अल्फाज़

अल्फाज़

  • Latest
  • Popular
  • Repost
  • Video

White कितने कमाल और ख़ूबसूरत होते हैं वो पुरुष, जो खाने में नखरे नहीं करते जो परोस दो थाली में चुपचाप ख़ुशी से खा लेते हैं, ख़ुद ही उठकर पानी ले लिया करते हैं और जूठे बर्तन उठाकर रख देते हैं, बस बहुत थोड़े से होते हैं कुछेक ऐसे पुरुष जो स्त्री के परिश्रम को समझ पाते हैं. ©अल्फाज़

#love_shayari  White कितने कमाल और ख़ूबसूरत होते हैं वो पुरुष, 
जो खाने में नखरे नहीं करते 
जो परोस दो थाली में 
 चुपचाप ख़ुशी से खा लेते हैं, 
ख़ुद ही उठकर पानी ले लिया करते हैं 
और जूठे बर्तन उठाकर रख देते हैं,
 बस बहुत थोड़े से होते हैं कुछेक ऐसे पुरुष 
जो स्त्री के परिश्रम को समझ पाते हैं.

©अल्फाज़

#love_shayari

13 Love

तुम प्रेरणा हो मेरी,तुम साधना हो मेरी तुम सामने हो मगर,तुम कल्पना हो मेरी मैं शब्द हूं तुम सुर हो, मैं दीप हूं तुम नूर हो ना हो परी ना हूर हो, तुम मेरा कोहिनूर हो, मैं कहाँ का कवि था, मैं तो कोई नहीं था मैंने न कोई सच्ची लिखी थी कविता, पर जबसे तुम जिंदगी में हो आयी, पता नहीं कौन सा जादू हो लाई, मेरे शब्द अपने-आप छंद में ढल जाते हैं, और मेरे ख्याल कविता बन जाते हैं, मेरे स्वप्न-नींद-रात-चाँद-हर्ष सब तुम हो, मेरे कवि होने की वजह एक सिर्फ तुम ही हो तुम प्रेरणा हो मेरी,तुम साधना हो मेरी तुम सामने हो मगर,तुम कल्पना हो मेरी तुम प्रेरणा हो मेरी, तुम प्रेरणा हो मेरी..!! ©अल्फाज़

 तुम प्रेरणा हो मेरी,तुम साधना हो मेरी
तुम सामने हो मगर,तुम कल्पना हो मेरी

मैं शब्द हूं तुम सुर हो,
मैं दीप हूं तुम नूर हो
ना हो परी ना हूर हो,
तुम मेरा कोहिनूर हो,

मैं कहाँ का कवि था,
मैं तो कोई नहीं था
मैंने न कोई सच्ची लिखी थी कविता,
पर जबसे तुम जिंदगी में हो आयी,
पता नहीं कौन सा जादू हो लाई,

मेरे शब्द अपने-आप छंद में ढल जाते हैं,
और मेरे ख्याल कविता बन जाते हैं,
मेरे स्वप्न-नींद-रात-चाँद-हर्ष सब तुम हो,
मेरे कवि होने की वजह एक सिर्फ तुम ही हो

तुम प्रेरणा हो मेरी,तुम साधना हो मेरी
तुम सामने हो मगर,तुम कल्पना हो मेरी
तुम प्रेरणा हो मेरी, तुम प्रेरणा हो मेरी..!!

©अल्फाज़

तुम हो...

11 Love

Year end 2023 नए साल की आगमन में, नई उम्मीदों की चादर ओढ़ते हुए l सपनों की ऊँचाइयों को छूने का एक और सफर शुरू करते हैं ll पुराने साल में कुछ सपने जो अधुरे रह गये थे, नए वर्ष में उन्हें पुरा करने की कोशिश करते हैl यूं तो पुराने साल ने बहुत कुछ अनुभव दिये जिंदगी ने, कुछ सपने पूरे हुए पर कुछ रह गये!! कुछ नये रिश्ते बने, जो जिंदगी भर के लिए अपने हो गये !! चलो इस नये साल में, चुनौतियों का सामना करते हुए, अपनो को साथ चलते हुए, हौसलों को बनाये रखते हुए, एक नये उम्मीद को जगाये रखते हुए, एक नए दिन, नई राहें, नए इरादे साथ लेकर, मुसीबतों को हराकर, नए साल में रब से दुआएं लेकर नये साल का सफर शुरू करते हैं l नव बर्ष 2024 की हार्दिक शुभकामनाएं l ©विनोद जोशी

#2023Recap #New  Year end 2023 नए साल की आगमन में, नई उम्मीदों की चादर ओढ़ते हुए l
सपनों की ऊँचाइयों को छूने का एक और सफर शुरू करते हैं ll

पुराने साल में कुछ सपने जो अधुरे रह गये थे,
नए वर्ष में उन्हें पुरा करने की कोशिश करते हैl

यूं तो पुराने साल ने बहुत कुछ अनुभव दिये जिंदगी ने, 
कुछ सपने पूरे हुए पर कुछ रह गये!! 
कुछ नये रिश्ते बने, जो जिंदगी भर के लिए अपने हो गये !! 

