सोचा न था कि मैं तुमसा हो गया
या मैं तुझ में खो गया
अरे नहीं, तुमने तो संवार दिया मुझको
जिंदगी में प्यार का उधार दिया मुझको
मैं कब उतार पाऊंगा कर्ज तेरा
धरती और आसमान सा रिश्ता है तेरा मेरा
दूर आसमां सी रहती हो पर नित निहारता हूं मैं
तुझ में मेरे अक्स को खंंगालता हूं मैं
जब एक ही हो गए हैं, तो खोज खत्म हो गई है मेरी
जिंदगी तेरी अब हो गई है मेरी
सोचा न था तुम बन जाओगी आफताब
मेरा ही ओढ़ लोगी नकाब
सोचा न था पर हकीकत हो गया
अब मैं हूं ही नहीं, सब कुछ तेरा हो गया
सब कुछ तेरा हो गया।।
©Trilok
#hands