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New सुनील जोगी कविता कोश Status, Photo, Video

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#कविता #love_shayari  White  ढलती शाम ने कहा 
फिर मिलेंगे यहां 
रात चांद ने.... चांदनी से कहा 
फिर इंतजार रहेगा अगली रातों को यहां 
महकती सुबह ने कहा 
खुशनुमा दिन रहेगा तेरा.....

©Sarita Kumari Ravidas

#love_shayari हिंदी कविता Hinduism प्रेम कविता कविता कोश कविताएं

117 View

White फिर फूट पड़ी है आशा की लौ प्राची में सिंदूरी हुआ आसमान गुजर गया स्याह रातों का कारवां ले अंगड़ाई फिर उठ पड़ा है जहान फिर नई उमंग लेकर आया है सबेरा विपिन-विटपों ने छेड़ी शीतल मंद बयार विहग-वृंदों ने छोड़ा अपना रैन बसेरा नाच उठे फिर से मकरंद करते गूँजार वट-वृक्षों से लिपट झूम उठी लताऐं महक उठा मधुवन पुष्प-प्रसूनों से स्वर रागिनियाँ बज उठी चहुं ओर कोयल ने कर ली जुगलबंदी बुलबुल से जीवों की क्रिणाओं से स्पंदित हो रही धरा थम गए सारे हो रहे रण भीषण घमासान पुलकित हो उठा रोम-रोम सहर्ष ही प्रकृति ने फेर दी जो सबके चेहरों पर मुस्कान ©Kirbadh

#कविता #good_morning  White फिर फूट पड़ी है आशा की लौ
प्राची में सिंदूरी हुआ आसमान
गुजर गया स्याह रातों का कारवां 
ले अंगड़ाई फिर उठ पड़ा है जहान 

फिर नई उमंग लेकर आया है सबेरा
विपिन-विटपों ने छेड़ी शीतल मंद बयार
विहग-वृंदों ने छोड़ा अपना रैन बसेरा
नाच उठे फिर से मकरंद करते गूँजार

वट-वृक्षों से लिपट झूम उठी लताऐं 
महक उठा मधुवन पुष्प-प्रसूनों से
स्वर रागिनियाँ बज उठी चहुं ओर 
कोयल ने कर ली जुगलबंदी बुलबुल से

जीवों की क्रिणाओं से स्पंदित हो रही धरा 
थम गए सारे हो रहे रण भीषण घमासान
पुलकित हो उठा रोम-रोम सहर्ष ही
प्रकृति ने फेर दी जो सबके चेहरों पर मुस्कान

©Kirbadh

#good_morning कविता कोश कविताएं हिंदी कविता

14 Love

White मन का जख्म बदन पर जो लगे, वो जख्म भर जाते हैं, वक़्त की मरहम से, दर्द भी मिट जाते हैं। पर जो गहरे घाव, मन के भीतर लगते हैं, वो हर धड़कन के संग, फिर से जी उठते हैं। न कोई मलहम, न कोई दवा कारगर, इन घावों को बस, सहेजना ही है बेहतर। ये घाव सिखाते हैं, जीवन का एक पाठ, हर दर्द के पीछे छुपा, कोई अटल सत्य का साथ। तो मन के जख्मों को, बस प्यार से थाम लो, दर्द की इस धारा में, खुद को पहचान लो। क्योंकि मन का घाव ही, तुम्हें मजबूत बनाएगा, और जीवन के हर मोड़ पर, नया सूरज दिखाएगा। ©Writer Mamta Ambedkar

