White
गज़ल
उसने मेरी चाहत पर इस कदर प्रहार कर दिया।
साथ जीने मरने की कसमों को बंजर कर दिया।
मुझे अकेला छोड़कर मेरे हाल पर उसने,
मेरा हाल पूछे बिना ही, मुझे ख़बरदार कर दिया।
मैंने उसकी मुलाक़ातों के कितने ख़्वाब सजाए थे,
हर मुलाक़ात का सपना भी बेकरार कर दिया।
दिल के मौसम को सुलगते हुए देखा जब,
उसने उम्मीदों का गुलशन ही ख़ाक़ कर दिया।
जो कभी था हमराह, वही बेगाना निकला,
बात करने से भी अब इनकार कर दिया।
वो हर चेहरे में ढूँढती रही अपनी परछाईं,
मुझे अपनी यादों से भी ब्लॉक कर दिया।
जिन राहों पे तेरा साया हुआ करता था,
उन राहों को ही तूने अब दुश्वार कर दिया।
ज़िंदगी की महफ़िल में तन्हा बैठा हैं तात्या,
तेरी बेरुख़ी ने मुझको ही लाचार कर दिया।
– संतोष तात्या
शोधार्थी
©tatya luciferin
#good_night
shayari love zindagi sad shayari sad shayari shayari sad shayari on life
#santoshtatya
#tatyaluciferin
#TATYA
#tatyakavi