Writer Mamta Ambedkar

Writer Mamta Ambedkar

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White **मीठी बातों की कला** पता नहीं कैसे, मीठी बातों से लोग दिलों में जगह बना लेते हैं। हम तो सच की राह पर, कभी-कभी कड़वाहट सा सच कह जाते हैं। शब्दों में मिठास भरना, जैसे शहद का झरना। पर हमारे शब्द तो, बादल जैसे बहते हैं— कभी गड़गड़ाते, तो कभी बरस जाते हैं। कहने को सादगी है, पर शायद यही हमारी कमी है। मीठे बोल से जो दिल जीतते हैं, हम उनकी राह समझ नहीं पाते हैं। पर सच की अपनी पहचान है, इसमें झूठ की न कोई परछाई है। दिल में जगह चाहे कम बने, पर जो बने, वह सच्चाई है। ©Writer Mamta Ambedkar

#कविता #sad_quotes  White **मीठी बातों की कला**  

पता नहीं कैसे,  
मीठी बातों से लोग  
दिलों में जगह बना लेते हैं।  
हम तो सच की राह पर,  
कभी-कभी कड़वाहट सा  
सच कह जाते हैं।  

शब्दों में मिठास भरना,  
जैसे शहद का झरना।  
पर हमारे शब्द तो,  
बादल जैसे बहते हैं—  
कभी गड़गड़ाते,  
तो कभी बरस जाते हैं।  

कहने को सादगी है,  
पर शायद यही हमारी कमी है।  
मीठे बोल से जो दिल जीतते हैं,  
हम उनकी राह समझ नहीं पाते हैं।  

पर सच की अपनी पहचान है,  
इसमें झूठ की न कोई परछाई है।  
दिल में जगह चाहे कम बने,  
पर जो बने, वह सच्चाई है।

©Writer Mamta Ambedkar

#sad_quotes

13 Love

White **याद रह जाने वाले लोग** अच्छे लोगों की ये खासियत होती है, जैसे हवा में घुली खुशबू होती है। ना कोई कोशिश, ना कोई वजह, फिर भी दिल के कोने में बस रहती है। उनकी बातें जैसे सजीव कहानी, हर लफ्ज़ में छुपी होती है रवानी। मुलाकातें छोटी पर असर गहरा, यादों में उनका बसेरा ठहरा। उनकी आँखों में सच्चाई झलकती, हर मुस्कान में एक दुआ चमकती। हर लम्हा, हर क्षण वो ऐसे बिखरते, जैसे फूलों से खुशबू बहकर उतरते। उन्हें याद करने की ज़रूरत कहाँ, वो दिल की दीवारों पर बसते यहाँ। अच्छे लोग किताबों की तरह होते, जो बार-बार पढ़ने में भी नए लगते। ये खूबी ही है, ये पहचान है, जो उन्हें अलग और महान है। अच्छे लोगों को कोई कैसे भुला पाए, वो याद नहीं, दिल का हिस्सा बन जाए। ©Writer Mamta Ambedkar

#कविता #love_shayari  White **याद रह जाने वाले लोग**  

अच्छे लोगों की ये खासियत होती है,  
जैसे हवा में घुली खुशबू होती है।  
ना कोई कोशिश, ना कोई वजह,  
फिर भी दिल के कोने में बस रहती है।  

उनकी बातें जैसे सजीव कहानी,  
हर लफ्ज़ में छुपी होती है रवानी।  
मुलाकातें छोटी पर असर गहरा,  
यादों में उनका बसेरा ठहरा।  

उनकी आँखों में सच्चाई झलकती,  
हर मुस्कान में एक दुआ चमकती।  
हर लम्हा, हर क्षण वो ऐसे बिखरते,  
जैसे फूलों से खुशबू बहकर उतरते।  

उन्हें याद करने की ज़रूरत कहाँ,  
वो दिल की दीवारों पर बसते यहाँ।  
अच्छे लोग किताबों की तरह होते,  
जो बार-बार पढ़ने में भी नए लगते।  

ये खूबी ही है, ये पहचान है,  
जो उन्हें अलग और महान है।  
अच्छे लोगों को कोई कैसे भुला पाए,  
वो याद नहीं, दिल का हिस्सा बन जाए।

©Writer Mamta Ambedkar

#love_shayari

14 Love

White **अंध विश्वास** क्यों ढूंढते हो अंधेरों में प्रकाश, क्यों मानते हो बिना तर्क के विश्वास? जहां ज्ञान का दीपक जल सकता है, वहां क्यों अंधेरे का सहारा बनता है? पत्थर को भगवान बना देते हो, मन की कमजोरी को ढाल देते हो। तारों को तकदीर से जोड़ते हो, और कर्म को किस्मत पर छोड़ते हो। भ्रम के बंधन को तोड़ो जरा, सत्य की राह पर थोड़ा चलो जरा। विज्ञान ने दी है नई दृष्टि हमें, उससे जागृत करो हर शक्ति हमें। सोचो, समझो और ज्ञान अपनाओ, अंधविश्वास की बेड़ियों को हटाओ। भरोसा करो अपनी बुद्धि पर, उजाले की ओर बढ़ो हर क्षण। तर्क और सत्य को साथी बनाओ, हर अंधकार को मिटाने आओ। ज्ञान का दीप जलाओ मन में, नवज्योति लाओ इस जीवन में। ©Writer Mamta Ambedkar