#कविता #sad_quotes  White 

मन का जख्म

बदन पर जो लगे,
वो जख्म भर जाते हैं,
वक़्त की मरहम से,
दर्द भी मिट जाते हैं।

पर जो गहरे घाव,
मन के भीतर लगते हैं,
वो हर धड़कन के संग,
फिर से जी उठते हैं।

न कोई मलहम,
न कोई दवा कारगर,
इन घावों को बस,
सहेजना ही है बेहतर।

ये घाव सिखाते हैं,
जीवन का एक पाठ,
हर दर्द के पीछे छुपा,
कोई अटल सत्य का साथ।

तो मन के जख्मों को,
बस प्यार से थाम लो,
दर्द की इस धारा में,
खुद को पहचान लो।

क्योंकि मन का घाव ही,
तुम्हें मजबूत बनाएगा,
और जीवन के हर मोड़ पर,
नया सूरज दिखाएगा।

©Writer Mamta Ambedkar

#sad_quotes हिंदी कविता कविता कोश कविताएं कविता प्रेम कविता

10 Love

White हम सफ़र हज़ार फासले होने के बावजूद बडा सुकून हमें तेरा ख्याल देता है हज़ार फासले होने के बावजूद हज़ार फासले होने के बावजूद, तेरा ख्याल दिल को उजाल देता है। दूर रहकर भी जो पास लगे, ऐसा एहसास तेरा कमाल देता है। तेरी यादें बसी हैं सांसों में, हर धड़कन तुझसे सवाल करता है। क्यों दूरी का शिकवा करें, जब तेरा ख्याल ही जवाब देता है। बिछड़ने का ग़म होता है पर, तेरे ख्याल से हर दर्द टल जाता है। जैसे दूर चाँद को देखकर भी, मन को उसका नूर बहाल देता है। इस दिल का क्या हाल कहें, जो हर घड़ी तुझे पुकार देता है। ©Writer Mamta Ambedkar

#कविता #love_shayari  White हम सफ़र 

हज़ार फासले होने के बावजूद
  बडा सुकून हमें तेरा  ख्याल देता है
 
हज़ार फासले होने के बावजूद
हज़ार फासले होने के बावजूद,
तेरा ख्याल दिल को उजाल देता है।
दूर रहकर भी जो पास लगे,
ऐसा एहसास तेरा कमाल देता है।

तेरी यादें बसी हैं सांसों में,
हर धड़कन तुझसे सवाल करता है।
क्यों दूरी का शिकवा करें,
जब तेरा ख्याल ही जवाब देता है।

बिछड़ने का ग़म होता है पर,
तेरे ख्याल से हर दर्द टल जाता है।
जैसे दूर चाँद को देखकर भी,
मन को उसका नूर बहाल देता है।

इस दिल का क्या हाल कहें,
जो हर घड़ी तुझे पुकार देता है।

©Writer Mamta Ambedkar

#love_shayari प्रेम कविता हिंदी कविता कविता कविताएं कविता कोश

14 Love

White बारिश की बूंदे कितनी ख्वाहिश थी, बारिश की बूंदों को, आसमान से गिरकर, जमीन में दफ्न होने की। वो जो ऊंचाइयों में, बादलों की गोद में थीं, हर एक लम्हा सोचती थीं, धरती की मिट्टी से मिलने को। चमकते सूरज के डर से, बादलों में छुपती रहीं, पर दिल में हसरत थी, जमीन की आगोश में समाने की। फिर एक दिन बादलों ने भेजा उन्हें धरती को तोहफा बनाकर, जीवन को सींचने, और प्यास बुझाने। गिरती रहीं,झूमकर, नाचकर, हर पत्ती, हर शाख से लिपटकर, मिट्टी की खुशबू में, अपने अस्तित्व को मिटाने। दफ्न होकर मिट्टी में, वो बूंदें मुस्कुराईं, कि उनकी ख्वाहिश ने, जीवन को एक नई कहानी सुनाई। ख्वाहिशें भी ऐसे ही, अधूरी नहीं रहतीं, आसमान से गिरकर, ज़मीन पर मुकम्मल होती हैं। राइटर ममता आंबेडकर मोटिवेशनल कवित्री ©Writer Mamta Ambedkar

