जब से मिला है तु,
दिल पे सवार है तेरा जादू,
घुल सी गई है,
मुझमें तेरी खुशबू,
अपनी ही नहीं चलती मुझ पर,
तेरा ही रास्ता देखूं,
नहीं है अब तो दिल पे कोई काबू,
ख़ुद से ही मैं मिल न पाऊं,
तुझमें ही यूं मैं डूब जाऊं,
तुझमें ही यूं खो जाऊं,
ख़ुद को भुला कर
तुझको ही पाऊं..!!
- Kiran ✍🏻 ❤️ 🧿
©ख्वाहिश _writes
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