Sign in
tatya luciferin

tatya luciferin

Stay cool stay health

https://santoshtatya.blogspot.com/?m=1

  • Latest
  • Popular
  • Repost
  • Video

green-leaves ग़ज़ल तेरी जफ़ाओं का भी, कोई हिसाब नहीं है। फिर तुझे भुला दूं, मेरा वो ख़्वाब नहीं है।। तेरा हर एक दर्द मुझे खुशी से कबूल है, तू मान जा मेरी जान, वो नायाब नहीं है। मैंने तुझे खुदा की तरह पूज कर रखा हैं, पर तेरा इश्क़ शायद कोई किताब नहीं है। मैं बेकरार हूं तुझे हर तरह निभाने को, पर तेरा दिल किसी का तलबगार नहीं हैं। तू जा रही हैं दूर एक नए रास्ते पर तो जा लेकिन मेरा रस्ता भी कोई ख़राब नहीं हैं। मैं आज भी वहीं हूं जहां तूने छोड़ था, तू लौट आ किसी दिन ये अजाब नहीं है। – संतोष तात्या ©tatya luciferin

#GreenLeaves  green-leaves ग़ज़ल
तेरी जफ़ाओं का भी, कोई हिसाब नहीं है।
 फिर तुझे भुला दूं, मेरा वो ख़्वाब नहीं है।।  

तेरा हर एक दर्द मुझे खुशी से कबूल है,  
तू मान जा मेरी जान, वो नायाब नहीं है।  

मैंने तुझे खुदा की तरह पूज कर रखा हैं,  
पर तेरा इश्क़ शायद कोई किताब नहीं है।  

मैं बेकरार हूं तुझे हर तरह निभाने को,  
पर तेरा दिल किसी का तलबगार नहीं हैं।  

तू जा रही हैं दूर एक नए रास्ते पर तो जा 
लेकिन मेरा रस्ता भी कोई ख़राब नहीं हैं।

मैं आज भी वहीं हूं जहां तूने छोड़ था,  
 तू लौट आ किसी दिन ये अजाब नहीं है।  
– संतोष तात्या

©tatya luciferin

#GreenLeaves sad shayari english translation badmash shayari

16 Love

White ग़ज़ल मैं भी अजीब हूँ दिल में, किराए के मकान में रहता हूं। उसकी मुहब्बत में पागल हूं, उसके मकान में रहता हूं।। फ़ुर्कते गुजारनी हैं जमी पर कुछ दिन और ऐसा ही सही, ख़बर नहीं हैं शहजादी को, मैं उसके खानदान में रहता हूं।। वो इज़हार भी नहीं करता इश्क को, किसी भी तरह से, मुझसे वो कहे तो सही, मैं तो इश्क़ के ऐलान में रहता हूं। – संतोष तात्या शोधार्थी ©tatya luciferin

#good_night  White   ग़ज़ल 
मैं भी अजीब हूँ दिल में, किराए के मकान में रहता हूं। 
उसकी मुहब्बत में पागल हूं, उसके मकान में रहता हूं।। 

फ़ुर्कते गुजारनी हैं जमी पर कुछ दिन और ऐसा ही सही, 
ख़बर नहीं हैं शहजादी को, मैं उसके खानदान में रहता हूं।।

वो इज़हार भी नहीं करता इश्क को, किसी भी तरह से,
मुझसे वो कहे तो सही, मैं तो इश्क़ के ऐलान में रहता हूं।
    – संतोष तात्या 
       शोधार्थी

©tatya luciferin

#good_night alone shayari girl shayari on life

13 Love

White ग़ज़ल दोस्त तेरी सिगरेट का धुआं मेरी तरफ आ रहा हैं। एक जिगरी यार दारू लेकर मेरी तरफ आ रहा हैं।। वो बोला, "चल छोड़, आज साथ में पियेंगे, मैं हँसा, कि फिर से बहाना मेरी तरफ आ रहा है। वो फ़िर से बोला, "अरे यार, एक पैक तो पी ले," मैंने देखा के फिर से पैमाना मेरी तरफ आ रहा है। उसने मुझसे पूछा नजरें बचा कर तू पिएगा क्या, मैंने कहा तू बैठ गिलास और चखना मेरी तरफ़ से आ रहा हैं। तुझे पीने का शौक है पिलाने का नहीं ऐसा क्यों?, देख मेरा एक दोस्त और ब्लेंडर लेकर आ रहा है दारू पीकर गम भुलाने की आदत पुरानी है उसकी, आज फिर वही बहका बहका मेरी तरफ आ रहा है। कहा था मैंने, "छोड़ दे इस जहरीली आदत को," फ़िर भी लड़खड़ाते हुवे तू मेरी तरफ आ रहा हैं। मैंने चाहा था बचना इन रिंदों की महफ़िल से, मगर देखो, कोई दिवाना मेरी तरफ आ रहा है। नसीहतें भी धुएँ में घुलकर उड़ गई सारी "तात्या", एक शायर शेर, बकरी लेकर मेरी तरफ आ रहा हैं। – संतोष तात्या ©tatya luciferin