#कविता #Sad_Status  White बारिश की बूंदे

कितनी ख्वाहिश थी,
बारिश की बूंदों को,

आसमान से गिरकर,
जमीन में दफ्न होने की।

वो जो ऊंचाइयों में,
बादलों की गोद में थीं,

हर एक लम्हा सोचती थीं,
धरती की मिट्टी से मिलने को।

चमकते सूरज के डर से,
बादलों में छुपती रहीं,

पर दिल में हसरत थी,
जमीन की आगोश में समाने की।

फिर एक दिन बादलों ने भेजा 
उन्हें धरती को तोहफा बनाकर,

जीवन को सींचने,
और प्यास बुझाने।

गिरती रहीं,झूमकर, नाचकर,
हर पत्ती, हर शाख से लिपटकर,

मिट्टी की खुशबू में,
अपने अस्तित्व को मिटाने।

दफ्न होकर मिट्टी में,
वो बूंदें मुस्कुराईं,

कि उनकी ख्वाहिश ने,
जीवन को एक नई कहानी सुनाई।

ख्वाहिशें भी ऐसे ही,
अधूरी नहीं रहतीं,

आसमान से गिरकर,
ज़मीन पर मुकम्मल होती हैं।

राइटर ममता आंबेडकर मोटिवेशनल कवित्री

©Writer Mamta Ambedkar

#Sad_Status प्यार पर कविता कविता कोश प्रेम कविता कविता कविताएं

14 Love

White साँझ ढली फिर नहीं आयी वो आज फिर मैं राह देखते रहा होते रहा अधीर सोचते की किस खता की दे रही सज़ा 2 सोचते की कैसे हो गई बेपीर ©कवि प्रभात

#कविता #good_night  White साँझ ढली फिर नहीं आयी वो आज फिर
मैं राह देखते रहा होते रहा अधीर 
सोचते की किस खता की दे रही सज़ा 2
सोचते की कैसे हो गई बेपीर

©कवि प्रभात

#good_night प्यार पर कविता कविता कोश

9 Love

#कविता #love_shayari  White  ढलती शाम ने कहा 
फिर मिलेंगे यहां 
रात चांद ने.... चांदनी से कहा 
फिर इंतजार रहेगा अगली रातों को यहां 
महकती सुबह ने कहा 
खुशनुमा दिन रहेगा तेरा.....

©Sarita Kumari Ravidas

#love_shayari हिंदी कविता Hinduism प्रेम कविता कविता कोश कविताएं

117 View

White फिर फूट पड़ी है आशा की लौ प्राची में सिंदूरी हुआ आसमान गुजर गया स्याह रातों का कारवां ले अंगड़ाई फिर उठ पड़ा है जहान फिर नई उमंग लेकर आया है सबेरा विपिन-विटपों ने छेड़ी शीतल मंद बयार विहग-वृंदों ने छोड़ा अपना रैन बसेरा नाच उठे फिर से मकरंद करते गूँजार वट-वृक्षों से लिपट झूम उठी लताऐं महक उठा मधुवन पुष्प-प्रसूनों से स्वर रागिनियाँ बज उठी चहुं ओर कोयल ने कर ली जुगलबंदी बुलबुल से जीवों की क्रिणाओं से स्पंदित हो रही धरा थम गए सारे हो रहे रण भीषण घमासान पुलकित हो उठा रोम-रोम सहर्ष ही प्रकृति ने फेर दी जो सबके चेहरों पर मुस्कान ©Kirbadh

#कविता #good_morning  White फिर फूट पड़ी है आशा की लौ
प्राची में सिंदूरी हुआ आसमान
गुजर गया स्याह रातों का कारवां 
ले अंगड़ाई फिर उठ पड़ा है जहान 

फिर नई उमंग लेकर आया है सबेरा
विपिन-विटपों ने छेड़ी शीतल मंद बयार
विहग-वृंदों ने छोड़ा अपना रैन बसेरा
नाच उठे फिर से मकरंद करते गूँजार

