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हे सर्वश्रेष्ठ सखा तुम्ही से सीखा है ........ प्रेम की पूर्ण परिभाषा को मुक्त होकर भी........ बंधे रहना........✍️ ©seema patidar

 हे सर्वश्रेष्ठ सखा
तुम्ही से सीखा है ........
प्रेम की पूर्ण परिभाषा को
मुक्त होकर भी........
 बंधे रहना........✍️

©seema patidar

प्रेम की पूर्ण परिभाषा

14 Love

White विधा-मनहरण घनाक्षरी छंद *मधुमास आ गया* कूके कोयलिया बाग,गाती सुमधुर राग। हुई धरा हरी- भरी, मधुमास आ गया। खिले बहु सुमन हैं,भए रम्य चमन हैं। लौट फिर से सुखद, अहसास आ गया। सारे जग की स्वामिनी, वर मंगल दायिनी। शारदा भवानी माँ का, पर्व खास आ गया। लेके पूजा थाल हाथ,टेक तेरे दर माथ। तुमको मनाने माता,"राम" दास आ गया।। हर दिन करें पूजा,और नहीं काम दूजा। मेरे प्यासे नयनों को ,दरश दिखाइए। तप सिद्धियों की खान, अतुलित बलवान। देके हमें वरदान,सबल बनाइए। दे दो हमें वरदान,वाणी करें गुणगान। निज भक्ति भाव प्रीति,हृदय जगाइए। फैला तम चहुँ ओर,दिखे नहीं कोई छोर। फैला पाप जग घोर,तमस मिटाइए।। स्वरचित रचना-राम जी तिवारी"राम" उन्नाव (उत्तर प्रदेश) ©Ramji Tiwari

#मनहरण_घनाक्षरी_छंद #कविता #छंद #Spring #poem  White 
विधा-मनहरण घनाक्षरी छंद 

    *मधुमास आ गया*

कूके कोयलिया बाग,गाती सुमधुर राग।
हुई धरा हरी- भरी, मधुमास आ गया।
खिले बहु सुमन हैं,भए रम्य चमन हैं। 
 लौट फिर से सुखद, अहसास आ गया।
सारे जग की स्वामिनी, वर मंगल दायिनी।
शारदा भवानी माँ का, पर्व खास आ गया।
लेके पूजा थाल हाथ,टेक तेरे दर माथ।
तुमको मनाने माता,"राम" दास आ गया।।

हर दिन करें पूजा,और नहीं काम दूजा।
मेरे प्यासे नयनों को ,दरश दिखाइए।
तप सिद्धियों की खान, अतुलित बलवान।
देके हमें वरदान,सबल बनाइए।
दे दो हमें वरदान,वाणी करें गुणगान।
निज भक्ति भाव प्रीति,हृदय जगाइए।
फैला तम चहुँ ओर,दिखे नहीं कोई छोर।
फैला पाप जग घोर,तमस मिटाइए।।

     स्वरचित रचना-राम जी तिवारी"राम"
                           उन्नाव (उत्तर प्रदेश)

©Ramji Tiwari

White वो लडकी खूबसूरत तो नही पर अपने किरदार को सजाया है उसने।। वो लड़का लाखो तो नही कमाता पर अपने वजूद को महकाया का उसने।। लम्बे बाल काली आंखे गोरे गाल तो नही है उसके।। पर सादगी का नूर आंखो में हया संस्कारों को सजाया है उसने।। लम्बी गाड़ी बड़ा बंगला बड़ा व्यापार नहीं है उसका।। पर अपने हुनर को मेहनत से निखारा हे उसने।। ©Radha Chandel

#खूबसूरती #कविता  White वो लडकी खूबसूरत तो नही
पर
 अपने किरदार को सजाया है उसने।।
वो लड़का लाखो तो नही कमाता 
पर 
अपने वजूद को महकाया का उसने।।
लम्बे बाल काली आंखे गोरे गाल तो नही है उसके।।
पर सादगी का नूर आंखो में हया संस्कारों को सजाया है उसने।।
लम्बी गाड़ी बड़ा बंगला बड़ा व्यापार नहीं है उसका।।
पर अपने हुनर को मेहनत से निखारा हे उसने।।

