White तुम्हारा आना मेरी जिंदगी में किसी फरिश्ते के आने से कम नहीं था...तुम्हारे आने से जिंदगी में मानो फिर से रौनक लौट आई थी...ठीक waise ही जैसे किसी बच्चे को उसका खोया हुआ खिलौना वापस से मिल गया हो...तुम्हें देख कर ऐसा लगा जैसे तुम वही हो जिसकी मैं कल्पना किया करती थी...thore से गुस्से वाले, लोगों में खुशियां batne वाले....पागलों की तरह प्यार करने वाले....और बेशक तुमने किया भी....पर सिर्फ तब तक जब तक मुझे उस प्यार की आदत नहीं हो गाई....और फिर धीरे धीरे तुम आगे निकालते गए, और मैं वही खरी तुम्हारा इंतजार करती रही, तुम्हारे हिस्सा का प्यार भी मैं ही खुद से कर लेती थी ये सोच कर शायद तुम किसी दिन समझ जाओगे...तुम कितने zaroori हो मेरे लिए....तुम्हारे हिस्से का फर्ज भी मैं निभाने लगी ये सोच कर किसी दिन तुम पूरी फुर्सत ले कर आओगे और bologe.. मुझे गले lagoge और घंटों बातें करेगे...तुम्हारे हाथ की चाय जो तुम अक्सर ही मेरे लिए banya करते थे हम साथ बैठ कर पायेगे....तुम्हारे वो कभी कभी यू ही मेरी तारीफ कर देना मुझे कई हफ्ते तक खुश कर देता था....इस इंतजार ने कभी ये एहसास ही नहीं होने दिया कितने साल निकल गए और तुम वापस नहीं आए क्यूंकि तुम खोए नहीं थे तुम बदल गए थे...और इस बदले हुए तुम मे सब के लिए waqt था, प्यार था, फ़िक्र थी...सब को सब कुछ देने के बाद तुम्हारे पास मेरे लिए कुछ बचा ही नहीं...शायद waqt भी नहीं...तभी तो तुम देख नहीं पाए मेरे दर्द को, मेर आंसू अब तुम्हें नाटक लगने लगे.....पर अब तुम aazad हो,हमेशा की तरह खुश हो...waqt बेवक्त तेरा khayal आना acha नहीं लगता, aazad करते हैं तुमको क्यूंकि तुम्हारे साथ रह कर भी तुम्हारे बिना रहना achaa नहीं lagta hamko
©Rimjhim Pathak
#Thinking sad