BANDHETIYA OFFICIAL

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Knowledge mixing with situation creates poetry. - Point to be noted manner makes someone poet. --Aftewards swallowing experience begets poetry. Saroj Ranjan from Deoghar Jharkhand 8789156837

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a-person-standing-on-a-beach-at-sunset ज्यादा जज्बाती होने की जुर्रत नहीं है, जल जाना,बाती होने की जुर्रत नहीं है। तेल सुख जाता है, दिया मुख पाता है - अगनी, वो थाती होने की जुर्रत नहीं है। जल जाना,बाती होने की जुर्रत नहीं है। ज्यादा जज्बाती होने की जुर्रत नहीं है। ©BANDHETIYA OFFICIAL

#जज्बाती #शायरी #SunSet  a-person-standing-on-a-beach-at-sunset ज्यादा जज्बाती होने की जुर्रत नहीं है,
जल जाना,बाती होने की जुर्रत नहीं है।
तेल सुख जाता है,
दिया मुख पाता है -
अगनी, वो थाती होने की जुर्रत नहीं है।
जल जाना,बाती होने की जुर्रत नहीं है।
ज्यादा जज्बाती होने की जुर्रत नहीं है।

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a-person-standing-on-a-beach-at-sunset सफर रह जाता, मुसाफिर गुजर जाता। मुकम्मल नहीं होता सफर इक तांता। ©BANDHETIYA OFFICIAL

#मोटिवेशनल #सफर #SunSet  a-person-standing-on-a-beach-at-sunset सफर रह जाता, मुसाफिर गुजर जाता।
मुकम्मल नहीं होता सफर इक तांता।

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green-leaves देखते देखते जनवरी दो हो गई, एक थी क्या बुरी थी? ©BANDHETIYA OFFICIAL

#विचार #GreenLeaves  green-leaves देखते देखते जनवरी दो हो गई, एक थी क्या बुरी थी?

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#GreenLeaves दो जनवरी

11 Love

New Year 2025 सालों का चिपको आन्दोलन, साला, एक साल और चिपक गया। सूरत ये है, एक साल और चिपकने वाला है, उम्र में अपनी, तैयारी शुरू हो गई है, और क्या गया साल,नया साल? 😂😂😂 ©BANDHETIYA OFFICIAL

#मोटिवेशनल #Newyear2025  New Year 2025 सालों का चिपको आन्दोलन,
साला, एक साल और चिपक गया।
सूरत ये है, एक साल और चिपकने वाला है,
उम्र में अपनी, तैयारी शुरू हो गई है,
और क्या गया साल,नया साल?
😂😂😂

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#Newyear2025 साला साल!😂

16 Love

New Year 2025 बदल भी जा पहली जनवरी, रह जाएगी तारीख तारीख में याद। थक चुका हूं देते -लेते, फिर सोचता हूं,किस बात की मुबारकबाद, सबकी तो अपनी अपनी है तू, सबका तो अपना अपना है साल। ©BANDHETIYA OFFICIAL

#कविता #पहली #Newyear2025  New Year 2025 बदल भी जा पहली जनवरी,
रह जाएगी तारीख तारीख में याद।
थक चुका हूं देते -लेते,
फिर सोचता हूं,किस बात की मुबारकबाद,
सबकी तो अपनी अपनी है तू,
सबका तो अपना अपना है साल।

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#Newyear2025 #पहली जनवरी

13 Love

New Year 2025 हवा हो गई है, फिर भी भली है, सांसों को उसकी जुर्रत रही है, अब भी है, उसकी फितरत यही है, चिपक के उमर से वापस वही है, उमर को बढ़ाये, आगे जो आया, आगे जो आए,साल न हो जाया। गया भी जिया है, कि जीना नया है। साल नया,साल गया। ©BANDHETIYA OFFICIAL

#कविता #Newyear2025 #नया  New Year 2025 हवा हो गई है, फिर भी भली है,
सांसों को उसकी जुर्रत रही है,
अब भी है, उसकी फितरत यही है,
चिपक के उमर से वापस वही है,
उमर को बढ़ाये, आगे जो आया,
आगे जो आए,साल न हो जाया।
गया भी जिया है,
कि जीना नया है।
साल नया,साल गया।

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#Newyear2025 #नया साल, गया साल

14 Love

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