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#शायरी #Feeling #shayri #window #short  ए हवा वो जानी पहचानी महक हमने दूसरे शहर मोड़ दी,
फासले बढ़े इस कदर दरमियान के
जो रौशनदान खुलता था जिस दहलीज़ की तरफ हमारी,
हमने वो दहलीज़ ही छोड़ दी।।
- राहुल कान्त

©Raahul Kant

ए हवा वो जानी पहचानी महक हमने दूसरे शहर मोड़ दी, फासले बढ़े इस कदर दरमियान के जो रौशनदान खुलता था जिस दहलीज़ की तरफ हमारी, हमने वो दहलीज़ ही छोड़ दी।। - राहुल कान्त #window #short #shayri #Love #Feeling

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#प्रकृति_बचाओ_जीवन_बचाओ #Quotes  प्रकृति की पांडुलिपि का 
तकनीकी की प्रतिलिपि में अवतरण 
धरती को संग्रहालय की वस्तु बनाने का प्रक्रम है

©Parul Sharma
#शायरी #window  चमके बिजली बरसे बादल कोई खिड़की पर इंतजार करे
भीगे बदन को गले से लगाकर कोई तीखी सी तकरार करे
दिखते हैं चेहरे हजारों कोई एक तो ये स्वीकार करे
नहीं चाहिए हमें जिस्म वाला कोई आँखों से ही प्यार करे

©Prince Kaushal

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#शायरी #window  क्यूँ डरूँ मैं आंधियो से
जब तूफान खुद मेरे अंदर चलता है...

©कृतान्त अनन्त नीरज...

#window #love

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#कच्चेरिश़्ते #पक्केमकान #फ़िल्म #kukku2004  पक्के घरों में रहते हैं आजकल कच्चे रिश्ते, कच्चे घरों का अस्तित्व ही मिट गया,
मिट्टी से अलगाव क्या हुआ इंसानों का , खून का रिश्ता भी बे-मोल  बिक   गया,

अब तो संबन्ध सिर्फ़ दौलत से निभाये जाते हैं ,प्रेम के रिश्ते तो ठुकराए जाते हैं,
माँ ,बाप,भाई,बहन ,भी कहाँ विशुद्ध प्रेम जताते हैं, इनमें भी अब मतलब के कण पाए जाते हैं।।

©poonam atrey

#पक्केमकान #कच्चेरिश़्ते कवि संतोष बड़कुर @shashi kala mahto @Mili Saha अदनासा- @Nishit Raj @Saloni Khanna @Ambika Mallik @Reema Mittal @Rahul Praveen Jain "पल्लव" @Vijay Besharm @Rakesh Srivastava @Kamlesh Kandpal @Anshu writer @Urvashi Kapoor शीतल चौधरी(मेरे शब्द संकलन ) @Sethi Ji #kukku2004 RUPENDRA SAHU "रूप" @SAUD ALAM @hardik Mahajan Raju .......@Aadil अभिलाष द्विवेदी (अकेला ) एक अनपढ़ शायर Sita Prasad प्रज्ञा PRIYANK SHRIVASTAVA 'अरमान' @Sunita Pathania @Babli BhatiBaisla @Babli BhatiBaisla Sunita Pa

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गाँव के किसी कोने में एक बूढ़े को अकेले खाँसते देखा है हमने सपनों को अक्सर टूटी खिड़कियों से ही झाँकते देखा है ©PRINCE KAUSHAL

#Quotes #window  गाँव के किसी कोने में एक बूढ़े को अकेले खाँसते देखा है
हमने सपनों  को अक्सर टूटी खिड़कियों से ही झाँकते देखा है

©PRINCE KAUSHAL

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