चलो इस नये साल में, 
चुनौतियों का सामना करते हुए, 
अपनो को साथ चलते हुए, 
हौसलों को बनाये रखते हुए, 
 एक नये उम्मीद को जगाये रखते हुए,
एक
नए दिन, नई राहें, नए इरादे साथ लेकर,
मुसीबतों को हराकर, नए साल में रब से दुआएं
 लेकर नये साल का सफर शुरू करते हैं l

नव बर्ष 2024 की हार्दिक शुभकामनाएं l

©विनोद जोशी

#New year

13 Love

 जब घर का बेटा लाद कर सामान दूसरे शहर को जाता है
तब फक्र  से सभी घर वालो का सिर ऊंचा हो जाता है ll

लेकिन वो गाड़ी में बैठते वक्त अपनी आँखें दौड़ता है
तो इतनी आखें नम देख कर उसका दिल भर आता है l

पिता कुछ बीमार रहते है, मालूम है उसे, 
पर वो अपनी जरूरतों के सामने खुद को बेवश पाता है l

माँ से नही होते घर के काम सारे, पर वो मां के कंधो मे हाथ रख कर उसे अपनी मजबूरियों का अहसास दिलाता हैं!! 

गाड़ी जैसे ही आगे बड़ती हैं, वो कसकर मूँद लेता है आँखे, 
और आँखों से एक आसूं आकर उसके होंठो पर दम तोड़ जाता है!! 

और कौन कहता है सिर्फ़ बेटियां ही होती है विदा, 
बेटों को भी न जाने कितने बार नम आँखों से विदा किया जाता है.

©विनोद जोशी

मजबूरियाँ बेटों की

72 View

पिता ने कभी नहीं कहा, मेरे पास पैसे नहीं है ll मां ने कभी नहीं कहा, मेरी तबीयत खराब है ll और मैंने कभी नहीं कहा, आज खाने में नमक ज्यादा हैll कभी-कभी सच ना बोलने से दुनिया और सुंदर बन जाती है, और रिश्ते अच्छे और गहरे बन जाते हैं!! ❤❤❤❤ ©विनोद जोशी

 पिता ने कभी नहीं कहा, 
मेरे पास पैसे नहीं है ll

मां ने कभी नहीं कहा, 
मेरी तबीयत खराब है ll

और मैंने कभी नहीं कहा, 
आज खाने में नमक ज्यादा हैll

 कभी-कभी सच ना बोलने से
 दुनिया और सुंदर बन जाती है, 
 और रिश्ते अच्छे और गहरे बन जाते हैं!! 

❤❤❤❤

©विनोद जोशी

रिश्ते जो बन जाते हैं..,

14 Love

मेरी एक ख्वाहिश है कि मैं कुछ लिखूं , मैं जो भी लिखूं सिर्फ इक तुम्हारी चाहत में ही लिखूं।। तुम्हें हर पल हर लम्हा लिखूं, तुम्हें मैं अपनी हर आदत में लिखूं।। जब भी दुआ के खातिर हाथ उठाओ , तो मैं तुम्हें अपनी हर इबादत मैं लिखूं ।। जब भी राधा के साथ श्याम लिखूं, तुम्हारे नाम के साथ अपना नाम लिखूं। लिखने को तो मैं तुम्हे अपने हर अल्फाज में लिखूं, मेरे कल में भी लिखूं और मेरे आज में भी लिखूं।। जब भी मैं लिखूं, तो सुरुवात में ही लिखूं, एक सुनहरे पल के आगाज की कहानी।। बीच मे लिखूं संघर्ष की तुम्हारी जुबानी और अंत में लिखूं एक खूबसूरत सफर के अंत की कहानी।। ©विनोद जोशी

 मेरी एक ख्वाहिश है कि  मैं कुछ लिखूं , 
मैं जो भी लिखूं सिर्फ इक तुम्हारी चाहत में ही लिखूं।। 

तुम्हें हर पल हर लम्हा लिखूं, 
तुम्हें मैं अपनी हर आदत में लिखूं।। 

जब भी दुआ के खातिर हाथ उठाओ , 
तो मैं तुम्हें अपनी हर इबादत मैं लिखूं ।। 

जब भी राधा के साथ श्याम लिखूं, 
 तुम्हारे नाम के साथ अपना नाम लिखूं। 

 लिखने को तो मैं तुम्हे अपने हर अल्फाज में लिखूं, 
मेरे कल में भी लिखूं और मेरे आज में भी लिखूं।। 

 जब भी मैं लिखूं, तो सुरुवात में ही लिखूं, 
 एक सुनहरे पल के आगाज की कहानी।। 

बीच मे लिखूं संघर्ष की तुम्हारी जुबानी
और अंत में लिखूं एक खूबसूरत सफर के अंत की कहानी।।

©विनोद जोशी

# मेरी ख्वाहिश है कि मैं कुछ लिखूं

13 Love

Trending Topic