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बिना कुछ बताए, अचानक से हम चले गए होते अगर तब तो वजह बनती थी उसकी नाराज़गी की लेकिन हम ने तो बताया था कि कुछ उलझनों से दूर जा रहे हैं कुछ दिनों के लिए , तब उसने जाने से रोका भी तो नहीं। उस वक़्त तो बातें इस अंदाज़ में की थी कि जैसे मेरी सोच में अपनी भी रज़ामंदी शामिल कर दी । ख़ैर, वो भी किस हक़ से रोकता मुझे, हम ने तो इक-दूसरे को ऐसा कोई हक़ दिया ही नहीं । बस दोस्त कह दिया इक-दूसरे को लेकिन दिल से जुड़े कुछ रिश्ते सिर्फ़ दोस्ती से भी ऊॅंचा मक़ाम रखते हैं, इस बात को शायद हम ने समझा ही नहीं । दिल से जुड़े रिश्तों में नाराज़गी से बढ़ कर मोहब्बत होती है, इन रिश्तों में सच्चाई, वफ़ादारी और transparency की भी अहमियत होती है, इस बात को शायद हम ने जाना ही नहीं । ख़ैर, ये सारी बातें एक तरफ़ लेकिन फ़िर भी मेरे जाने की बात तो उसे पहले से पता थी, और इस बात पर ऐतराज़ कोई उसने भी तो जताया नहीं, फ़िर उसी बात पर नाराज़ होने का अब कोई जवाज़ भी तो बनता नहीं। #bas yunhi ek khayaal ....... ©Sh@kila Niy@z

#basekkhayaal #nijotohindi #basyunhi #Quotes  बिना कुछ बताए, अचानक से हम चले गए होते अगर 
तब तो वजह बनती थी उसकी नाराज़गी की 
लेकिन हम ने तो बताया था कि 
कुछ उलझनों से दूर जा रहे हैं कुछ दिनों के लिए ,
तब उसने जाने से रोका भी तो नहीं।
उस वक़्त तो बातें इस अंदाज़ में की थी कि जैसे 
मेरी सोच में अपनी भी रज़ामंदी शामिल कर दी ।
ख़ैर, वो भी किस हक़ से रोकता मुझे,
हम ने तो इक-दूसरे को ऐसा कोई हक़ दिया ही नहीं ।
बस दोस्त कह दिया इक-दूसरे को लेकिन दिल से जुड़े कुछ रिश्ते 
सिर्फ़ दोस्ती से भी ऊॅंचा मक़ाम रखते हैं, 
इस बात को शायद हम ने समझा ही नहीं ।
दिल से जुड़े रिश्तों में नाराज़गी से बढ़ कर मोहब्बत होती है,
इन रिश्तों में सच्चाई, वफ़ादारी और transparency की भी 
अहमियत होती है, इस बात को शायद हम ने जाना ही नहीं ।
ख़ैर, ये सारी बातें एक तरफ़ लेकिन फ़िर भी 
मेरे जाने की बात तो उसे पहले से पता थी, 
और इस बात पर ऐतराज़ कोई उसने भी तो जताया नहीं,
फ़िर उसी बात पर नाराज़ होने का अब कोई जवाज़ भी तो बनता नहीं।

#bas yunhi ek khayaal .......

©Sh@kila Niy@z

Maa teri mamta ka kya hisab dun, Tu hi bata kaise tera karz ada karun, Na kabhi kuch manga tu ne mujhse, Na maine kabhi tujhe kuch de paaya. Teri baahon mein jo sukoon mila, Woh duniya ke kisi konae mein naah paaya, Jab tak kabil bana, dene layak, Tab tak tu kahin door, ek yaad ban gaya. Tere bina zindagi adhoori si lagti hai, Teri baatein ab bhi har din rulaati hain, Maa, tu ne sab kuch diya, bin maange, Aur main tera karz kabhi na chuka paaya. Maa teri mamta ka kya hisab dun, Tere pyaar ko kaise shabdon mein baaya. kru. ©kavi Abhishek Pathak

#Dark #maa  Maa teri mamta ka kya hisab dun,
Tu hi bata kaise tera karz ada karun,
Na kabhi kuch manga tu ne mujhse,
Na maine kabhi tujhe kuch de paaya.