#कविता #love_shayari  White **अंध विश्वास**  

क्यों ढूंढते हो अंधेरों में प्रकाश,  
क्यों मानते हो बिना तर्क के विश्वास?  
जहां ज्ञान का दीपक जल सकता है,  
वहां क्यों अंधेरे का सहारा बनता है?  

पत्थर को भगवान बना देते हो,  
मन की कमजोरी को ढाल देते हो।  
तारों को तकदीर से जोड़ते हो,  
और कर्म को किस्मत पर छोड़ते हो।  

भ्रम के बंधन को तोड़ो जरा,  
सत्य की राह पर थोड़ा चलो जरा।  
विज्ञान ने दी है नई दृष्टि हमें,  
उससे जागृत करो हर शक्ति हमें।  

सोचो, समझो और ज्ञान अपनाओ,  
अंधविश्वास की बेड़ियों को हटाओ।  
भरोसा करो अपनी बुद्धि पर,  
उजाले की ओर बढ़ो हर क्षण।  

तर्क और सत्य को साथी बनाओ,  
हर अंधकार को मिटाने आओ।  
ज्ञान का दीप जलाओ मन में,  
नवज्योति लाओ इस जीवन में।

©Writer Mamta Ambedkar

#love_shayari

14 Love

White **"डिजिटल परछाईं"** जब थम जाएगी ये सांसों की डोरी, और दुनिया रह जाएगी पीछे की कहानी, फिर क्या होगा उन अकाउंट्स का, जहां हमने गढ़ी थी अपनी डिजिटल निशानी। इंस्टाग्राम पर रह जाएगी हंसी की झलक, फोटो, रील, और यादों की चमक। लाइक और कमेंट्स तो थम जाएंगे, पर हमारी परछाईं वहां रह जाएगी। फेसबुक पर बचेंगी पोस्ट की बातें, दोस्तों संग बिताए लम्हों के नाते। वो "हैप्पी बर्थडे" की पुरानी पुकार, अब केवल यादों की बन जाएगी दीवार। यूट्यूब पर बसेंगे हमारे ख्वाब, वो वीडियो, वो आवाज़ें, वो जवाब। सब्सक्राइबर्स गिनेंगे बीते दिनों को, पर चैनल का सन्नाटा बताएगा सच को। डिजिटल दुनिया भले अमर हो जाए, पर इंसान की हकीकत छिप नहीं पाए। हम जाएंगे पर छाप रह जाएगी, वर्चुअल दुनियां में भी कहानी कह जाएगी। तो जी लो अभी, ये पल अनमोल हैं, क्योंकि अंत में यादें ही सहचर हैं। इंस्टाग्राम, फेसबुक, यूट्यूब का क्या, हमारी जिंदगी का हर लम्हा असल है। ©Writer Mamta Ambedkar

#कविता #Couple  White **"डिजिटल परछाईं"**  

जब थम जाएगी ये सांसों की डोरी,  
और दुनिया रह जाएगी पीछे की कहानी,  
फिर क्या होगा उन अकाउंट्स का,  
जहां हमने गढ़ी थी अपनी डिजिटल निशानी।  

इंस्टाग्राम पर रह जाएगी हंसी की झलक,  
फोटो, रील, और यादों की चमक।  
लाइक और कमेंट्स तो थम जाएंगे,  
पर हमारी परछाईं वहां रह जाएगी।  

फेसबुक पर बचेंगी पोस्ट की बातें,  
दोस्तों संग बिताए लम्हों के नाते।  
वो "हैप्पी बर्थडे" की पुरानी पुकार,  
अब केवल यादों की बन जाएगी दीवार।  

यूट्यूब पर बसेंगे हमारे ख्वाब,  
वो वीडियो, वो आवाज़ें, वो जवाब।  
सब्सक्राइबर्स गिनेंगे बीते दिनों को,  
पर चैनल का सन्नाटा बताएगा सच को।  

डिजिटल दुनिया भले अमर हो जाए,  
पर इंसान की हकीकत छिप नहीं पाए।  
हम जाएंगे पर छाप रह जाएगी,  
वर्चुअल दुनियां में भी कहानी कह जाएगी।  

तो जी लो अभी, ये पल अनमोल हैं,  
क्योंकि अंत में यादें ही सहचर हैं।  
इंस्टाग्राम, फेसबुक, यूट्यूब का क्या,  
हमारी जिंदगी का हर लम्हा असल है।