#Sad_Status  White ग़ज़ल 
दोस्त तेरी सिगरेट का धुआं मेरी तरफ आ रहा हैं।
एक जिगरी यार दारू लेकर मेरी तरफ आ रहा हैं।।

वो बोला, "चल छोड़, आज साथ में  पियेंगे,
मैं हँसा, कि फिर से बहाना मेरी तरफ आ रहा है।

वो फ़िर से बोला, "अरे यार, एक पैक तो पी ले,"
मैंने देखा के फिर से पैमाना मेरी तरफ आ रहा है।

उसने मुझसे पूछा नजरें बचा कर तू पिएगा क्या,
मैंने कहा 
तू बैठ गिलास और चखना मेरी तरफ़ से आ रहा हैं।

तुझे पीने का शौक है पिलाने का नहीं ऐसा क्यों?,
देख मेरा एक दोस्त और ब्लेंडर लेकर आ रहा है

दारू पीकर गम भुलाने की आदत पुरानी है उसकी,
आज फिर वही बहका बहका मेरी तरफ आ रहा है।

कहा था मैंने, "छोड़ दे इस जहरीली आदत को,"
फ़िर भी लड़खड़ाते हुवे तू मेरी तरफ आ रहा हैं।

मैंने चाहा था बचना इन रिंदों की महफ़िल से,
मगर देखो, कोई दिवाना मेरी तरफ आ रहा है।

नसीहतें भी धुएँ में घुलकर उड़ गई सारी "तात्या", 
एक शायर शेर, बकरी लेकर मेरी तरफ आ रहा हैं। 
– संतोष तात्या

©tatya luciferin

#Sad_Status shayari on life

15 Love

White                 गज़ल  ग़लती से तोड़ बैठा था मैं अपना ईमान,   अब सज्दों में रोता रहा हर एक अरमान।   जिस राह पर चले थे कभी नूर के सहारे,   अब ठोकरें ही मिलती हैं हर इक मुकाम।   आईना देखता हूँ तो डर जाता हूँ ख़ुद से,   किस जुर्म की सज़ा में हुआ ऐसा अंज़ाम।   सज्दों में बिछी अश्कों की यह नर्म चादर,   बयां कर रही है दिल का टूटा हुआ ईमान।   रहमत की बारिशें भी मुझे छू नहीं पाती,   ख़ुद अपने ही हाथों से गिराया है आसमान।   अब ग़मों को दुआओं में रखता है "तात्या" शायद इसी बहाने मिले जाए रब का वहीं इनाम।  – संतोष तात्या शोधार्थी ©tatya luciferin

#tatyaluciferin #good_night #tatyakavi #TATYA  White  

                गज़ल 

ग़लती से तोड़ बैठा था मैं अपना ईमान,  
अब सज्दों में रोता रहा हर एक अरमान।  

जिस राह पर चले थे कभी नूर के सहारे,  
अब ठोकरें ही मिलती हैं हर इक मुकाम।  

आईना देखता हूँ तो डर जाता हूँ ख़ुद से,  
किस जुर्म की सज़ा में हुआ ऐसा अंज़ाम।  

सज्दों में बिछी अश्कों की यह नर्म चादर,  
बयां कर रही है दिल का टूटा हुआ ईमान।  

रहमत की बारिशें भी मुझे छू नहीं पाती,  
ख़ुद अपने ही हाथों से गिराया है आसमान।  

अब ग़मों को दुआओं में रखता है "तात्या"
शायद इसी बहाने मिले जाए रब का वहीं इनाम। 

    – संतोष तात्या
          शोधार्थी

©tatya luciferin

#good_night love shayari sad shayari zindagi sad shayari sad shayari shayari sad #TATYA #tatyaluciferin #tatyakavi sad shayari

12 Love

White गज़ल उसने मेरी चाहत पर इस कदर प्रहार कर दिया।  साथ जीने मरने की कसमों को बंजर कर दिया।  मुझे अकेला छोड़कर मेरे हाल पर उसने,  मेरा हाल पूछे बिना ही, मुझे ख़बरदार कर दिया। मैंने उसकी मुलाक़ातों के कितने ख़्वाब सजाए थे,  हर मुलाक़ात का सपना भी बेकरार कर दिया।   दिल के मौसम को सुलगते हुए देखा जब,   उसने उम्मीदों का गुलशन ही ख़ाक़ कर दिया।   जो कभी था हमराह, वही बेगाना निकला,   बात करने से भी अब इनकार कर दिया।   वो हर चेहरे में ढूँढती रही अपनी परछाईं,   मुझे अपनी यादों से भी ब्लॉक कर दिया।   जिन राहों पे तेरा साया हुआ करता था,   उन राहों को ही तूने अब दुश्वार कर दिया।   ज़िंदगी की महफ़िल में तन्हा बैठा हैं तात्या,   तेरी बेरुख़ी ने मुझको ही लाचार कर दिया।   – संतोष तात्या       शोधार्थी ©tatya luciferin