Teri baahon mein jo sukoon mila,
Woh duniya ke kisi konae mein naah paaya,
Jab tak kabil bana, dene layak,
Tab tak tu kahin door, ek yaad ban gaya.

Tere bina zindagi adhoori si lagti hai,
Teri baatein ab bhi har din rulaati hain,
Maa, tu ne sab kuch diya, bin maange,
Aur main tera karz kabhi na chuka paaya.

Maa teri mamta ka kya hisab dun,
Tere pyaar ko kaise shabdon mein baaya. kru.

©kavi Abhishek Pathak

#Dark #maa

12 Love

इस तरह तो नहीं निभाई जाती मोहब्बत,जिस तरह निभाता है वो मोहब्बत सच्ची है अगर, तो किसी और का नक़ाब ओढ कर क्यूॅं आता है वो?? और कब तक सुनेगा वो मेरी ज़ुबान से ख़ुद की ही मोहब्बत की दास्ताॅं हक़ीक़त जानते हुए भी अंजान बन कर, मुझे ही क्यूॅं आज़माता है वो?? मैंने ना कभी सच से इन्कार किया और ना मेरी कोई हक़ीक़त छुपी हुई है उस से, और मुझ पर इतना भी यक़ीन नहीं उसे की, जो बातें जानना ज़रूरी है मेरे लिए वो बातें भी मुझ से ही छुपाता हैं वो । और अगर उसके इतने भी यक़ीन के क़ाबिल नहीं हूॅं मैं, तो फ़िर किस जवाज़ से बातें मोहब्बत की करता है वो?? जहाॅं यक़ीन ही नहीं होता वहाॅं फ़िर मोहब्बत भी नहीं होती, क्या इतनी सी बात भी नहीं समझ पाता है वो ?? न जाने वो किस भरम में रखना चाहता है मुझे, और न जाने किस वहम-ओ-ग़ुमान में ख़ुद भी रहना चाहता है वो मुझे तो बस इतना ही समझ आता है कि, इस तरह निभाई ही नहीं जाती मोहब्बत जिस तरह निभाता है वो । #bas yunhi ....... ©Sh@kila Niy@z

#basekkhayaal #nojotohindi #Sach_Jhooth #mohabbat #basyunhi  इस तरह तो नहीं निभाई जाती मोहब्बत,जिस तरह निभाता है वो 
मोहब्बत सच्ची है अगर, तो किसी और का नक़ाब ओढ कर क्यूॅं आता है वो??

और कब तक सुनेगा वो मेरी ज़ुबान से ख़ुद की ही मोहब्बत की दास्ताॅं
हक़ीक़त जानते हुए भी अंजान बन कर, मुझे ही क्यूॅं आज़माता है वो??

मैंने ना कभी सच से इन्कार किया और ना मेरी कोई हक़ीक़त छुपी हुई है उस से,
और मुझ पर इतना भी यक़ीन नहीं उसे की, जो बातें जानना ज़रूरी है मेरे लिए 
वो बातें भी मुझ से ही छुपाता हैं वो ।

और अगर उसके इतने भी यक़ीन के क़ाबिल नहीं हूॅं मैं,
तो फ़िर किस जवाज़ से बातें मोहब्बत की करता है वो??

जहाॅं यक़ीन ही नहीं होता वहाॅं फ़िर मोहब्बत भी नहीं होती, 
क्या इतनी सी बात भी नहीं समझ पाता है वो ??

न जाने वो किस भरम में रखना चाहता है मुझे,
और न जाने किस वहम-ओ-ग़ुमान में ख़ुद भी रहना चाहता है वो 

मुझे तो बस इतना ही समझ आता है कि,
इस तरह निभाई ही नहीं जाती मोहब्बत जिस तरह निभाता है वो ।

#bas yunhi .......

©Sh@kila Niy@z

अब वो शख़्स भी घूरता है मुझे, जो आइने में दिखता है मुझे। नज़रों में है इल्ज़ामों का सैलाब, जैसे मेरी हर हार लिखता है मुझे। पहले वो दोस्त था, हमराज़ था मेरा, अब तो अजनबी सा लगता है मुझे। ख़ामोश खड़ा है, पर चीखता हुआ, अपने ही सवालों में जकड़ता है मुझे। कभी मेरे होने की वजह था वही, आज वही मेरा वजूद मिटाता है मुझे। शायद ये आइना भी थक गया है अब, जो मेरी ही परछाई से डराता है मुझे। ©UNCLE彡RAVAN

