बहुत ही मुश्किल है धूर्त की धृष्टता का पार पाना ग | हिंदी कविता

"बहुत ही मुश्किल है धूर्त की धृष्टता का पार पाना गहरा भंवर रसातल ले जाएगा मुश्किल है बच पाना क्यों सौंप दूं मैं जीवन अपना किसी अनजान को ह्रदय में भय है पड़ ना जाए घोर पाखंडी से पाला बबली गुर्जर ©Babli Gurjar"

 बहुत ही मुश्किल है धूर्त की धृष्टता का पार पाना 
गहरा भंवर रसातल ले जाएगा मुश्किल है बच पाना 

क्यों सौंप दूं मैं जीवन अपना किसी अनजान को 
ह्रदय में भय है पड़ ना जाए घोर पाखंडी से पाला
बबली गुर्जर

©Babli Gurjar

बहुत ही मुश्किल है धूर्त की धृष्टता का पार पाना गहरा भंवर रसातल ले जाएगा मुश्किल है बच पाना क्यों सौंप दूं मैं जीवन अपना किसी अनजान को ह्रदय में भय है पड़ ना जाए घोर पाखंडी से पाला बबली गुर्जर ©Babli Gurjar

@RAMA Goswami @Ashutosh Mishra @Lalit Saxena @Neel वंदना ....

Neel
Neel

👏 👏 👏 👏

6 mo 1 Love
Ashutosh Mishra
Ashutosh Mishra

बहुत गहरी बात बेहतरीन पंक्तियां बहना 👌 👌

6 mo 1 Love
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Love is the only thing that grows the more you give it away. Keep giving. Spread a little love today—send this to someone who needs it. ©Gyanendra Kumar Pandey

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White आओ कभी तुम भी इधर, तुम्हारा दीदार हो जो हमसे कभी नहीं भूलती, आख़िर वही किरदार हो..! जानता हूँ कुछ भी मुनासिब नहीं निकला मेरे तुमने तो पल में बदल ली दुनियाँ, तुम मेरी दिलदार हो..! अब कहने को कुछ बचा नहीं, सब जानता हूँ किये पर कभी पछतावा नहीं आया,कैसी किरदार हो..! मुहब्बत में लोग जां की बाज़ी लगा देतें है यहाँ मुफलिसी देखकर भाग गयीं, मेरे लिये असरदार हो..! अभी कुछ मुनाफ़ा करा दिया तुमने छोड़कर देखो अब कमा भी रहा हूँ आज,वाकई असरदार हो..! छोड़कर नहीं जाती तुम, पीछे पीछे रहता मैं तुममें अपना अक्श देखता मैं, तुम मेरी ही किरदार हो..!! ©Shreyansh Gaurav

#शायरी #Thinking  White आओ कभी तुम भी इधर, तुम्हारा दीदार हो 
जो हमसे कभी नहीं भूलती, आख़िर वही किरदार हो..!

जानता हूँ कुछ भी मुनासिब नहीं निकला मेरे 
तुमने तो पल में बदल ली दुनियाँ, तुम मेरी दिलदार हो..!

अब कहने को कुछ बचा नहीं, सब जानता हूँ 
किये पर कभी पछतावा नहीं आया,कैसी किरदार हो..!

मुहब्बत में लोग जां की बाज़ी लगा देतें है यहाँ 
मुफलिसी देखकर भाग गयीं, मेरे लिये असरदार हो..!

अभी कुछ मुनाफ़ा करा दिया तुमने छोड़कर 
देखो अब कमा भी रहा हूँ आज,वाकई असरदार हो..!

छोड़कर नहीं जाती तुम, पीछे पीछे रहता मैं 
तुममें अपना अक्श देखता मैं, तुम मेरी ही किरदार हो..!!