#tatyaluciferin #santoshtatya #good_night #tatyakavi  White 
                      गज़ल 

उसने मेरी चाहत पर इस कदर प्रहार कर दिया। 
साथ जीने मरने की कसमों को बंजर कर दिया। 

मुझे अकेला छोड़कर मेरे हाल पर उसने, 
मेरा हाल पूछे बिना ही, मुझे ख़बरदार कर दिया।

मैंने उसकी मुलाक़ातों के कितने ख़्वाब सजाए थे, 
हर मुलाक़ात का सपना भी बेकरार कर दिया।  

दिल के मौसम को सुलगते हुए देखा जब,  
उसने उम्मीदों का गुलशन ही ख़ाक़ कर दिया।  

जो कभी था हमराह, वही बेगाना निकला,  
बात करने से भी अब इनकार कर दिया।  

वो हर चेहरे में ढूँढती रही अपनी परछाईं,  
मुझे अपनी यादों से भी ब्लॉक कर दिया।  

जिन राहों पे तेरा साया हुआ करता था,  
उन राहों को ही तूने अब दुश्वार कर दिया।  

ज़िंदगी की महफ़िल में तन्हा बैठा हैं तात्या,  
तेरी बेरुख़ी ने मुझको ही लाचार कर दिया।  

– संतोष तात्या 
     शोधार्थी

©tatya luciferin

#good_night shayari love zindagi sad shayari sad shayari shayari sad shayari on life #santoshtatya #tatyaluciferin #TATYA #tatyakavi

12 Love

गज़ल उससे मिलने के पहले, मुझे उसके शहर जाना है, मेरी मुहब्बत से मिलने, मुझे उसके घर जाना है। हवा में खुशबू बसी है, तेरे नाम की अब तक , मुझे उस गली में, तेरी याद से भर जाना है। हर इक मोड़ पर उसके क़दमों की आहट का, चुपके से चाहत का पैग़ाम, हवा के सफ़र जाना है। दुआओं में रोया, मोहब्बत में खोया, मगर फिर भी, सपनों के क़ाबे में सजदा करूँ, मुझे तेरे दर जाना है। उसके ख्वाबों में भटकते हुए शाम हो गई मेरी, मगर हक़ीकत की राहों में मुझको ही बिखर जाना है। चांद और सितारों से कहो झूठ, हमें नींद आ रही हैं, सफ़र की इन राहगुज़रों में मुझे ही सफ़र जाना है। मुहब्बत के रास्ते मुश्किल हैं तात्या लेकिन डरना नहीं, यहाँ हर किसी को किसी रोज़ मिट्टी में भर जाना है। नज़ारे सब देखते हैं, मगर वो दिखती नहीं, किसी रोज़ तुझसे मिलने से पहले मर जाना है। वो खुद भी सोया हैं बहुत, मेरी चाहतों के संग, मगर हमें तो वफ़ा की, कसम खा के मर जाना है। - संतोष तात्या शोधार्थी ©tatya luciferin

#tatyaluciferin #nojotoshayari #गज़ल #santoshtatya #NojotoGajal  गज़ल 
उससे मिलने के पहले, मुझे उसके शहर जाना है,
मेरी मुहब्बत से मिलने, मुझे उसके घर जाना है।

हवा में खुशबू बसी है, तेरे नाम की अब तक ,  
मुझे उस गली में, तेरी याद से भर जाना है।  
 
हर इक मोड़ पर उसके क़दमों की आहट का,
चुपके से चाहत का पैग़ाम, हवा के सफ़र जाना है।  

दुआओं में रोया, मोहब्बत में खोया, मगर फिर भी,
सपनों के क़ाबे में सजदा करूँ, मुझे तेरे दर जाना है।

उसके  ख्वाबों में भटकते हुए शाम हो गई मेरी,
मगर हक़ीकत की राहों में मुझको ही बिखर जाना है।

चांद और सितारों से कहो झूठ, हमें नींद आ रही हैं, 
सफ़र की इन राहगुज़रों में मुझे ही सफ़र जाना है।

मुहब्बत के रास्ते मुश्किल हैं तात्या लेकिन डरना नहीं,
यहाँ हर किसी को किसी रोज़ मिट्टी में भर जाना है।

नज़ारे सब देखते हैं, मगर वो दिखती नहीं,  
किसी रोज़ तुझसे मिलने से पहले मर जाना है।

वो खुद भी सोया हैं बहुत, मेरी चाहतों के संग,  
मगर हमें तो वफ़ा की, कसम खा के मर जाना है।  

- संतोष तात्या
    शोधार्थी

©tatya luciferin

#evening shayari on love shayari sad zindagi sad shayari shayari on life #TATYA #tatyaluciferin #santoshtatya #nojoto2025 #nojotoshayari #NojotoGajal #गज़ल 2025

15 Love

Trending Topic