वट-वृक्षों से लिपट झूम उठी लताऐं 
महक उठा मधुवन पुष्प-प्रसूनों से
स्वर रागिनियाँ बज उठी चहुं ओर 
कोयल ने कर ली जुगलबंदी बुलबुल से

जीवों की क्रिणाओं से स्पंदित हो रही धरा 
थम गए सारे हो रहे रण भीषण घमासान
पुलकित हो उठा रोम-रोम सहर्ष ही
प्रकृति ने फेर दी जो सबके चेहरों पर मुस्कान

©Kirbadh

#good_morning कविता कोश कविताएं हिंदी कविता

14 Love

White मन का जख्म बदन पर जो लगे, वो जख्म भर जाते हैं, वक़्त की मरहम से, दर्द भी मिट जाते हैं। पर जो गहरे घाव, मन के भीतर लगते हैं, वो हर धड़कन के संग, फिर से जी उठते हैं। न कोई मलहम, न कोई दवा कारगर, इन घावों को बस, सहेजना ही है बेहतर। ये घाव सिखाते हैं, जीवन का एक पाठ, हर दर्द के पीछे छुपा, कोई अटल सत्य का साथ। तो मन के जख्मों को, बस प्यार से थाम लो, दर्द की इस धारा में, खुद को पहचान लो। क्योंकि मन का घाव ही, तुम्हें मजबूत बनाएगा, और जीवन के हर मोड़ पर, नया सूरज दिखाएगा। ©Writer Mamta Ambedkar

#कविता #sad_quotes  White 

मन का जख्म

बदन पर जो लगे,
वो जख्म भर जाते हैं,
वक़्त की मरहम से,
दर्द भी मिट जाते हैं।

पर जो गहरे घाव,
मन के भीतर लगते हैं,
वो हर धड़कन के संग,
फिर से जी उठते हैं।

न कोई मलहम,
न कोई दवा कारगर,
इन घावों को बस,
सहेजना ही है बेहतर।

ये घाव सिखाते हैं,
जीवन का एक पाठ,
हर दर्द के पीछे छुपा,
कोई अटल सत्य का साथ।

तो मन के जख्मों को,
बस प्यार से थाम लो,
दर्द की इस धारा में,
खुद को पहचान लो।

क्योंकि मन का घाव ही,
तुम्हें मजबूत बनाएगा,
और जीवन के हर मोड़ पर,
नया सूरज दिखाएगा।

©Writer Mamta Ambedkar

#sad_quotes हिंदी कविता कविता कोश कविताएं कविता प्रेम कविता

10 Love

White हम सफ़र हज़ार फासले होने के बावजूद बडा सुकून हमें तेरा ख्याल देता है हज़ार फासले होने के बावजूद हज़ार फासले होने के बावजूद, तेरा ख्याल दिल को उजाल देता है। दूर रहकर भी जो पास लगे, ऐसा एहसास तेरा कमाल देता है। तेरी यादें बसी हैं सांसों में, हर धड़कन तुझसे सवाल करता है। क्यों दूरी का शिकवा करें, जब तेरा ख्याल ही जवाब देता है। बिछड़ने का ग़म होता है पर, तेरे ख्याल से हर दर्द टल जाता है। जैसे दूर चाँद को देखकर भी, मन को उसका नूर बहाल देता है। इस दिल का क्या हाल कहें, जो हर घड़ी तुझे पुकार देता है। ©Writer Mamta Ambedkar

#कविता #love_shayari  White हम सफ़र 

हज़ार फासले होने के बावजूद
  बडा सुकून हमें तेरा  ख्याल देता है
 
हज़ार फासले होने के बावजूद
हज़ार फासले होने के बावजूद,
तेरा ख्याल दिल को उजाल देता है।
दूर रहकर भी जो पास लगे,
ऐसा एहसास तेरा कमाल देता है।

