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White जिंदगी भर खाली गद्दा बिछौनी,बाकी हम ओहपर सूतू ना पौनी घर त बनौनी पक्का के बाकी कबहुं हम छन भर रहु ना पौनी गैनी कमाए त कर्जा उतरनी कमा के खिवनी गुरु हमहूं खूबे ठउर से बैठ के कबों खा नहीं पौनी ....... सोची ला दर्री बिछौना के दिनवा माटी के बनल कच्चा भवनवा एतना काम के बुढौती कमइनी जवानी के खाता से जवानी उड़वनी जिंदगी भर खाली गद्दा बिछौनी,कबहुं चयन से त सूतू ना पौनी।। ©Error

#love_shayari #Quotes  White जिंदगी भर खाली गद्दा बिछौनी,बाकी हम ओहपर सूतू ना पौनी
घर त बनौनी पक्का के बाकी कबहुं हम छन भर रहु ना पौनी
गैनी कमाए त कर्जा उतरनी
कमा के खिवनी गुरु हमहूं खूबे
ठउर से बैठ के कबों खा नहीं पौनी
.......
सोची ला दर्री बिछौना के दिनवा
माटी के बनल कच्चा भवनवा
एतना काम के बुढौती कमइनी
जवानी के खाता से जवानी उड़वनी
जिंदगी भर खाली गद्दा बिछौनी,कबहुं चयन से त सूतू ना पौनी।।

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#love_shayari

16 Love

White जिंदगी के ख़सारे को हम किस्तों में भरेंगे हम जानते है उस गली से दूर रहे तो फेफड़ों में सांस तो भरेंगे,पर हम मरेंगे ©Error

#GoodMorning  White जिंदगी के ख़सारे को हम किस्तों में भरेंगे
हम जानते है उस गली से दूर रहे तो 
फेफड़ों में सांस तो भरेंगे,पर हम मरेंगे

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#GoodMorning shayari on life

15 Love

White सर्दियों का दिन है गांव में अंगीठी जल रहा होग ????? गुरु खाली कमरा है क्या चल रहा होगा कोने में मोमबत्ती के साथ दिल जल रहा होगा ।। ©Error

#love_shayari  White सर्दियों का दिन है गांव में अंगीठी जल रहा होग
?????
गुरु खाली कमरा है क्या चल रहा होगा
कोने में मोमबत्ती के साथ दिल जल रहा होगा ।।

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#love_shayari hindi shayari

16 Love

White तेरी निशानियां जलादि,तेरी कहानियां जलादि एक मलाल रह गया कि तेरी यादों को ना जला पाए हम खुद तो दफ़न हो आए पर तेरे वादों को ना भूल पाए ©Error

#GoodNight  White तेरी निशानियां जलादि,तेरी कहानियां जलादि
एक मलाल रह गया कि तेरी यादों को ना जला पाए
हम खुद तो दफ़न हो आए पर तेरे वादों को ना भूल पाए

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#GoodNight shayari in hindi shayari sad

12 Love

White जैसे जैसे छठ निराला सांच कही मोर मन पियराला ए साहब तू छुट्टी दे दा चाहे हमके तू गरिया ला चार दिन के बात बा मालिक ट्रेन पकड़े फिर चल आइब मजदूरी के रोटी लेवे बोला साहब कहा हम जाइब खिचड़ी बितल फगुआ बितल नवमी और दशहरा बितल एक टेर ना कहनी तोहसे जाने केतना परब बितल अब जीव ना मानेला सुतलो में अंखियां जगेला चाहे केतनो काम करिला मन हुजूर ना लगेला साल भर में एकही बेरा छठ के छुट्टी मांगीला ए साहब तू छुट्टी दे दा चाहे हमके तू गरिया ला ©Error

#good_morning_quotes  White जैसे जैसे छठ निराला सांच कही मोर मन पियराला
ए साहब तू छुट्टी दे दा चाहे हमके तू गरिया ला

चार दिन के बात बा मालिक ट्रेन पकड़े फिर चल आइब
मजदूरी के रोटी लेवे बोला साहब कहा हम जाइब

खिचड़ी बितल फगुआ बितल नवमी और दशहरा बितल
एक टेर ना कहनी तोहसे जाने केतना परब बितल

अब जीव ना मानेला सुतलो में अंखियां जगेला
चाहे केतनो काम करिला मन हुजूर ना लगेला 

साल भर में एकही बेरा छठ के छुट्टी मांगीला
ए साहब तू छुट्टी दे दा चाहे हमके तू गरिया ला

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White हमारे पास तुमसे कहने को कुछ भी नहीं तुम बैठो तो दो चार घड़ी दिल के गुब्बार निकल भी सकते है ©Error

#weather_today  White हमारे पास तुमसे कहने को कुछ भी नहीं
तुम बैठो तो दो चार घड़ी
दिल के गुब्बार निकल भी सकते है

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