में धक्के खा रहा हूं मै
 शिद्दत से जी चुरा रहा हूं मैं
 किस्मत पर दोष मढे जा रहा हूं मैं 
शुभचिंतकों की हां में हां मिलाते जा रहा हूं मैं 
अपनी खामियों पर परदा गिराते जा रहा हूं मैं 

हर पल हर घड़ी घबरा रहा हूं मैं 
कुछ ना कुछ पीछे छूटा जा रहा है 
और आगे बढ़ा जा रहा हूं मै 
नीले गगन का आजाद परिंदा हूं मैं 
दूसरों के टुकड़ों पर जीने वाला कारिंदा बन चुका हूं मैं
 गुमनामी के अंधेरे में डूबता राही हूं मैं
 जी वक्त रहते संभल ना पाया 
तो समझ लेना राख की सुराही हूं मै 
हसरतों की कशमकश में सब कुछ गवा चुका हूं मैं 
जो अपने थे उन्हें भी पराया बना चुका हूं मैं
 पश्चाताप की आग में निखर गया हूं मैं 
मंजिल की तलाश में शिद्दत करने निकल पड़ा हूं मैं 
कांच के टुकड़ों सा बिखर चुका हूं मैं 
फिर भी जिंदगी जिए जा रहा हूं मैं 
फिर भी जिंदगी जिए जा रहा हूं मैं

©alter

#CrescentMoon

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