©Radha Chandel

#खूबसूरती की परिभाषा

14 Love

White पसंद आ रही हैं आती नापसंद चीजें, कल को आदी न कर दें जो पाबंद चीजें, राह खोल सकती हैं मुझतक जैसे बंद चीजें, डर है, क्या करूं लेकिन गीत के वे छंद चीजें, फिर भी दूर रहें मुझसे लत के नाम पे चंद चीजें। ©BANDHETIYA OFFICIAL

#कविता #sad_quotes #छंद  White पसंद आ रही हैं आती नापसंद चीजें,
कल को आदी न कर दें जो पाबंद चीजें,
राह खोल सकती हैं मुझतक जैसे बंद चीजें,
डर है, क्या करूं लेकिन गीत के वे छंद चीजें,
फिर भी दूर रहें मुझसे लत के नाम पे चंद चीजें।

©BANDHETIYA OFFICIAL

a-person-standing-on-a-beach-at-sunset मुक्त छंद कविता कोहरा ठिठुर रहा कब से सर्दी में, सूरज के रथ का पहिया ढीला जंगल जलता धू धू कर हिमशिखर बना सरिता का पानी। चलती पगडंडी मुड़ मुड़ कर देखें। नारी मंडवा बैठ निहारे पक्षी खड़ी फसल चौपट कर डाली कृषक का दुश्मन पाला नरभक्षी। ©Anuj Ray

#कविता  a-person-standing-on-a-beach-at-sunset मुक्त छंद कविता 

कोहरा ठिठुर रहा कब से सर्दी में,
सूरज के रथ का पहिया ढीला 
जंगल जलता धू धू कर 
हिमशिखर बना  सरिता का पानी।

चलती पगडंडी मुड़ मुड़ कर देखें। 
नारी मंडवा बैठ निहारे पक्षी
खड़ी फसल चौपट कर डाली 
कृषक का दुश्मन पाला नरभक्षी।

©Anuj Ray

# मुक्त छंद कविता"

12 Love

प्रेम सिर्फ शारीरिक नहीं होता है प्रेम किसी व्यक्ति से नहीं होता है, प्रेम व्यक्तित्व से होता है, इंसान के व्यवहार से होता है, किसी की बातों से जब मन को खुशी मिलती है, किसी की परवाह जब आपको सुकून देती है, आप कितने अनमोल है उसके लिए, जब आपको कोई ये महसूस कराता है, अपने व्यस्त समय में भी, जो आपके लिए समय निकालता है रोज आँख खुलते ही जो आपको याद करता है, जो आपकी आवाज सुनने के लिए सारा दिन इंतजार करता है, जिससे झगडा करने के बाद भी उसके मनाने का इंतजार रहता है, किसी की बातें सोचकर आपके चेहरे पर मुस्कराहट आ जाती है, पूरी दुनिया की खुशी में भी एक इंसान की कमी आपको उदास कर देती है बस यही है प्रेम की परिभाषा...है। ©Matangi Upadhyay( चिंका )

 प्रेम सिर्फ शारीरिक नहीं होता है 
प्रेम किसी व्यक्ति से नहीं होता है, 
प्रेम व्यक्तित्व से होता है,
 इंसान के व्यवहार से होता है, 
किसी की बातों से जब मन को खुशी मिलती है,
 किसी की परवाह जब आपको सुकून देती है,
 आप कितने अनमोल है उसके लिए,
 जब आपको कोई ये महसूस कराता है,
 अपने व्यस्त समय में भी, 
जो आपके लिए समय निकालता है
 रोज आँख खुलते ही जो आपको याद करता है, 
जो आपकी आवाज सुनने के लिए 
सारा दिन इंतजार करता है, 
जिससे झगडा करने के बाद भी 
उसके मनाने का इंतजार रहता है,
 किसी की बातें सोचकर 
आपके चेहरे पर मुस्कराहट आ जाती है, 
पूरी दुनिया की खुशी में भी 
एक इंसान की कमी 
आपको उदास कर देती है
 बस यही है प्रेम की परिभाषा...है।

©Matangi Upadhyay( चिंका )

