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Richa Dhar

Richa Dhar

I enjoy writing, reading listening to poetry.

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*****स्मृतियाँ****** नदियों के प्रवाह सी हैं तुम्हारी स्मृतियाँ जो कभी ठहरती नहीं, टकराकर चोटिल हो जाती हैं मगर रुकती नहीं, अंततः मिलती है पीड़ा के समुद्र से मगर अस्तित्व मिट पाता नहीं, विलीन हो जाती है उस जल में मगर जीवन में ठहराव लाती नहीं, पूनम के चंद्र सा है मेरा हृदय तुम्हारी स्मृतियों का जवार-भाटा ठहरता नहीं, शुष्क रेगिस्तान सी हो गयी ये जीर्ण शीर्ण काया कंटक ही साथ रह गए हरियाली अब आती नहीं, ©Richa Dhar

#कविता #sagarkinare  *****स्मृतियाँ******

नदियों के प्रवाह सी हैं तुम्हारी स्मृतियाँ
जो कभी ठहरती नहीं,
टकराकर चोटिल हो जाती हैं
मगर रुकती नहीं,
अंततः मिलती है पीड़ा के समुद्र से
मगर अस्तित्व मिट पाता नहीं,
विलीन हो जाती है उस जल में
मगर जीवन में ठहराव लाती नहीं,
पूनम के चंद्र सा है मेरा हृदय
तुम्हारी स्मृतियों का जवार-भाटा ठहरता नहीं,
शुष्क रेगिस्तान सी हो गयी ये जीर्ण शीर्ण काया
कंटक ही साथ रह गए हरियाली अब आती नहीं,

©Richa Dhar

#sagarkinare स्मृतियाँ

14 Love

Unsplash मेरा अक्षम्य अपराध बस इतना सा था, के मेरा प्रेम तुम्हारे लिए अत्यधिक था। तुम्हारे अंतस की बातों से मैं सदा ही अनभिज्ञ रही, प्रेम इतना रहा के तुम्हारी कमियों पर भी पर्दा डालती रही, तुम्हारी झिड़क, अपमान भी सहती रही, और वो विलक्षण क्षण सदा खोजती रही जब तुम सदा के लिए मेरे लिए आत्मसमर्पण कर दोगे मन ने जो तुम्हारी छवि तैयार की वो तोड़ दोगे मैं आज तक उसी मानसिक शांति की तलाश में हूँ, और शायद अब सब कुछ सहने की आदी हो चुकी हूँ, अब ये जीवन सामान्य सा हो गया है, जीवन निर्वाह करने का ढांचा तैयार हो गया है ©Richa Dhar

#कविता #library  Unsplash मेरा अक्षम्य अपराध बस इतना सा था,
 के मेरा प्रेम तुम्हारे लिए अत्यधिक था।

तुम्हारे अंतस की बातों से मैं सदा ही अनभिज्ञ रही, 
प्रेम इतना रहा के तुम्हारी कमियों पर भी पर्दा डालती रही,

तुम्हारी झिड़क, अपमान भी सहती रही, 
और वो विलक्षण क्षण सदा खोजती रही

जब तुम सदा के लिए मेरे लिए आत्मसमर्पण कर दोगे
 मन ने जो तुम्हारी छवि तैयार की वो तोड़ दोगे

मैं आज तक उसी मानसिक शांति की तलाश में हूँ, 
और शायद अब सब कुछ सहने की आदी हो चुकी हूँ,

अब ये जीवन सामान्य सा हो गया है, 
जीवन निर्वाह करने का ढांचा तैयार हो गया है

©Richa Dhar

#library स्त्री

18 Love

White मेरे सामने बैठ जाओ कुछ मत कहो मेरी आँखों में देखो बस किसी की मत सुनो मूक सा है मेरा प्रेम बोली से न समझ पाओगे आँखों के द्वारा उतरो मन में हर बात समझ जाओगे बात गहरी है तो गहराई में जाना ही होगा मन के अथाह सागर में गोते तो लगाना ही होगा असफल हो जाते हैं शब्द भाव व्यक्त करने में भावनाएं समझ जाओगे तुम मेरा मौन पढ़ने में लाचार हुए शब्दों का कष्ट भी समझ जाओगे जिस दिन अप्रकटित शब्दों का मौन समझ जाओगे । ©Richa Dhar

#कविता #love_qoutes  White मेरे सामने बैठ जाओ
कुछ मत कहो
मेरी आँखों में देखो
बस किसी की मत सुनो
मूक सा है मेरा प्रेम 
बोली से न समझ पाओगे
आँखों के द्वारा उतरो मन में हर बात समझ जाओगे 
बात गहरी है तो गहराई में जाना ही होगा 
मन के अथाह सागर में गोते तो लगाना ही होगा 
असफल हो जाते हैं शब्द भाव व्यक्त करने में 
भावनाएं समझ जाओगे तुम मेरा मौन पढ़ने में 
लाचार हुए शब्दों का कष्ट भी समझ जाओगे
जिस दिन अप्रकटित शब्दों का मौन समझ जाओगे ।

