Sign in
tags

New लातेहार जिला कब बना Status, Photo, Video

Find the latest Status about लातेहार जिला कब बना from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about लातेहार जिला कब बना.

  • Latest
  • Popular
  • Video

White ज़िन्दगी पूछती है ज़िन्दगी जियोगे कब। स्वाद इस ज़िन्दगी की मौज का चखोगे कब। ऊम्र अपनी बिता रहे हो फंँस के उलझन में - आसमाँ पर उड़ानें सपनों की भरोगे कब। आप खुद से बताओ यार अब मिलोगे कब। क़ैद कर रखा है खुद को जो तुम खुलोगे कब। पालते हो क्यूँ दिल में ग़म उदास रहते हो- रंग जीवन में अपने खुशियों की भरोगे कब। जी रहे हो घुटन में खुल के साँस लोगे कब। दुःख के दुश्मन को हौसलों से मात दोगे कब। कुछ नहीं मिलता है औरों के लिए जीने से- हो चुके सब के बहुत अपने बता होगे कब। रिपुदमन झा 'पिनाकी' धनबाद (झारखण्ड) स्वरचित एवं मौलिक ©रिपुदमन झा 'पिनाकी'

#विचार #कब  White ज़िन्दगी  पूछती  है  ज़िन्दगी  जियोगे  कब।
स्वाद इस ज़िन्दगी की मौज का चखोगे कब।
ऊम्र अपनी बिता रहे हो फंँस के उलझन में -
आसमाँ  पर  उड़ानें सपनों की  भरोगे  कब।

आप खुद  से बताओ  यार अब  मिलोगे कब।
क़ैद कर रखा है खुद को जो तुम खुलोगे कब।
पालते हो  क्यूँ  दिल में  ग़म  उदास  रहते  हो-
रंग  जीवन में अपने खुशियों की  भरोगे  कब।

जी रहे हो घुटन में खुल के साँस लोगे कब।
दुःख के दुश्मन को हौसलों से मात दोगे कब।
कुछ  नहीं  मिलता  है औरों  के लिए जीने से-
हो चुके  सब  के  बहुत अपने बता  होगे कब।

रिपुदमन झा 'पिनाकी' 
धनबाद (झारखण्ड)
स्वरचित एवं मौलिक

©रिपुदमन झा 'पिनाकी'

#कब

21 Love

Unsplash मेरी बिगड़ेल चाहतो से मुझे राहत मिलेगी कब? मेरे शरारती स्वार्थी तत्व आखिर कब समझ पायगे जीवन का यथार्थ? मेरा मौन चिल्लाना चाहता है युगो से आखिर उनकी आवाज़ मै सुन पाऊंगा कब? ©Parasram Arora

 Unsplash मेरी बिगड़ेल  चाहतो 
से मुझे राहत मिलेगी कब?

मेरे शरारती स्वार्थी तत्व 
आखिर कब समझ पायगे जीवन का यथार्थ?

मेरा मौन  चिल्लाना चाहता है युगो से 
आखिर उनकी आवाज़ मै सुन पाऊंगा कब?

©Parasram Arora

कब?

10 Love

Unsplash वक़्त ने हर ज़ख्म को मरहम दिया, पर जो गंवाया, वो फिर कब दिया। इसने हर दर्द को कहानी बना दिया, पर जो खोया, उसे अफसाना बना दिया। जो पल साथ थे, वो कहानी बन गए, जो छूटे, वो निशानी बन गए। ©नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर #कविता  Unsplash वक़्त ने हर ज़ख्म को मरहम दिया,
पर जो गंवाया, वो फिर कब दिया।

इसने हर दर्द को कहानी बना दिया,
पर जो खोया, उसे अफसाना बना दिया।

जो पल साथ थे, वो कहानी बन गए,
जो छूटे, वो निशानी बन गए।

©नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर वक़्त ने हर ज़ख्म को मरहम दिया, पर जो गंवाया, वो फिर कब दिया। इसने हर दर्द को कहानी बना दिया, पर जो खोया, उसे अफसाना बना दिया।

11 Love

White पल्लव की डायरी कब छटेगे दुविधाओं के बादल साफ कभी अरमानो का आसमान होगा खता हमने कुछ की नही फिर कहर कियो हम सत्ता का झेल रहे है कण कण में भगवान रहते फिर सर्वे कर गुमराह कियो है सियासी दाँव मजहब बन गया इंसानियत का आसमान कब तक साफ होगा प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव"

#कविता #sad_quotes  White पल्लव की डायरी
कब छटेगे दुविधाओं के बादल
साफ कभी अरमानो का आसमान होगा
खता हमने कुछ की नही
फिर कहर कियो हम सत्ता का झेल रहे है
कण कण में भगवान रहते
फिर सर्वे कर गुमराह कियो है
सियासी दाँव मजहब बन गया
इंसानियत का आसमान कब तक साफ होगा
                                           प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव"

