White जो दिल जले हैं, उन्हें पास बिठा लेने दो,
ख़ुशी बाँटे या आँसू, बस एक शाम बना दो।
जहाँ हर दर्द की दवा, बस एक हँसी में हो,
वहाँ दिल की बातें खुलकर बयाँ होने दो।
जिनके अश्क छुपे थे बरसों के सायों में,
उन आँखों को सपनों का कोई ख्वाब दे दो।
इश्क़ की राह में जख़्म मिले हैं सभी को,
इन दास्तानों को फिर से सुनाने दो।
जहाँ हर चुप्पी के पीछे एक कहानी हो,
उस महफ़िल को जज़्बातों से सजाने दो।
हर दिल का दर्द जैसे साज़ की धुन बने,
उन नग़मों को आज सरेआम गाने दो।
©नवनीत ठाकुर
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