"बहुत खास हो तुम आज भी,
बस जताना छोड़ दिया।
दिल में अब भी तस्वीर तुम्हारी है,
पर दिखाना छोड़ दिया।
तुम्हारी बातें हर रोज याद आती हैं,
सपनों में तुमसे मुलाकात हो जाती है,
पर हकीकत से वो चुप्पी बन जाती है,
बस तुम्हें समझाना छोड़ दिया।
वो हंसी, वो शामें आज भी अपनी हैं,
तुम्हारी यादों की जो नमी हमारी आँखों मे है,
वो आज भी भी अपनी है,
बस उस दर्द को ज़ाहिर करना छोड़ दिया।
तुम्हारे बिना जीना सीखा नहीं अब तक,
पर तुम्हें वापस पाने का हक़ छोड़ दिया।
बहुत खास हो तुम आज भी,
बस जताना छोड़ दिया।"
©silent_03
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