#sad_quotes इंसानियत का आसमान कब तक साफ होगा

29 Love

उम्र के सफ़र में ये पल अनमोल हैं, फिर भी हम फ़िक्र का भार बना रखा है। जिनसे मिली हो ख़ुशबू जीने की, उन लम्हों को ही बेकार बना रखा है। ख़ुदा की रहमत का शुक्र न किया, हर ख़्वाहिश को इंतज़ार बना रखा है। जो मिल रहा है, वो सब खास है, फिर भी किस्मत से तकरार बना रखा है। पलकों पे रखिए हर इक ख्वाब को, जिंदगी को क्यों बेज़ार बना रखा है? ©नवनीत ठाकुर

#कविता  उम्र के सफ़र में ये पल अनमोल हैं,
फिर भी हम फ़िक्र का भार बना रखा है।

जिनसे मिली हो ख़ुशबू जीने की,
उन लम्हों को ही बेकार बना रखा है।

ख़ुदा की रहमत का शुक्र न किया,
हर ख़्वाहिश को इंतज़ार बना रखा है।

जो मिल रहा है, वो सब खास है,
फिर भी किस्मत से तकरार बना रखा है।

पलकों पे रखिए हर इक ख्वाब को,
जिंदगी को क्यों बेज़ार बना रखा है?

©नवनीत ठाकुर

हर ख्वाहिश को इंतजार बना रखा है

15 Love

मौत आई तो सबने दिल से दुआ मांगी, जिंदगी में हर पल शिकवा बना रखा है। जिन ख्वाबों को हकीकत समझा था, उन्हें जागने के बाद फसाना बना रखा है। जिंदगी के सफर में मौत ही है एक सच, सच्चाई को ही डर का किस्सा बना रखा है। हर एक सांस को नियामत समझिए, हमने तो इसे भी उधार बना रखा है। ©नवनीत ठाकुर

#किस्सा #कविता  मौत आई तो सबने दिल से दुआ मांगी,
जिंदगी में हर पल शिकवा बना रखा है।

 जिन ख्वाबों को हकीकत समझा था,
उन्हें जागने के बाद फसाना बना रखा है।

 जिंदगी के सफर में मौत ही है एक सच,
सच्चाई को ही डर का किस्सा बना रखा है।

 हर एक सांस को नियामत समझिए,
हमने तो इसे भी उधार बना रखा है।

©नवनीत ठाकुर

#किस्सा बना रखा है

11 Love

White ज़िन्दगी पूछती है ज़िन्दगी जियोगे कब। स्वाद इस ज़िन्दगी की मौज का चखोगे कब। ऊम्र अपनी बिता रहे हो फंँस के उलझन में - आसमाँ पर उड़ानें सपनों की भरोगे कब। आप खुद से बताओ यार अब मिलोगे कब। क़ैद कर रखा है खुद को जो तुम खुलोगे कब। पालते हो क्यूँ दिल में ग़म उदास रहते हो- रंग जीवन में अपने खुशियों की भरोगे कब। जी रहे हो घुटन में खुल के साँस लोगे कब। दुःख के दुश्मन को हौसलों से मात दोगे कब। कुछ नहीं मिलता है औरों के लिए जीने से- हो चुके सब के बहुत अपने बता होगे कब। रिपुदमन झा 'पिनाकी' धनबाद (झारखण्ड) स्वरचित एवं मौलिक ©रिपुदमन झा 'पिनाकी'

#विचार #कब  White ज़िन्दगी  पूछती  है  ज़िन्दगी  जियोगे  कब।
स्वाद इस ज़िन्दगी की मौज का चखोगे कब।
ऊम्र अपनी बिता रहे हो फंँस के उलझन में -
आसमाँ  पर  उड़ानें सपनों की  भरोगे  कब।

आप खुद  से बताओ  यार अब  मिलोगे कब।
क़ैद कर रखा है खुद को जो तुम खुलोगे कब।
पालते हो  क्यूँ  दिल में  ग़म  उदास  रहते  हो-
रंग  जीवन में अपने खुशियों की  भरोगे  कब।

जी रहे हो घुटन में खुल के साँस लोगे कब।
दुःख के दुश्मन को हौसलों से मात दोगे कब।
कुछ  नहीं  मिलता  है औरों  के लिए जीने से-
हो चुके  सब  के  बहुत अपने बता  होगे कब।

रिपुदमन झा 'पिनाकी' 
धनबाद (झारखण्ड)
स्वरचित एवं मौलिक

©रिपुदमन झा 'पिनाकी'

#कब

21 Love

Unsplash मेरी बिगड़ेल चाहतो से मुझे राहत मिलेगी कब? मेरे शरारती स्वार्थी तत्व आखिर कब समझ पायगे जीवन का यथार्थ? मेरा मौन चिल्लाना चाहता है युगो से आखिर उनकी आवाज़ मै सुन पाऊंगा कब? ©Parasram Arora

 Unsplash मेरी बिगड़ेल  चाहतो 
से मुझे राहत मिलेगी कब?

