Amresh Krishna

Amresh Krishna

ये जो मुस्कान लिए बैठे हैं पिताजी की पहचान लिए बैठे हैं।।

  • Latest
  • Popular
  • Repost
  • Video

White वो शख़्स पशेमान न था अपने किए पर बस इक रस्म अदा कर दी सॉरी कह कर -कृष्णामरेश ©Amresh Krishna

#Sad_Status #Quotes  White वो शख़्स पशेमान न था अपने किए पर 
बस इक रस्म अदा कर दी सॉरी कह कर
-कृष्णामरेश

©Amresh Krishna

White ज्यादा दिन नहीं बीते होंगे  आए थे तुम सभी हमारे पास  हमने जी जान तक लगाया था  जब आयी थी देश पर बात  अभी कुछ ही समय तो बीते हैं  Corona को गये हुये  भूल गये क्या तुम सब हमने ही तो बचायी थी कितनी जान  आज जब बात हमपर आयी है  तो क्यों हैं खामोश सभी  जो गयी हमारी दोस्त थी,किसी की बेटी थी  भूल गये क्या कुछ साल पहले  तुम पर भी कुछ ऐसी ही बीती थी  तब हमने परवाह किये बिना  तुम सबको मौत से बचाया था  भूल गये क्या जब तुम्हारा बेटा  हमारे अस्पताल को आया था एक बात बताना तुम मुझे  अब क्यूं हो सब खामोश पड़े   ऐसा ना हो आये एक दिन  और हम भी रहे चुपचाप पड़े जो फिर बीतेगी तुम पर  त्राहि त्राहि मच जाएगी  गर उतार दिया हमने ये सफेद कोट  दुनिया इक पल में श्मशान बन जाएगी  इक पल में श्मशान बन जाएगी....... -कृष्णामरेश ©Amresh Krishna

#JusticeForMoumita  White ज्यादा दिन नहीं बीते होंगे 
आए थे तुम सभी हमारे पास 
हमने जी जान तक लगाया था 
जब आयी थी देश पर बात 
अभी कुछ ही समय तो बीते हैं 
Corona को गये हुये 
भूल गये क्या तुम सब
हमने ही तो बचायी थी कितनी जान 

आज जब बात हमपर आयी है 
तो क्यों हैं खामोश सभी 
जो गयी हमारी दोस्त थी,किसी की बेटी थी 
भूल गये क्या कुछ साल पहले 
तुम पर भी कुछ ऐसी ही बीती थी 
तब हमने परवाह किये बिना 
तुम सबको मौत से बचाया था 
भूल गये क्या जब तुम्हारा बेटा 
हमारे अस्पताल को आया था

एक बात बताना तुम मुझे 
अब क्यूं हो सब खामोश पड़े  
ऐसा ना हो आये एक दिन 
और हम भी रहे चुपचाप पड़े
जो फिर बीतेगी तुम पर 
त्राहि त्राहि मच जाएगी 
गर उतार दिया हमने ये सफेद कोट 
दुनिया इक पल में श्मशान बन जाएगी 
इक पल में श्मशान बन जाएगी.......
-कृष्णामरेश

