tags

New hindi love poetry by famous poets Status, Photo, Video

Find the latest Status about hindi love poetry by famous poets from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about hindi love poetry by famous poets.

  • Latest
  • Popular
  • Video

Unsplash एक खामोशी जब. गहरी अता हो... जिस्म मिटे... रूह खुदा हो... ये शोरत,नाम ,मुकाम सभी... मिट्टी, मिट्टी... या फिर धुआ, धुआ हो.. होगा हजुम आख़िरी वक़्त ख़ूब... ज़मीन पे तेरे होने पर... आखरी नींद तेरे सोने पर. ©Anudeep

#library  Unsplash एक खामोशी जब.
गहरी अता हो... 
जिस्म मिटे... 
रूह खुदा हो... 

ये  शोरत,नाम ,मुकाम सभी... 
मिट्टी, मिट्टी...
या फिर धुआ, धुआ हो.. 

होगा हजुम आख़िरी वक़्त ख़ूब... 
ज़मीन पे तेरे होने पर... 
आखरी नींद तेरे सोने पर.

©Anudeep

#library poetry in hindi love poetry in hindi hindi poetry hindi poetry

19 Love

खेल कबड्डी सर्दी यारों,बुलवाती हर्दी-गुर्दी। हाय ठिठुर कर रातें बीती,कैसी ये गुण्डागर्दी।। दिन की लघुता करे बेचैन ,ठण्ड फोड़ती रह-रह बम। रोज सवेरे भागादौड़ी,बजकर घड़ी निकाले दम।। सोने की जब भी हो इच्छा,लेती तब ठण्ड परीक्षा। रोज सवेरे उठकर हरदम,देनी होती है शिक्षा।। सोच यही मैं लौटूँ हरदम,न अभी जी रात हुई है। सो सकूँगा अभी जी भर कर, बस ये शुरुआत हुई है। ना जाने फिर क्या हो जाता,दिन ही छोटा हो जाता। दिन की लघुता करे बेचैन,मन ये बस कहता जाता।। ©Bharat Bhushan pathak

 खेल कबड्डी सर्दी यारों,बुलवाती हर्दी-गुर्दी।
हाय ठिठुर कर रातें बीती,कैसी ये गुण्डागर्दी।।
दिन की लघुता करे बेचैन ,ठण्ड फोड़ती रह-रह बम।
रोज सवेरे भागादौड़ी,बजकर घड़ी निकाले दम।।
सोने की जब भी हो इच्छा,लेती तब ठण्ड परीक्षा।
रोज सवेरे उठकर हरदम,देनी होती है शिक्षा।।
सोच यही मैं लौटूँ हरदम,न अभी जी रात हुई है।
सो सकूँगा अभी जी भर कर,  बस ये शुरुआत हुई है।
ना जाने फिर क्या हो जाता,दिन ही छोटा हो जाता।
दिन की लघुता करे बेचैन,मन ये बस कहता जाता।।

©Bharat Bhushan pathak

hindi poetry on life hindi poetry poetry in hindi poetry love poetry in hindi

11 Love

नवीनता लिए प्रभात आ गया। मलिनता छँटी विभात छा गया।। विलुप्त वर्ष ये हमें बता रहा। उमंग ही भरो नहीं उचाटना।। ©Bharat Bhushan pathak

#newday  नवीनता लिए प्रभात आ गया।
मलिनता छँटी विभात छा गया।।
विलुप्त वर्ष ये हमें बता रहा।
उमंग ही भरो नहीं उचाटना।।

©Bharat Bhushan pathak

#newday love poetry in hindi poetry in hindi hindi poetry on life poetry on love hindi poetry

13 Love

White दुनिया सुंदर है क्योंकि कुछ लड़के हैं जो माँ की साड़ी की प्लेट्स झुक कर फ़िक्स कर देते हैं, उन्हें ख़्याल आता है कि माँ को झुकने में तकलीफ़ होती है, कुछ लड़के होते हैं जो घर का काम कर देते हैं ताकि माँ को भी समय मिल सके, कुछ लड़के होते हैं जो अपनी दोस्तों के लिए खड़े रहते हैं उनके सुख दुख में, कोशिश करते हैं उनकी हर समस्या दूर करने में ऐसा करते हुए वो कुछ ख़ास नहीं कर रहे होते न ही एहसान ज़ाहिर करते हैं क्योंकि उनको पता है समानता क्या होती है, एक इंसान को दूसरे इंसान के साथ कैसा होना चाहिए दुनिया ऐसे लड़कों के होने की वजह से सुंदर है...!! ©Rishi Ranjan