मेरे शरारती स्वार्थी तत्व 
आखिर कब समझ पायगे जीवन का यथार्थ?

मेरा मौन  चिल्लाना चाहता है युगो से 
आखिर उनकी आवाज़ मै सुन पाऊंगा कब?

©Parasram Arora

कब?

10 Love

Unsplash वक़्त ने हर ज़ख्म को मरहम दिया, पर जो गंवाया, वो फिर कब दिया। इसने हर दर्द को कहानी बना दिया, पर जो खोया, उसे अफसाना बना दिया। जो पल साथ थे, वो कहानी बन गए, जो छूटे, वो निशानी बन गए। ©नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर #कविता  Unsplash वक़्त ने हर ज़ख्म को मरहम दिया,
पर जो गंवाया, वो फिर कब दिया।

इसने हर दर्द को कहानी बना दिया,
पर जो खोया, उसे अफसाना बना दिया।

जो पल साथ थे, वो कहानी बन गए,
जो छूटे, वो निशानी बन गए।

©नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर वक़्त ने हर ज़ख्म को मरहम दिया, पर जो गंवाया, वो फिर कब दिया। इसने हर दर्द को कहानी बना दिया, पर जो खोया, उसे अफसाना बना दिया।

11 Love

White पल्लव की डायरी कब छटेगे दुविधाओं के बादल साफ कभी अरमानो का आसमान होगा खता हमने कुछ की नही फिर कहर कियो हम सत्ता का झेल रहे है कण कण में भगवान रहते फिर सर्वे कर गुमराह कियो है सियासी दाँव मजहब बन गया इंसानियत का आसमान कब तक साफ होगा प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव"

#कविता #sad_quotes  White पल्लव की डायरी
कब छटेगे दुविधाओं के बादल
साफ कभी अरमानो का आसमान होगा
खता हमने कुछ की नही
फिर कहर कियो हम सत्ता का झेल रहे है
कण कण में भगवान रहते
फिर सर्वे कर गुमराह कियो है
सियासी दाँव मजहब बन गया
इंसानियत का आसमान कब तक साफ होगा
                                           प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव"

#sad_quotes इंसानियत का आसमान कब तक साफ होगा

29 Love

उम्र के सफ़र में ये पल अनमोल हैं, फिर भी हम फ़िक्र का भार बना रखा है। जिनसे मिली हो ख़ुशबू जीने की, उन लम्हों को ही बेकार बना रखा है। ख़ुदा की रहमत का शुक्र न किया, हर ख़्वाहिश को इंतज़ार बना रखा है। जो मिल रहा है, वो सब खास है, फिर भी किस्मत से तकरार बना रखा है। पलकों पे रखिए हर इक ख्वाब को, जिंदगी को क्यों बेज़ार बना रखा है? ©नवनीत ठाकुर

#कविता  उम्र के सफ़र में ये पल अनमोल हैं,
फिर भी हम फ़िक्र का भार बना रखा है।

जिनसे मिली हो ख़ुशबू जीने की,
उन लम्हों को ही बेकार बना रखा है।

ख़ुदा की रहमत का शुक्र न किया,
हर ख़्वाहिश को इंतज़ार बना रखा है।

जो मिल रहा है, वो सब खास है,
फिर भी किस्मत से तकरार बना रखा है।

पलकों पे रखिए हर इक ख्वाब को,
जिंदगी को क्यों बेज़ार बना रखा है?

©नवनीत ठाकुर

हर ख्वाहिश को इंतजार बना रखा है

15 Love

मौत आई तो सबने दिल से दुआ मांगी, जिंदगी में हर पल शिकवा बना रखा है। जिन ख्वाबों को हकीकत समझा था, उन्हें जागने के बाद फसाना बना रखा है। जिंदगी के सफर में मौत ही है एक सच, सच्चाई को ही डर का किस्सा बना रखा है। हर एक सांस को नियामत समझिए, हमने तो इसे भी उधार बना रखा है। ©नवनीत ठाकुर

#किस्सा #कविता  मौत आई तो सबने दिल से दुआ मांगी,
जिंदगी में हर पल शिकवा बना रखा है।

 जिन ख्वाबों को हकीकत समझा था,
उन्हें जागने के बाद फसाना बना रखा है।

 जिंदगी के सफर में मौत ही है एक सच,
सच्चाई को ही डर का किस्सा बना रखा है।

 हर एक सांस को नियामत समझिए,
हमने तो इसे भी उधार बना रखा है।

©नवनीत ठाकुर

#किस्सा बना रखा है

11 Love

Trending Topic