©Amresh Krishna

dear तुम, सच कहूँ तो तुम हमेशा से मेरी पहली प्रेयसी रही हो, किन्तु मैं चाहता कि मेरी अंतिम प्रेयसी का खिताब तुम्हें मिले, मेरी लिखी कविताओं में जिन बड़ी आँखों के ज़िक्र हैं, जरूरी नही की वो आँखें तुम्हारे पास हो, शायद तुम्हारी आंखे मेरी कही प्रेयसी से छोटी हो, पर तुम मुझे प्रेम मेरे लिखे सारे खतों से कहीं ज्यादा करना, अंतिम सांस तक मेरी, बोलो करोगी ना, मेरे भीतर की उहापोह को समाप्त सिर्फ तुम्हारा समर्पण ही कर सकता है, मैं तो पाषाण हुआ जाता हूँ तुम्हारे इंतज़ार में, इस इंतज़ार का अंत कब करोगी तुम, कब मिलेगी मुझे तुम्हारी गुनगुनी हथेलियों की थपकी, तुम्हारी गोद की नींद और तुम्हारा स्नेह मेरे अंदर मौजूद मर चुके मेरे बचपने को, मेरे हर एक सवाल का जवाब हो तुम मैं जीवंत हूँ सिर्फ तुम्हारे लिए।  जाते जाते बस ये कहूंगा कि "मेरे हिस्से में जब लिखा जाएगा तुम्हें मेरे जीवन का सबसे खूबसूरत लम्हा होगा वो" तुम्हारे इंतज़ार में।। तुम्हारा - मै -कृष्णामरेश ©Amresh Krishna

#hugday  dear तुम,

सच कहूँ तो तुम हमेशा से मेरी पहली प्रेयसी रही हो,
 किन्तु मैं चाहता कि मेरी अंतिम प्रेयसी का खिताब तुम्हें मिले, 
मेरी लिखी कविताओं में जिन बड़ी आँखों के ज़िक्र हैं,
 जरूरी नही की वो आँखें तुम्हारे पास हो, 
शायद तुम्हारी आंखे मेरी कही प्रेयसी से छोटी हो,
पर तुम मुझे प्रेम मेरे लिखे सारे खतों से कहीं ज्यादा करना, 
अंतिम सांस तक मेरी, बोलो करोगी ना, 
मेरे भीतर की उहापोह को समाप्त सिर्फ तुम्हारा समर्पण ही कर सकता है, 
मैं तो पाषाण हुआ जाता हूँ तुम्हारे इंतज़ार में, 
इस इंतज़ार का अंत कब करोगी तुम, 
कब मिलेगी मुझे तुम्हारी गुनगुनी हथेलियों की थपकी, 
तुम्हारी गोद की नींद और तुम्हारा स्नेह मेरे अंदर मौजूद मर चुके मेरे बचपने को, 
मेरे हर एक सवाल का जवाब हो तुम मैं जीवंत हूँ सिर्फ तुम्हारे लिए। 
जाते जाते बस ये कहूंगा कि

"मेरे हिस्से में जब लिखा जाएगा तुम्हें
मेरे जीवन का सबसे खूबसूरत लम्हा होगा वो"

तुम्हारे इंतज़ार में।।
तुम्हारा - मै
                                                                                            -कृष्णामरेश

©Amresh Krishna

#hugday

13 Love

White बहुत कुछ बिगड़ गया और मेरी मुस्कान चली गयी खामोश ऐसा हुआ जैसे पूरी मख्लूक चली गयी आँखें आज भी नम है मेरी पर अब कुछ कर भी नहीं सकता मलाल इस बात का रहा कि मेरी एक गलती की वजह से तेरी जान चली गयी -कृष्णामरेश ©Amresh Krishna

#Sad_shayri  White बहुत कुछ बिगड़ गया और मेरी मुस्कान चली गयी
खामोश ऐसा हुआ जैसे पूरी मख्लूक चली गयी 
आँखें आज भी नम है मेरी पर अब कुछ कर भी नहीं सकता
मलाल इस बात का रहा कि
 मेरी एक गलती की वजह से तेरी जान चली गयी
-कृष्णामरेश