प्रेम की परिभाषा 😊 #matangiupadhyay #लव #Love #thought #Life #hindi

19 Love

हे सर्वश्रेष्ठ सखा तुम्ही से सीखा है ........ प्रेम की पूर्ण परिभाषा को मुक्त होकर भी........ बंधे रहना........✍️ ©seema patidar

 हे सर्वश्रेष्ठ सखा
तुम्ही से सीखा है ........
प्रेम की पूर्ण परिभाषा को
मुक्त होकर भी........
 बंधे रहना........✍️

©seema patidar

प्रेम की पूर्ण परिभाषा

14 Love

White विधा-मनहरण घनाक्षरी छंद *मधुमास आ गया* कूके कोयलिया बाग,गाती सुमधुर राग। हुई धरा हरी- भरी, मधुमास आ गया। खिले बहु सुमन हैं,भए रम्य चमन हैं। लौट फिर से सुखद, अहसास आ गया। सारे जग की स्वामिनी, वर मंगल दायिनी। शारदा भवानी माँ का, पर्व खास आ गया। लेके पूजा थाल हाथ,टेक तेरे दर माथ। तुमको मनाने माता,"राम" दास आ गया।। हर दिन करें पूजा,और नहीं काम दूजा। मेरे प्यासे नयनों को ,दरश दिखाइए। तप सिद्धियों की खान, अतुलित बलवान। देके हमें वरदान,सबल बनाइए। दे दो हमें वरदान,वाणी करें गुणगान। निज भक्ति भाव प्रीति,हृदय जगाइए। फैला तम चहुँ ओर,दिखे नहीं कोई छोर। फैला पाप जग घोर,तमस मिटाइए।। स्वरचित रचना-राम जी तिवारी"राम" उन्नाव (उत्तर प्रदेश) ©Ramji Tiwari

#मनहरण_घनाक्षरी_छंद #कविता #छंद #Spring #poem  White 
विधा-मनहरण घनाक्षरी छंद 

    *मधुमास आ गया*

कूके कोयलिया बाग,गाती सुमधुर राग।
हुई धरा हरी- भरी, मधुमास आ गया।
खिले बहु सुमन हैं,भए रम्य चमन हैं। 
 लौट फिर से सुखद, अहसास आ गया।
सारे जग की स्वामिनी, वर मंगल दायिनी।
शारदा भवानी माँ का, पर्व खास आ गया।
लेके पूजा थाल हाथ,टेक तेरे दर माथ।
तुमको मनाने माता,"राम" दास आ गया।।

हर दिन करें पूजा,और नहीं काम दूजा।
मेरे प्यासे नयनों को ,दरश दिखाइए।
तप सिद्धियों की खान, अतुलित बलवान।
देके हमें वरदान,सबल बनाइए।
दे दो हमें वरदान,वाणी करें गुणगान।
निज भक्ति भाव प्रीति,हृदय जगाइए।
फैला तम चहुँ ओर,दिखे नहीं कोई छोर।
फैला पाप जग घोर,तमस मिटाइए।।

     स्वरचित रचना-राम जी तिवारी"राम"
                           उन्नाव (उत्तर प्रदेश)

©Ramji Tiwari

White वो लडकी खूबसूरत तो नही पर अपने किरदार को सजाया है उसने।। वो लड़का लाखो तो नही कमाता पर अपने वजूद को महकाया का उसने।। लम्बे बाल काली आंखे गोरे गाल तो नही है उसके।। पर सादगी का नूर आंखो में हया संस्कारों को सजाया है उसने।। लम्बी गाड़ी बड़ा बंगला बड़ा व्यापार नहीं है उसका।। पर अपने हुनर को मेहनत से निखारा हे उसने।। ©Radha Chandel

#खूबसूरती #कविता  White वो लडकी खूबसूरत तो नही
पर
 अपने किरदार को सजाया है उसने।।
वो लड़का लाखो तो नही कमाता 
पर 
अपने वजूद को महकाया का उसने।।
लम्बे बाल काली आंखे गोरे गाल तो नही है उसके।।
पर सादगी का नूर आंखो में हया संस्कारों को सजाया है उसने।।
लम्बी गाड़ी बड़ा बंगला बड़ा व्यापार नहीं है उसका।।
पर अपने हुनर को मेहनत से निखारा हे उसने।।