#love_shayari  White दुनिया सुंदर है क्योंकि कुछ लड़के हैं 
जो माँ की साड़ी की प्लेट्स झुक कर फ़िक्स कर देते हैं,
उन्हें ख़्याल आता है कि माँ को झुकने में तकलीफ़ होती है,
कुछ लड़के होते हैं
जो घर का काम कर देते हैं 
ताकि माँ को भी समय मिल सके,
कुछ लड़के होते हैं 
जो अपनी दोस्तों के लिए
खड़े रहते हैं उनके सुख दुख में,
कोशिश करते हैं उनकी हर
समस्या दूर करने में
ऐसा करते हुए वो कुछ ख़ास नहीं कर रहे होते 
न ही एहसान ज़ाहिर करते हैं
क्योंकि उनको पता है 
समानता क्या होती है,
एक इंसान को दूसरे इंसान के साथ कैसा होना चाहिए
दुनिया ऐसे लड़कों के होने की वजह से सुंदर है...!!

©Rishi Ranjan

#love_shayari #Love #Life love poetry in hindi hindi poetry hindi poetry on life

18 Love

hindi poetry poetry in hindi poetry on love

54 View

अपनी जैसी ही किसी शक्ल में ढालेंगे तुम्हें हम बिगड़ जाएँगे इतना की बना लेंगे तुम्हें,, जाने क्या कुछ हो छुपा तुम में मोहब्बत के सिवा हम तसल्ली के लिए फिर से खगालेंगे तुम्हें,, हम ने सोचा है कि इस बार जुनूँ करते हुए ख़ुद को इस तरह से खो देंगे कि पा लेंगे तुम्हें,, मुझ में पैवस्त हो तुम यूँ कि ज़माने वाले मेरी मिट्टी से मेरे बाद निकालेंगे तुम्हें,, -अभिषेक शुक्ला ©ᴋʜᴀɴ ꜱᴀʜᴀʙ

 अपनी जैसी ही किसी शक्ल में ढालेंगे
तुम्हें हम बिगड़ जाएँगे इतना की बना लेंगे तुम्हें,,

जाने क्या कुछ हो छुपा तुम में मोहब्बत के सिवा
हम तसल्ली के लिए फिर से खगालेंगे तुम्हें,,

  हम ने सोचा है कि इस बार जुनूँ करते हुए
  ख़ुद को इस तरह से खो देंगे कि पा लेंगे तुम्हें,,

      मुझ में पैवस्त हो तुम यूँ कि ज़माने वाले
       मेरी मिट्टी से मेरे बाद निकालेंगे तुम्हें,,

                         -अभिषेक शुक्ला

©ᴋʜᴀɴ ꜱᴀʜᴀʙ

hindi poetry love poetry in hindi love poetry for her

11 Love

Unsplash एक खामोशी जब. गहरी अता हो... जिस्म मिटे... रूह खुदा हो... ये शोरत,नाम ,मुकाम सभी... मिट्टी, मिट्टी... या फिर धुआ, धुआ हो.. होगा हजुम आख़िरी वक़्त ख़ूब... ज़मीन पे तेरे होने पर... आखरी नींद तेरे सोने पर. ©Anudeep

#library  Unsplash एक खामोशी जब.
गहरी अता हो... 
जिस्म मिटे... 
रूह खुदा हो... 

ये  शोरत,नाम ,मुकाम सभी... 
मिट्टी, मिट्टी...
या फिर धुआ, धुआ हो.. 

होगा हजुम आख़िरी वक़्त ख़ूब... 
ज़मीन पे तेरे होने पर... 
आखरी नींद तेरे सोने पर.

©Anudeep

#library poetry in hindi love poetry in hindi hindi poetry hindi poetry

19 Love

खेल कबड्डी सर्दी यारों,बुलवाती हर्दी-गुर्दी। हाय ठिठुर कर रातें बीती,कैसी ये गुण्डागर्दी।। दिन की लघुता करे बेचैन ,ठण्ड फोड़ती रह-रह बम। रोज सवेरे भागादौड़ी,बजकर घड़ी निकाले दम।। सोने की जब भी हो इच्छा,लेती तब ठण्ड परीक्षा। रोज सवेरे उठकर हरदम,देनी होती है शिक्षा।। सोच यही मैं लौटूँ हरदम,न अभी जी रात हुई है। सो सकूँगा अभी जी भर कर, बस ये शुरुआत हुई है। ना जाने फिर क्या हो जाता,दिन ही छोटा हो जाता। दिन की लघुता करे बेचैन,मन ये बस कहता जाता।। ©Bharat Bhushan pathak

 खेल कबड्डी सर्दी यारों,बुलवाती हर्दी-गुर्दी।
हाय ठिठुर कर रातें बीती,कैसी ये गुण्डागर्दी।।
दिन की लघुता करे बेचैन ,ठण्ड फोड़ती रह-रह बम।
रोज सवेरे भागादौड़ी,बजकर घड़ी निकाले दम।।
सोने की जब भी हो इच्छा,लेती तब ठण्ड परीक्षा।
रोज सवेरे उठकर हरदम,देनी होती है शिक्षा।।
सोच यही मैं लौटूँ हरदम,न अभी जी रात हुई है।
सो सकूँगा अभी जी भर कर,  बस ये शुरुआत हुई है।
ना जाने फिर क्या हो जाता,दिन ही छोटा हो जाता।
दिन की लघुता करे बेचैन,मन ये बस कहता जाता।।

