Poetry Month- Writing Contest
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मेरी पहचान मेरे बदले वक्त की तक़दीर हो, मेरी ख़ुशी की तस्वीर हो। तुम मेरी हाथों की लकीरें हो, मेरी ख्वाबों का ताबीर हो। ©Ajaynswami

#PoetInYou #Quotes  मेरी पहचान   मेरे बदले वक्त की तक़दीर हो, मेरी ख़ुशी की तस्वीर हो। 
तुम मेरी हाथों की लकीरें हो, मेरी ख्वाबों का ताबीर हो।

©Ajaynswami

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13 Love

#जीवनसाथी #हमसफ़र #हर_पल #life_partner #साथ  मेरी पहचान   हूँ तन्हा-अकेला तुम मुझे पनाह दो न,
लगाओ गले से फिर सुला दो न

हूँ कब से इन्तज़ार में तुम्हारे उम्रभर के लिए,
आओ साथ और सब कुछ भुला दो न

चलती हैं साँसे साथ होने को हरपल तुम्हारे,
आओ हरपल के लिए अपने साथ रख लो न

हूँ तन्हा-अकेला सा अब तुम मुझे पनाह दो न...

©Himanshu Tomar

मेरी पहचान कविताओं में मेरा ज्यादा कोई वास्ता नहीं और नाही शेरों शायरी में , सेड सॉंग लिखना मेरा हॉबी हैं लभ ही लभ स्टोरीया हैं मेरे डायरी में, ©Ajay verman

#PoetInYou  मेरी पहचान       कविताओं में मेरा ज्यादा कोई वास्ता नहीं 

और नाही शेरों शायरी में ,

सेड सॉंग लिखना मेरा हॉबी हैं 

लभ ही लभ स्टोरीया हैं मेरे डायरी में,

©Ajay verman

#PoetInYou

19 Love

मेरी पहचान मेरी पहचान मेरे देश से है .. मेरा धर्म चाहे जो हो .. मेरी पहचान मेरे वेश से हे मेरे लिए खास ये सविधान हे... ©G0V!ND DHAkAD

#PoetInYou  मेरी पहचान  मेरी पहचान मेरे देश से है ..
 मेरा धर्म चाहे जो हो .. 
मेरी पहचान मेरे वेश से हे 
मेरे लिए खास ये सविधान हे...

©G0V!ND DHAkAD

#PoetInYou

47 Love

मेरी पहचान मेरी पहचान मेरी सीरत मेरा बेहवार है,,,,,,,, मेरी सूरत जा मेरा काम नही,,,,,,,, सूरत झूठी है काम में हजारों झूठ बोलते है हम मेरा जमीर ही मेरी पहचान है ©Awara Amber, M

#PoetInYou  मेरी पहचान  मेरी पहचान मेरी सीरत
मेरा बेहवार है,,,,,,,,
मेरी सूरत जा मेरा
काम नही,,,,,,,,
सूरत झूठी है काम
में हजारों झूठ बोलते है हम
मेरा जमीर ही मेरी
पहचान है

©Awara Amber, M

#PoetInYou

14 Love

मेरी पहचान अपनी पहचान बनाने निकला हूँ खुद को खुद से मिलाने निकला हूँ दबा है जो सालों से मेरे अंदर अपने हुनर को तराशने निकला हूँ जानता हूँ यह सफर लंबा और तन्हा होगा हिम्मत करके आज खुद को आजमाने निकला हूँ 👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏 ©Sethi Ji

#कविता #शायरी #Messageoftheday #सपने #nojotohindi  मेरी पहचान  अपनी पहचान बनाने निकला हूँ
खुद को खुद से मिलाने निकला हूँ

दबा है जो सालों से मेरे अंदर
अपने हुनर को तराशने निकला हूँ

जानता हूँ यह सफर लंबा और तन्हा होगा
हिम्मत करके आज खुद को आजमाने निकला हूँ

👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏

©Sethi Ji

ढल चुका हूँ अपने जज़बातों में इतना कोई अपना अब छोटा नहीं लगता हो चुका हूँ अपने महकमों का इतना कोई संघर्ष अब बड़ा नहीं लगता 🌺 🌺 🌺 🌺 🌺 🌺 🌺 🌺 🌺 🌺 🌺 🌺 🌺 🌺 🌺

277 Love

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