Nisha Bhargava |di√y∆|

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Poetess at "The Lyricist Planet" हँसी का पिटारा, बातों का खजाना😇😜

https://youtu.be/EVPzhmL2VU0

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White तक़दीर की लाठी रंग नहीं देखती ईश्वर की कृपा हवा की तरंग नहीं देखती सब कुछ देखना तो बस आँखों का काम हैं समर भूमि की तलवार अपना जंग नहीं देखती ©Nisha Bhargava |di√y∆|

#शायरी #Couple  White तक़दीर की लाठी रंग नहीं देखती
ईश्वर की कृपा हवा की तरंग नहीं देखती
सब कुछ देखना तो बस आँखों का काम हैं
समर भूमि की तलवार अपना जंग नहीं देखती

©Nisha Bhargava |di√y∆|

#Couple

21 Love

White लिखूँ कैसे लिखना नहीं आता जज्बातों को अब दिखाना नहीं आता शब्दों से बयां हो कैसे तुक में मिलाना नहीं आता पूरी डायरी पास हैं मेरे, पन्नों को भरना अब मुझे नहीं आता हाथ से कलम छूटती हैं, इसे चलाना मुझे नहीं आता ©Nisha Bhargava |di√y∆|

#शायरी  White लिखूँ कैसे
लिखना नहीं आता
जज्बातों को अब दिखाना नहीं आता
शब्दों से बयां हो कैसे तुक में मिलाना नहीं आता
पूरी डायरी पास हैं मेरे,
पन्नों को भरना अब मुझे नहीं आता 
हाथ से कलम छूटती हैं, इसे चलाना मुझे नहीं आता

©Nisha Bhargava |di√y∆|

शोक शायरी @Neha Bhargava (karishma) @Rohit Bhargava (Monty)

19 Love

#कविता #sad_quotes  White उदास हैं मन आज, बस इसे बहला रही हूँ
अपनी परेशानियों को, शब्दों में बता रही हूँ
वजह को में नहीं जानती इसकी
अब थक गयी हूँ
अच्छे दिल के साथ, जीने को मन हटा रही हूँ
फरेबी दुनिया में, खुद को चालाक बना रही हूँ
जी भर करने को, खुलकर कहना सीखा रही हूँ
थक गई खुद को जानते जानते
अब बस सोचे बिना कर रही हूँ

©Nisha Bhargava |di√y∆|
#कविता #Staff  शुरू हुआ तो लंबा था सब, चलते चलते फिर वक़्त चला
सफर होता एक रोजाना, वो अब होगा उस ओर कहाँ
अपनी मस्ती, थोड़े कायदे, कुछ मनमानियाँ, ढेरों बातें
रोज की नोक झोंक, उस पर शरारतें
काम पर गुस्सा, मन की कहावतें
मुहँ का फुलाना, थोड़ा रूठना, ज्यादा मनाना
हर एक किस्सा, सारे वो पल
हर दिन टूटना, टूटकर फिर सम्भलना
अजनबी सब, खास बने अब
बीत गया दोर, यादें हैं बस उस ओर
सजती थी महफ़िल, होता था शोर
चाय की चाहत, सुकून की डोर
शुरू हुआ तब लंबा था, सारा वक़्त निकल गया
चलते चलते कब पता ही ना चला

©Nisha Bhargava |di√y∆|

#Staff

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#कविता #Moon  White आज
खुले आसमान में चाँद को तकते है
ए जिंदगी
 चल अब तुझसे तेरी ही शिकायत करते हैं
बीते पलों में बीता जो भी पल हैं
अफसोस ही अब मन में हैं 
की
वो गुजरा हुआ कल हैं
कतरा कतरा जी कर, लब पर काश की पहरेदारी हैं
बेबसी दिल की सारी, आँखों में बस पानी हैं
रात अँधेरी तारें रोशन, 
फिर भी
आँखें सिर्फ तेरी रोशनी की दीवानी हैं
काश का पहरा हैं मन में, आँखों अफसोस दिखा रही हैं
हिम्मत टूटी हौसले छूटे, बेबसी सारी तुम्हारी हैं

©Nisha Bhargava |di√y∆|

#Moon

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#कविता #GoodMorning  White भूल गए सब, अब क्या लिखें
सोचा हजारों दफ़ा 
पर 
जज्बातों को बांधें
  वो
अल्फ़ाज ना मिले
मुश्किल लगता हैं
 अब 
कलम का चलना
पन्ने भरें जी भर बातों से
ऐसे तुक दिल को अब कहाँ मिले

©Nisha Bhargava |di√y∆|

#GoodMorning

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