©Bharat Bhushan pathak

hindi poetry on life hindi poetry poetry in hindi poetry love poetry in hindi

11 Love

नवीनता लिए प्रभात आ गया। मलिनता छँटी विभात छा गया।। विलुप्त वर्ष ये हमें बता रहा। उमंग ही भरो नहीं उचाटना।। ©Bharat Bhushan pathak

#newday  नवीनता लिए प्रभात आ गया।
मलिनता छँटी विभात छा गया।।
विलुप्त वर्ष ये हमें बता रहा।
उमंग ही भरो नहीं उचाटना।।

©Bharat Bhushan pathak

#newday love poetry in hindi poetry in hindi hindi poetry on life poetry on love hindi poetry

13 Love

White दुनिया सुंदर है क्योंकि कुछ लड़के हैं जो माँ की साड़ी की प्लेट्स झुक कर फ़िक्स कर देते हैं, उन्हें ख़्याल आता है कि माँ को झुकने में तकलीफ़ होती है, कुछ लड़के होते हैं जो घर का काम कर देते हैं ताकि माँ को भी समय मिल सके, कुछ लड़के होते हैं जो अपनी दोस्तों के लिए खड़े रहते हैं उनके सुख दुख में, कोशिश करते हैं उनकी हर समस्या दूर करने में ऐसा करते हुए वो कुछ ख़ास नहीं कर रहे होते न ही एहसान ज़ाहिर करते हैं क्योंकि उनको पता है समानता क्या होती है, एक इंसान को दूसरे इंसान के साथ कैसा होना चाहिए दुनिया ऐसे लड़कों के होने की वजह से सुंदर है...!! ©Rishi Ranjan

#love_shayari  White दुनिया सुंदर है क्योंकि कुछ लड़के हैं 
जो माँ की साड़ी की प्लेट्स झुक कर फ़िक्स कर देते हैं,
उन्हें ख़्याल आता है कि माँ को झुकने में तकलीफ़ होती है,
कुछ लड़के होते हैं
जो घर का काम कर देते हैं 
ताकि माँ को भी समय मिल सके,
कुछ लड़के होते हैं 
जो अपनी दोस्तों के लिए
खड़े रहते हैं उनके सुख दुख में,
कोशिश करते हैं उनकी हर
समस्या दूर करने में
ऐसा करते हुए वो कुछ ख़ास नहीं कर रहे होते 
न ही एहसान ज़ाहिर करते हैं
क्योंकि उनको पता है 
समानता क्या होती है,
एक इंसान को दूसरे इंसान के साथ कैसा होना चाहिए
दुनिया ऐसे लड़कों के होने की वजह से सुंदर है...!!

©Rishi Ranjan

#love_shayari #Love #Life love poetry in hindi hindi poetry hindi poetry on life

18 Love

hindi poetry poetry in hindi poetry on love

54 View

अपनी जैसी ही किसी शक्ल में ढालेंगे तुम्हें हम बिगड़ जाएँगे इतना की बना लेंगे तुम्हें,, जाने क्या कुछ हो छुपा तुम में मोहब्बत के सिवा हम तसल्ली के लिए फिर से खगालेंगे तुम्हें,, हम ने सोचा है कि इस बार जुनूँ करते हुए ख़ुद को इस तरह से खो देंगे कि पा लेंगे तुम्हें,, मुझ में पैवस्त हो तुम यूँ कि ज़माने वाले मेरी मिट्टी से मेरे बाद निकालेंगे तुम्हें,, -अभिषेक शुक्ला ©ᴋʜᴀɴ ꜱᴀʜᴀʙ

 अपनी जैसी ही किसी शक्ल में ढालेंगे
तुम्हें हम बिगड़ जाएँगे इतना की बना लेंगे तुम्हें,,

जाने क्या कुछ हो छुपा तुम में मोहब्बत के सिवा
हम तसल्ली के लिए फिर से खगालेंगे तुम्हें,,

  हम ने सोचा है कि इस बार जुनूँ करते हुए
  ख़ुद को इस तरह से खो देंगे कि पा लेंगे तुम्हें,,

      मुझ में पैवस्त हो तुम यूँ कि ज़माने वाले
       मेरी मिट्टी से मेरे बाद निकालेंगे तुम्हें,,

                         -अभिषेक शुक्ला

©ᴋʜᴀɴ ꜱᴀʜᴀʙ

hindi poetry love poetry in hindi love poetry for her

11 Love

Trending Topic