©Writer Mamta Ambedkar

#Couple

13 Love

Unsplash **मेरा नज़रिया** मेरा नज़रिया, मेरी पहचान, देखता हूँ दुनिया को खुले आसमान। जो धुंध में छुपे हैं रास्ते, उन्हें रोशनी से सजा दूँ, ये मेरा वादा है। हर मुश्किल में छिपा है हल, हर बिखराव में छुपी है हलचल। हर बात का जवाब है मेरे नज़रिए में, सपनों का संसार है मेरे सफर में। न मैं गिरा हूँ, न मैं रुकूँगा, हर ठोकर को सीढ़ी बना, मैं चलूँगा। आँधियाँ मेरी सोच को हिला नहीं सकती, क्योंकि मेरा नज़रिया मुझे डिगा नहीं सकती। जो दुनिया को लगे पागलपन, वो मेरे लिए है सफर का इंधन। ज़िन्दगी के रंग मैं भरता रहूँगा, अपना नज़रिया खुद गढ़ता रहूँगा। अगर अंधेरों में दिखेगी रोशनी कहीं, तो वो मेरा नज़रिया ही होगा सही। सपनों को हकीकत में बदलूँगा मैं, अपने नज़रिए से खुद को तराशूँगा मैं। ©Writer Mamta Ambedkar

#कविता #Book  Unsplash **मेरा नज़रिया**  

मेरा नज़रिया, मेरी पहचान,  
देखता हूँ दुनिया को खुले आसमान।  
जो धुंध में छुपे हैं रास्ते,  
उन्हें रोशनी से सजा दूँ, ये मेरा वादा है।  

हर मुश्किल में छिपा है हल,  
हर बिखराव में छुपी है हलचल।  
हर बात का जवाब है मेरे नज़रिए में,  
सपनों का संसार है मेरे सफर में।  

न मैं गिरा हूँ, न मैं रुकूँगा,  
हर ठोकर को सीढ़ी बना, मैं चलूँगा।  
आँधियाँ मेरी सोच को हिला नहीं सकती,  
क्योंकि मेरा नज़रिया मुझे डिगा नहीं सकती।  

जो दुनिया को लगे पागलपन,  
वो मेरे लिए है सफर का इंधन।  
ज़िन्दगी के रंग मैं भरता रहूँगा,  
अपना नज़रिया खुद गढ़ता रहूँगा।  

अगर अंधेरों में दिखेगी रोशनी कहीं,  
तो वो मेरा नज़रिया ही होगा सही।  
सपनों को हकीकत में बदलूँगा मैं,  
अपने नज़रिए से खुद को तराशूँगा मैं।

©Writer Mamta Ambedkar

#Book

11 Love

**चुप रहना सीख लिया** हमने सहना सीख लिया, दर्द को दिल में रखना सीख लिया। कहते तो बात और बिगड़ जाती, इसलिए खामोशी का गहना सीख लिया। शब्दों से चोट और गहरी लगती, हर जुबां पर सवाल ठहरती। सच कहने की कीमत चुकानी पड़ी, इसलिए अब चुप्पी अपनानी पड़ी। आंसू जो गिरते थे खुलकर कभी, अब आंखों के कोने में छिपते हैं सभी। हंसी भी जैसे बहाना बन गई, खुद से ही बात करना आदत बन गई। चुप रहकर भी सब समझ जाते हैं, अंदर की हलचल को पढ़ जाते हैं। हमने बेशक खामोश रहना सीखा, पर हर दर्द ने कुछ नया सिखा। अब शिकायत नहीं, कोई गिला नहीं, दिल में बस सब्र का सिलसिला सही। शब्दों से ऊपर रिश्ते रखना सीख लिया, हमने सहना और चुप रहना सीख लिया। ©Writer Mamta Ambedkar

#कविता #Her  **चुप रहना सीख लिया**  

हमने सहना सीख लिया,  
दर्द को दिल में रखना सीख लिया।  
कहते तो बात और बिगड़ जाती,  
इसलिए खामोशी का गहना सीख लिया।  

शब्दों से चोट और गहरी लगती,  
हर जुबां पर सवाल ठहरती।  
सच कहने की कीमत चुकानी पड़ी,  
इसलिए अब चुप्पी अपनानी पड़ी।  

आंसू जो गिरते थे खुलकर कभी,  
अब आंखों के कोने में छिपते हैं सभी।  
हंसी भी जैसे बहाना बन गई,  
खुद से ही बात करना आदत बन गई।  

चुप रहकर भी सब समझ जाते हैं,  
अंदर की हलचल को पढ़ जाते हैं।  
हमने बेशक खामोश रहना सीखा,  
पर हर दर्द ने कुछ नया सिखा।  

अब शिकायत नहीं, कोई गिला नहीं,  
दिल में बस सब्र का सिलसिला सही।  
शब्दों से ऊपर रिश्ते रखना सीख लिया,  
हमने सहना और चुप रहना सीख लिया।

©Writer Mamta Ambedkar

#Her Kartik Aaryan Kalki

13 Love

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