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इक पल में जी लो लाख जिन्दगी। follow me on YouTube I'd (shrut samadhan)
White वनवास से मर्यादापुरुषोत्तम राम आज पधारे थे, प्रभु वीर ने भी आज ही साध लिए काज सारे थे। पाये लब्धिधर गौतम स्वामी कैैवल्य के उजियारे थे, ये राम, वीर, गौतम ही तो आदर्श पुुरुष हमारे थे।। दीप जले ज्ञान के पटाखे फोड़े अज्ञान के मिठाई खाएं अपनत्व की लक्ष्मी पूजे सम्यक्त्व की ©Trilok
Trilok
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Congratulation संघ की सेवा में आप, प्रतिदिन गतिमान हैं, समर्पण और श्रद्धा के, गुण भी विद्यमान हैं। कार्यशैली गजब ही निराली है आपकी, संघ-सेवा के आयामों के, आप श्रेेष्ठ प्रतिमान हैं।। ©Trilok
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