©Radha Chandel

#खूबसूरती की परिभाषा

14 Love

White पसंद आ रही हैं आती नापसंद चीजें, कल को आदी न कर दें जो पाबंद चीजें, राह खोल सकती हैं मुझतक जैसे बंद चीजें, डर है, क्या करूं लेकिन गीत के वे छंद चीजें, फिर भी दूर रहें मुझसे लत के नाम पे चंद चीजें। ©BANDHETIYA OFFICIAL

#कविता #sad_quotes #छंद  White पसंद आ रही हैं आती नापसंद चीजें,
कल को आदी न कर दें जो पाबंद चीजें,
राह खोल सकती हैं मुझतक जैसे बंद चीजें,
डर है, क्या करूं लेकिन गीत के वे छंद चीजें,
फिर भी दूर रहें मुझसे लत के नाम पे चंद चीजें।

©BANDHETIYA OFFICIAL

a-person-standing-on-a-beach-at-sunset मुक्त छंद कविता कोहरा ठिठुर रहा कब से सर्दी में, सूरज के रथ का पहिया ढीला जंगल जलता धू धू कर हिमशिखर बना सरिता का पानी। चलती पगडंडी मुड़ मुड़ कर देखें। नारी मंडवा बैठ निहारे पक्षी खड़ी फसल चौपट कर डाली कृषक का दुश्मन पाला नरभक्षी। ©Anuj Ray

#कविता  a-person-standing-on-a-beach-at-sunset मुक्त छंद कविता 

कोहरा ठिठुर रहा कब से सर्दी में,
सूरज के रथ का पहिया ढीला 
जंगल जलता धू धू कर 
हिमशिखर बना  सरिता का पानी।

चलती पगडंडी मुड़ मुड़ कर देखें। 
नारी मंडवा बैठ निहारे पक्षी
खड़ी फसल चौपट कर डाली 
कृषक का दुश्मन पाला नरभक्षी।

©Anuj Ray

# मुक्त छंद कविता"

12 Love

प्रेम सिर्फ शारीरिक नहीं होता है प्रेम किसी व्यक्ति से नहीं होता है, प्रेम व्यक्तित्व से होता है, इंसान के व्यवहार से होता है, किसी की बातों से जब मन को खुशी मिलती है, किसी की परवाह जब आपको सुकून देती है, आप कितने अनमोल है उसके लिए, जब आपको कोई ये महसूस कराता है, अपने व्यस्त समय में भी, जो आपके लिए समय निकालता है रोज आँख खुलते ही जो आपको याद करता है, जो आपकी आवाज सुनने के लिए सारा दिन इंतजार करता है, जिससे झगडा करने के बाद भी उसके मनाने का इंतजार रहता है, किसी की बातें सोचकर आपके चेहरे पर मुस्कराहट आ जाती है, पूरी दुनिया की खुशी में भी एक इंसान की कमी आपको उदास कर देती है बस यही है प्रेम की परिभाषा...है। ©Matangi Upadhyay( चिंका )

 प्रेम सिर्फ शारीरिक नहीं होता है 
प्रेम किसी व्यक्ति से नहीं होता है, 
प्रेम व्यक्तित्व से होता है,
 इंसान के व्यवहार से होता है, 
किसी की बातों से जब मन को खुशी मिलती है,
 किसी की परवाह जब आपको सुकून देती है,
 आप कितने अनमोल है उसके लिए,
 जब आपको कोई ये महसूस कराता है,
 अपने व्यस्त समय में भी, 
जो आपके लिए समय निकालता है
 रोज आँख खुलते ही जो आपको याद करता है, 
जो आपकी आवाज सुनने के लिए 
सारा दिन इंतजार करता है, 
जिससे झगडा करने के बाद भी 
उसके मनाने का इंतजार रहता है,
 किसी की बातें सोचकर 
आपके चेहरे पर मुस्कराहट आ जाती है, 
पूरी दुनिया की खुशी में भी 
एक इंसान की कमी 
आपको उदास कर देती है
 बस यही है प्रेम की परिभाषा...है।

©Matangi Upadhyay( चिंका )

प्रेम की परिभाषा 😊 #matangiupadhyay #लव #Love #thought #Life #hindi

19 Love

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