Shadow
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स्वाभिमान से समझौता.... यानि पहचान की समाप्ति...! ©Rahul Raj

 स्वाभिमान से समझौता....
 यानि पहचान की समाप्ति...!

©Rahul Raj

#Shadow#RahulRaj#quotes

10 Love

ధనికుల కన్నా పేదలు చాలా గొప్ప ఆహారాన్నే తింటారు.కారణం దానికి ఆకలి రుచిని కలిగిస్తుంది. ©VADRA KRISHNA

#మోటివేషన్ #Shadow  ధనికుల కన్నా పేదలు 
చాలా గొప్ప ఆహారాన్నే
తింటారు.కారణం దానికి
ఆకలి రుచిని కలిగిస్తుంది.

©VADRA KRISHNA

#Shadow

9 Love

बारिश के बाद छप्पर से टपकती बूंदे क्या लगता है ! इश्क का एहसास सिर्फ इंसान को होता है महसूस करो इन बूंदों को दर्द इन्हे भी होता है ©Error

#Shadow  बारिश के बाद छप्पर से टपकती बूंदे
क्या लगता है !
इश्क का एहसास सिर्फ इंसान को होता है
महसूस करो इन बूंदों को दर्द इन्हे भी होता है

©Error

#Shadow

13 Love

#మోటివేషన్ #Shadow  స్నేహాలు మనంతట మనం చేసుకునేవి కావు.ఈ జీవిత ప్రయాణంలో సేదతీర్చే చెట్ల నీడలు అవి.

©VADRA KRISHNA

#Shadow *ముర్రే

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अब लोग कहां किसी से कोई गुफ़्तगु किया करते हैं, बेजान हैं तभी तो शायद मुर्दों की तरह जिया करते हैं। मैं अपने ज़ख्मों को बयां करूं भी तो किसके दरपेश करूं? अब कहां इस जहां में कोई हमदर्द हुआ करते हैं । ©D.R. divya (Deepa)

#शायरी #thought #poeatry #Shadow #shyari  अब लोग कहां किसी से कोई गुफ़्तगु किया करते हैं,
   बेजान हैं तभी तो शायद मुर्दों की तरह जिया करते हैं।
   मैं अपने ज़ख्मों को बयां करूं भी तो किसके दरपेश करूं?
   अब कहां इस जहां में कोई हमदर्द हुआ करते हैं ।

©D.R. divya (Deepa)

#Shadow #SAD #poeatry #shyari #Shayari #thought #

15 Love

मेरे ज़हन में तेरी बातों की चहक आज भी है, याद रहे कि मुझ पर तेरा हक़ आज भी है। जो पहन कर आया था मैं पहली मुलाकात के लिए, मेरी उस कमीज़ में तेरी महक आज भी है।। ©Er Abhishek Sharma

#Shadow #Hindi #Her #tum  मेरे ज़हन में तेरी बातों की चहक आज भी है,
याद रहे कि मुझ पर तेरा हक़ आज भी है।

जो पहन कर आया था मैं पहली मुलाकात के लिए,
मेरी उस कमीज़ में तेरी महक आज भी है।।

©Er Abhishek Sharma

#Shadow #Love #Hindi #Her #tum

13 Love

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