©Amresh Krishna

#Sad_shayri

9 Love

"विराट" पर्वत को लहरो से हिलाया नहीं जाता है  अगर हो अंधेरा तो तब तक "दीप" जलाया जाता है कितना भी हो घना अंधेरा बनाकर उजाला "सूर्या" आता है  और राह भटके हुए की दिशा "बुमराह" बन जाता है  और जब होने लगे कभी अंत तो "पंत" खड़ा होता है और राजा के तख्त को बचाने को कोई "जडेजा" अड़ा होता है  और विरोधियों के वहम को तोड़ने कोई "शिवम" हो जाता है  और विरोधियों के उथल पुथल को रोकने कोई "चहल" खड़ा हो जाता है  और हो कोई भूल हमसे तो पीछे "संजू" खड़ा होता है  और पथ मुश्किल हो तो विजय और "हार्दिक" हो जाता हैं  और असंभव हो जीत तो योद्धा "रोहित" हो जाता है  और जीत के यश को बढ़ाने कोई "यशस्वी" हो जाता है और सभी‌ विरोधियों पर राज‌ करने कोई "सिराज" हो जाता है  और "अक्षर" से सुवर्ण अक्षरों में  सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा  गीत फिर से अमर हो जाता है -कृष्णामरेश ©Amresh Krishna

#विश्वविजेता  "विराट" पर्वत को लहरो से हिलाया नहीं जाता है 
अगर हो अंधेरा तो तब तक "दीप" जलाया जाता है 
कितना भी हो घना अंधेरा बनाकर उजाला "सूर्या" आता है 
और राह भटके हुए की दिशा "बुमराह" बन जाता है 
और जब होने लगे कभी अंत तो "पंत" खड़ा होता है
और राजा के तख्त को बचाने को कोई "जडेजा" अड़ा होता है 
और विरोधियों के वहम को तोड़ने कोई "शिवम" हो जाता है 
और विरोधियों के उथल पुथल को रोकने कोई "चहल" खड़ा हो जाता है 
और हो कोई भूल हमसे तो पीछे "संजू" खड़ा होता है 
और पथ मुश्किल हो तो विजय और "हार्दिक" हो जाता हैं 
और असंभव हो जीत तो योद्धा "रोहित" हो जाता है 
और जीत के यश को बढ़ाने कोई "यशस्वी" हो जाता है
और सभी‌ विरोधियों पर राज‌ करने कोई "सिराज" हो जाता है 
और "अक्षर" से सुवर्ण अक्षरों में 
सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा 
गीत फिर से अमर हो जाता है
-कृष्णामरेश

©Amresh Krishna

इज़हार मैं बनारस का घाट हूँ तुम किनारा बनोगी क्या ??  मैं एक खुला आसमां हूँ  तुम चांद बनोगी क्या ??  मैं मांगू जिसे दुआ में  तुम मेरी वो मन्नत बनोगी क्या ??  माना बहुत खामियां हैं मेरे अन्दर अपने प्यार से उन खामियों को भर पाओगी क्या ??  ये हीर रांझा तो जुदाई के किस्से हैं  तुम मिलन की किताब मेरे साथ लिखोगी क्या ?? मेरी किस्मत जिससे आबाद हो जाए तुम मेरे हाथों की वो लकीर बनोगी क्या ?? लो कर दिया मैंने अपने इश्क़ का इज़हार  अब तुम बताओ इस शायर की शायरी बनोगी क्या ?? -कृष्णामरेश ©Amresh Krishna

#dilkibaat  इज़हार मैं बनारस का घाट हूँ
तुम किनारा बनोगी क्या ?? 

मैं एक खुला आसमां हूँ 
तुम चांद बनोगी क्या ?? 

मैं मांगू जिसे दुआ में 
तुम मेरी वो मन्नत बनोगी क्या ?? 

माना बहुत खामियां हैं मेरे अन्दर
अपने प्यार से उन खामियों को भर पाओगी क्या ?? 

ये हीर रांझा तो जुदाई के किस्से हैं 
तुम मिलन की किताब मेरे साथ लिखोगी क्या ??

मेरी किस्मत जिससे आबाद हो जाए
तुम मेरे हाथों की वो लकीर बनोगी क्या ??

लो कर दिया मैंने अपने इश्क़ का इज़हार 
अब तुम बताओ इस शायर की शायरी बनोगी क्या ??
-कृष्णामरेश

©Amresh Krishna

#dilkibaat

14 Love

Trending Topic