तेरी यादें बसी हैं सांसों में,
हर धड़कन तुझसे सवाल करता है।
क्यों दूरी का शिकवा करें,
जब तेरा ख्याल ही जवाब देता है।

बिछड़ने का ग़म होता है पर,
तेरे ख्याल से हर दर्द टल जाता है।
जैसे दूर चाँद को देखकर भी,
मन को उसका नूर बहाल देता है।

इस दिल का क्या हाल कहें,
जो हर घड़ी तुझे पुकार देता है।

©Writer Mamta Ambedkar

#love_shayari प्रेम कविता हिंदी कविता कविता कविताएं कविता कोश

14 Love

White बारिश की बूंदे कितनी ख्वाहिश थी, बारिश की बूंदों को, आसमान से गिरकर, जमीन में दफ्न होने की। वो जो ऊंचाइयों में, बादलों की गोद में थीं, हर एक लम्हा सोचती थीं, धरती की मिट्टी से मिलने को। चमकते सूरज के डर से, बादलों में छुपती रहीं, पर दिल में हसरत थी, जमीन की आगोश में समाने की। फिर एक दिन बादलों ने भेजा उन्हें धरती को तोहफा बनाकर, जीवन को सींचने, और प्यास बुझाने। गिरती रहीं,झूमकर, नाचकर, हर पत्ती, हर शाख से लिपटकर, मिट्टी की खुशबू में, अपने अस्तित्व को मिटाने। दफ्न होकर मिट्टी में, वो बूंदें मुस्कुराईं, कि उनकी ख्वाहिश ने, जीवन को एक नई कहानी सुनाई। ख्वाहिशें भी ऐसे ही, अधूरी नहीं रहतीं, आसमान से गिरकर, ज़मीन पर मुकम्मल होती हैं। राइटर ममता आंबेडकर मोटिवेशनल कवित्री ©Writer Mamta Ambedkar

#कविता #Sad_Status  White बारिश की बूंदे

कितनी ख्वाहिश थी,
बारिश की बूंदों को,

आसमान से गिरकर,
जमीन में दफ्न होने की।

वो जो ऊंचाइयों में,
बादलों की गोद में थीं,

हर एक लम्हा सोचती थीं,
धरती की मिट्टी से मिलने को।

चमकते सूरज के डर से,
बादलों में छुपती रहीं,

पर दिल में हसरत थी,
जमीन की आगोश में समाने की।

फिर एक दिन बादलों ने भेजा 
उन्हें धरती को तोहफा बनाकर,

जीवन को सींचने,
और प्यास बुझाने।

गिरती रहीं,झूमकर, नाचकर,
हर पत्ती, हर शाख से लिपटकर,

मिट्टी की खुशबू में,
अपने अस्तित्व को मिटाने।

दफ्न होकर मिट्टी में,
वो बूंदें मुस्कुराईं,

कि उनकी ख्वाहिश ने,
जीवन को एक नई कहानी सुनाई।

ख्वाहिशें भी ऐसे ही,
अधूरी नहीं रहतीं,

आसमान से गिरकर,
ज़मीन पर मुकम्मल होती हैं।

राइटर ममता आंबेडकर मोटिवेशनल कवित्री

©Writer Mamta Ambedkar

#Sad_Status प्यार पर कविता कविता कोश प्रेम कविता कविता कविताएं

14 Love

White साँझ ढली फिर नहीं आयी वो आज फिर मैं राह देखते रहा होते रहा अधीर सोचते की किस खता की दे रही सज़ा 2 सोचते की कैसे हो गई बेपीर ©कवि प्रभात

#कविता #good_night  White साँझ ढली फिर नहीं आयी वो आज फिर
मैं राह देखते रहा होते रहा अधीर 
सोचते की किस खता की दे रही सज़ा 2
सोचते की कैसे हो गई बेपीर

©कवि प्रभात

#good_night प्यार पर कविता कविता कोश

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