©Richa Dhar

#love_qoutes अप्रकाटित शब्द

17 Love

मोहब्बत में कहां कौंन कितना खरा उतरता है यहाँ ज़रूरत के हिसाब से लिबास बदल लिए जाते हैं मुकर जाते हैं हर रोज़ लोग अपनी ही बात से सच का आईना दिखा कर झूठ का पर्दा फ़ाश कर जाते हैं सच की झलक झूठ से भी झलक जाती है सच आसमान में कहकशां से बिखर जाते हैं मोहब्बत सिर्फ़ जिस्म को पाना नहीं है दोस्तों रूह को जो छू ले ,अब ऐसे हमसफर कहाँ मिल पाते हैं मन के दरख़्तों पर लिख जाते हैं पहले नाम अपना फ़िर बाद में ख़रोंच कर सब मिटा दिए जाते हैं मोहब्बत एक चाहत है,तड़पन है,बेशकीमती तोहफ़ा है बाद में यही सब के सब फना हो जाते हैं ©Richa Dhar

#कविता #lonely  मोहब्बत में कहां कौंन कितना खरा उतरता है
यहाँ ज़रूरत के हिसाब से लिबास बदल लिए जाते हैं

मुकर जाते हैं हर रोज़ लोग अपनी ही बात से
सच का आईना दिखा कर झूठ का पर्दा फ़ाश कर जाते हैं

सच की झलक झूठ से भी झलक जाती है
सच आसमान में कहकशां से बिखर जाते हैं

मोहब्बत सिर्फ़ जिस्म को पाना नहीं है दोस्तों
रूह को जो छू ले ,अब ऐसे हमसफर कहाँ मिल पाते हैं

मन के दरख़्तों पर लिख जाते हैं पहले नाम अपना
फ़िर बाद में ख़रोंच कर सब मिटा दिए जाते हैं

मोहब्बत एक चाहत है,तड़पन है,बेशकीमती तोहफ़ा है
बाद में यही सब के सब फना हो जाते हैं

©Richa Dhar

#lonely मोहब्बत

12 Love

White चाहो किसी को कितना भी मगर ये एहसास मत कराना के तुम जी नहीं सकते उसके बिना,ऐसा मत जताना कमज़ोर पड़ जाओगे तुम,और कमजोरी होगा वो शख्स वो ज़िंदगी है तुम्हारी,ये किसी हाल में मत बताना हर बात दिल की बता दोगे,तो वो कमज़ोरी समझ जाएगा बेशक़ उसे भी तुमसे मोहब्बत हो,मगर अपनी कमजोरी मत बताना इश्क़ समुंदर है,प्यार सिर्फ़ बूंद बन कर रह जायेगा तुम्हारा डूब जाओगे तुम,इश्क़ में मर जाओगे,ये राज़ कभी उसे मत जताना ©Richa Dhar

#शायरी #GoodMorning  White  चाहो किसी को कितना भी मगर ये एहसास मत कराना
के तुम जी नहीं सकते उसके बिना,ऐसा मत जताना

कमज़ोर पड़ जाओगे तुम,और कमजोरी होगा वो शख्स
वो ज़िंदगी है तुम्हारी,ये किसी हाल में मत बताना

हर बात दिल की बता दोगे,तो वो कमज़ोरी समझ जाएगा
बेशक़ उसे भी तुमसे मोहब्बत हो,मगर अपनी कमजोरी मत बताना

इश्क़ समुंदर है,प्यार सिर्फ़ बूंद बन कर रह जायेगा तुम्हारा
डूब जाओगे तुम,इश्क़ में मर जाओगे,ये राज़ कभी उसे मत जताना

©Richa Dhar

#GoodMorning शायरी दर्द

16 Love

White किसी ने मुझसे कहा था.....✍🏼✍🏼✍🏼 रिश्ते की बुनियाद मजबूत होनी चाहिए रिश्ते_सच्चाई की नींव पर खड़ी होनी चाहिये। नहीं पता था कि रिश्ते झूठ से चलते हैं सच्चाई सिर्फ़ दिखावा होना चाहिए झूठ की गठरी बांधे कंधे पर लिये घूम रही है दुनियां नहीं पता था कि सच्चाई को झूठ के वस्त्र पहनाने चाहिए दिखावा झूठ का सर्वोत्तम गुण है आजकल ये अभिनय अब सबको सीख जाना चाहिए दुःख कितना भी मिले जीवन में,आँसूं भर आये आँखों में पीकर एक एक कतरा,सिर्फ़ मुस्कुराना चाहिए ©Richa Dhar

#शायरी #love_shayari  White  किसी ने मुझसे कहा था.....✍🏼✍🏼✍🏼

रिश्ते की बुनियाद मजबूत होनी चाहिए
रिश्ते_सच्चाई की नींव पर खड़ी होनी चाहिये।

नहीं पता था कि रिश्ते झूठ से चलते हैं
सच्चाई सिर्फ़ दिखावा होना चाहिए

झूठ की गठरी बांधे कंधे पर लिये घूम रही है दुनियां
नहीं पता था कि सच्चाई को झूठ के वस्त्र पहनाने चाहिए

दिखावा झूठ का सर्वोत्तम गुण है आजकल
ये अभिनय अब सबको सीख जाना चाहिए

दुःख कितना भी मिले जीवन में,आँसूं भर आये आँखों में
पीकर एक एक कतरा,सिर्फ़ मुस्कुराना चाहिए

©Richa Dhar

#love_shayari किसी ने मुझसे कहा था

15 Love

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