#Dark  अब वो शख़्स भी घूरता है मुझे,
जो आइने में दिखता है मुझे।
नज़रों में है इल्ज़ामों का सैलाब,
जैसे मेरी हर हार लिखता है मुझे।

पहले वो दोस्त था, हमराज़ था मेरा,
अब तो अजनबी सा लगता है मुझे।
ख़ामोश खड़ा है, पर चीखता हुआ,
अपने ही सवालों में जकड़ता है मुझे।

कभी मेरे होने की वजह था वही,
आज वही मेरा वजूद मिटाता है मुझे।
शायद ये आइना भी थक गया है अब,
जो मेरी ही परछाई से डराता है मुझे।

©UNCLE彡RAVAN

#Dark

12 Love

लोग इंतजार में थे, मेरी हार के। एक मैं था जो हारते हारते, जीत ही गया। ©Shyarana Andaaz (अज्ञात)

#मोटिवेशनल #Dark  लोग इंतजार में थे, मेरी हार के। 
एक मैं था जो हारते हारते, जीत ही गया।

©Shyarana Andaaz (अज्ञात)

#Dark

12 Love

न ख़ामोशियाॅं टूटती है, न इंतज़ार ख़त्म होता है और अब तो दिल भी नहीं लगता जहाॅं, वहाॅं रुक कर भी अब क्या करूॅंगी मैं ?? बस समेट रही हूॅं सारे एहसासात और जज़्बात अपने, मना रही हूॅं दिल को अपने,जिस दिन दिल कहेगा, फ़िर वो शहर,वो गली,वो अपना घर छोड़ दूॅंगी मैं। उलझनों के साथ जीने की आदत नहीं मुझे, फ़िर भी बस मोहब्बत की ख़ातिर एक तवील अर्सा गुज़ारा है मैंने बेचैनियों में, लेकिन उन्हीं उलझनों और सवालों के साथ अब ज़्यादा देर तक उस घर में नहीं रह पाऊॅंगी मैं । हाॅं छूट जाऍंगे कुछ दोस्त नए-पुराने, दूर हो जाऊॅंगी उस से भी, जिसे ख़ालिस दिल से चाहा है मैंने, इन सब से शायद फ़िर कभी नहीं मिल पाऊॅंगी मैं । उस से दूर हो कर दिल को भी कहाॅं चैन आएगा ?? लेकिन दिल को इस बात का इत्मीनान तो रहेगा कि, कम से कम इसके बाद फ़िर कभी उसकी ख़ामोशी और उसकी तकलीफ़ की वजह नहीं बनूॅंगी मैं । #bas yunhi ek khayaal ....... ©Sh@kila Niy@z

#basekkhayaal #nojotohindi #basyunhi #Khayaal  न ख़ामोशियाॅं टूटती है, न इंतज़ार ख़त्म होता है 
और अब तो दिल भी नहीं लगता जहाॅं,
वहाॅं रुक कर भी अब क्या करूॅंगी मैं ??

बस समेट रही हूॅं सारे एहसासात और जज़्बात अपने,
मना रही हूॅं दिल को अपने,जिस दिन दिल कहेगा,
फ़िर वो शहर,वो गली,वो अपना घर छोड़ दूॅंगी मैं।

उलझनों के साथ जीने की आदत नहीं मुझे,
फ़िर भी बस मोहब्बत की ख़ातिर 
एक तवील अर्सा गुज़ारा है मैंने बेचैनियों में,
लेकिन उन्हीं उलझनों और सवालों के साथ 
अब ज़्यादा देर तक उस घर में नहीं रह पाऊॅंगी मैं ।

हाॅं छूट जाऍंगे कुछ दोस्त नए-पुराने,
दूर हो जाऊॅंगी उस से भी, जिसे ख़ालिस दिल से चाहा है मैंने,
इन सब से शायद फ़िर कभी नहीं मिल पाऊॅंगी मैं ।

उस से दूर हो कर दिल को भी कहाॅं चैन आएगा ??
लेकिन दिल को इस बात का इत्मीनान तो रहेगा कि,
कम से कम इसके बाद फ़िर कभी उसकी ख़ामोशी और 
उसकी तकलीफ़ की वजह नहीं बनूॅंगी मैं ।

#bas yunhi ek khayaal .......

©Sh@kila Niy@z
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