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#Thinking

10 Love

White तुम्हारा आना मेरी जिंदगी में किसी फरिश्ते के आने से कम नहीं था...तुम्हारे आने से जिंदगी में मानो फिर से रौनक लौट आई थी...ठीक waise ही जैसे किसी बच्चे को उसका खोया हुआ खिलौना वापस से मिल गया हो...तुम्हें देख कर ऐसा लगा जैसे तुम वही हो जिसकी मैं कल्पना किया करती थी...thore से गुस्से वाले, लोगों में खुशियां batne वाले....पागलों की तरह प्यार करने वाले....और बेशक तुमने किया भी....पर सिर्फ तब तक जब तक मुझे उस प्यार की आदत नहीं हो गाई....और फिर धीरे धीरे तुम आगे निकालते गए, और मैं वही खरी तुम्हारा इंतजार करती रही, तुम्हारे हिस्सा का प्यार भी मैं ही खुद से कर लेती थी ये सोच कर शायद तुम किसी दिन समझ जाओगे...तुम कितने zaroori हो मेरे लिए....तुम्हारे हिस्से का फर्ज भी मैं निभाने लगी ये सोच कर किसी दिन तुम पूरी फुर्सत ले कर आओगे और bologe.. मुझे गले lagoge और घंटों बातें करेगे...तुम्हारे हाथ की चाय जो तुम अक्सर ही मेरे लिए banya करते थे हम साथ बैठ कर पायेगे....तुम्हारे वो कभी कभी यू ही मेरी तारीफ कर देना मुझे कई हफ्ते तक खुश कर देता था....इस इंतजार ने कभी ये एहसास ही नहीं होने दिया कितने साल निकल गए और तुम वापस नहीं आए क्यूंकि तुम खोए नहीं थे तुम बदल गए थे...और इस बदले हुए तुम मे सब के लिए waqt था, प्यार था, फ़िक्र थी...सब को सब कुछ देने के बाद तुम्हारे पास मेरे लिए कुछ बचा ही नहीं...शायद waqt भी नहीं...तभी तो तुम देख नहीं पाए मेरे दर्द को, मेर आंसू अब तुम्हें नाटक लगने लगे.....पर अब तुम aazad हो,हमेशा की तरह खुश हो...waqt बेवक्त तेरा khayal आना acha नहीं लगता, aazad करते हैं तुमको क्यूंकि तुम्हारे साथ रह कर भी तुम्हारे बिना रहना achaa नहीं lagta hamko ©Rimjhim Pathak

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#Thinking sad

13 Love

White रात की खामोशी, पटरियों का शोर, चलती हुई रेल, दिल में उठता जोर। खिड़की से देखूं मैं, नज़ारों की चाल, ज़िंदगी का सफर भी, है ऐसा ही हाल। हर स्टेशन पे रुकना, कुछ पल का ठहराव, फिर आगे बढ़ जाना, नए सपनों का भाव। रास्ते में मिलते हैं, कई अजनबी लोग, कुछ अपनापन देते, कुछ दे जाते सोग। कुछ हंसते चेहरे, कुछ नम आंखों की भीड़, कुछ अनकही बातें, कुछ अधूरे ख्वाबों की नीड़। कोई साथ चलता है, तो कोई छूट जाता है, यूं ही ये सफर, हर पल बदल जाता है। हर धड़कन में बसता है मिलने का डर, हर ठोकर सिखाती है चलने का हुनर। फिर भी ये दिल उम्मीदों में ढलता, हर सफर में खुद को नया सा पलता। मंजिल की तलाश में बढ़ते कदमों का असर, जैसे रेल की पटरी पर थमता नहीं सफर। शायद किसी दिन मिलेगा सुकून का ठिकाना, जहां थमेगा ये दिल और सजेगा नया फसाना। ©Ekta Anshi

#deeplines #Ektaanshi #Mohbbat #safar  White रात की खामोशी, पटरियों का शोर,
चलती हुई रेल, दिल में उठता जोर।
खिड़की से देखूं मैं, नज़ारों की चाल,
ज़िंदगी का सफर भी, है ऐसा ही हाल।

हर स्टेशन पे रुकना, कुछ पल का ठहराव,
फिर आगे बढ़ जाना, नए सपनों का भाव।
रास्ते में मिलते हैं, कई अजनबी लोग,
कुछ अपनापन देते, कुछ दे जाते सोग।

कुछ हंसते चेहरे, कुछ नम आंखों की भीड़,
कुछ अनकही बातें, कुछ अधूरे ख्वाबों की नीड़।
कोई साथ चलता है, तो कोई छूट जाता है,
यूं ही ये सफर, हर पल बदल जाता है।

हर धड़कन में बसता है मिलने का डर,
हर ठोकर सिखाती है चलने का हुनर।
फिर भी ये दिल उम्मीदों में ढलता,
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मंजिल की तलाश में बढ़ते कदमों का असर,
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जहां थमेगा ये दिल और सजेगा नया फसाना।

©Ekta Anshi

सफर और जिंदगी 🌸 hindi poetry on life poetry quotes

16 Love

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के आप भी हैं परेशान 🤣 #Food #foodie #foodblogger #Funny comedy video

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