Identity
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#Identity #Quotes  ఇప్పుడు జీవిస్తున్న ఈ జీవితం అస్సలు క్షమించరానిది 
ఆడిన ఆటలు 
ఎంచుకున్న స్నేహితులు 
కరిగిపోయిన కాలాలు 
మసకబారిన కలలు 
తప్పిన మార్గాలు 
దారితప్పిన జీవితాలు 
కోల్పోయిన ప్రియమైనవాళ్లు 
ఎన్నో ఎన్నో అన్నీ ఆనందాన్ని ప్రశ్నగానే మిగులుస్తున్నాయి 
అయినా ప్రకృతిలోంచి తెలియని హామీ 
రేపు ప్రశాంతంగా ఉంటుందని భరోసా ఇస్తూ 
ఆ వాగ్దానం విచ్ఛిన్నమైనప్పుడు
ఈ  గాయాలు తిరిగి తెరుచుకుంటాయి
తీవ్ర దుఃఖంతో అపుడు మనసు ఆశను వదిలేసుకుంటుంది

©gopi kiran

#Identity

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#సమాజం  నెగ్గితేనే నిలుస్తామన్నప్పుడు ఎక్కడ లేని తెగువ చూపించాలి. దైర్యంగా పోరాడాలి.

©VADRA KRISHNA

-విజయ సూత్రం

99 View

#Identity #Quotes  आजकल लोगों को आप पर हंसने व नीचा दिखाने का मौका चाहिए।
वह अपकी स्थिति व संघर्ष नहीं समझेंगे।
इसलिए लोगों की परवाह किए बगैर। अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते चले।

©Rajat Himachal Wale

#Identity great day

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ਲੋਕੀ ਹਾਲ ਉਹਨਾਂ ਦਾ ਪੁੱਛਦੇ ਨੇ.. ਹੁੰਦੇ ਹਾਲ ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਚੰਗੇ ਨੇ! ਫ਼ੋਨ ਨੰਬਰ ਉਹਨਾਂ ਦੇ ਕੱਟ ਦਿੰਦੇ.. ਹੁੰਦੇ ਹਾਲ ਜਿਹਨਾਂ ਦੇ ਮੰਦੇ ਨੇ! ©Kamlesh Shahkoti

#ਗਿਆਨ #Identity  ਲੋਕੀ ਹਾਲ ਉਹਨਾਂ ਦਾ ਪੁੱਛਦੇ ਨੇ..
ਹੁੰਦੇ ਹਾਲ ਜਿਨ੍ਹਾਂ ਦੇ ਚੰਗੇ ਨੇ!
ਫ਼ੋਨ ਨੰਬਰ ਉਹਨਾਂ ਦੇ ਕੱਟ ਦਿੰਦੇ..
ਹੁੰਦੇ ਹਾਲ ਜਿਹਨਾਂ ਦੇ ਮੰਦੇ ਨੇ!

©Kamlesh Shahkoti

#Identity

10 Love

आजक़ल एक क़ाम ये अनोख़ा खास कर रहा हू मै ख़ुद मे ख़ुद की हीं हर पल तलाश क़र रहा हू गिर चुका हूं मै मतलबीं, गिरावट के हर स्तर तक़ कुछ मत कहों, मै ख़ुद ही इसका एहसास कर रहा हूं दूसरो की शौहरते कुतरती हैं मेरी प्यारी रूह क़ो बेवज़ह,बिन क़ारण मै ख़ुद को ज़िन्दा लाश कर रहा हूं आती हैं किस्मत तों चली आ मेरी पनाहो में आज़ अभी मै मौंत से पहलें की धडी अब आभास क़र रहा हू ब़हुत कुछ ब़नाया हैं ऐ खुदा मैने तेरीं सोच सें भी परे अब़ हवस सिर चढ चुकी हैं,अब मै विनाश क़र रहा हूं बहुत ढूढ़ा पर खोज़ ना पाया मै ख़ुद को जहानों मे समझ़ आया हैं के मै माँ बाप की रूह मे निवास क़र रहा हूं गया हैं कल कोईं इस दुनियां से ख़ाली हाथ,ज़ाने कहा फिर क्यू ए भगवान मै ख़ुद को इतना ब़दहवाश कर रहा हूं सिर चढ चुका हैं अ शायरी तेरा ज़ुनून इस ‘अंकुर पर वाह वाह क़रती हैं दुनियां, चाहें मै बक़वास कर रहा हूं ©Ankur Mishra

#मै_ख़ुद_मे_ख़ुद_की_हीं_हर_पल_तलाश_क़र_रहा_हू  आजक़ल एक क़ाम ये अनोख़ा खास कर रहा हू
मै ख़ुद मे ख़ुद की हीं हर पल तलाश क़र रहा हू

गिर चुका हूं मै मतलबीं, गिरावट के हर स्तर तक़
कुछ मत कहों, मै ख़ुद ही इसका एहसास कर रहा हूं

दूसरो की शौहरते कुतरती हैं मेरी प्यारी रूह क़ो
बेवज़ह,बिन क़ारण मै ख़ुद को ज़िन्दा लाश कर रहा हूं

आती हैं किस्मत तों चली आ मेरी पनाहो में आज़ अभी
मै मौंत से पहलें की धडी अब आभास क़र रहा हू

ब़हुत कुछ ब़नाया हैं ऐ खुदा मैने तेरीं सोच सें भी परे
अब़ हवस सिर चढ चुकी हैं,अब मै विनाश क़र रहा हूं

बहुत ढूढ़ा पर खोज़ ना पाया मै ख़ुद को जहानों मे
समझ़ आया हैं के मै माँ बाप की रूह मे निवास क़र रहा हूं

गया हैं कल कोईं इस दुनियां से ख़ाली हाथ,ज़ाने कहा
फिर क्यू ए भगवान मै ख़ुद को इतना ब़दहवाश कर रहा हूं

सिर चढ चुका हैं अ शायरी तेरा ज़ुनून इस ‘अंकुर पर
वाह वाह क़रती हैं दुनियां, चाहें मै बक़वास कर रहा हूं

©Ankur Mishra

आजक़ल एक क़ाम ये अनोख़ा खास कर रहा हू #मै_ख़ुद_मे_ख़ुद_की_हीं_हर_पल_तलाश_क़र_रहा_हू गिर चुका हूं मै मतलबीं, गिरावट के हर स्तर तक़ कुछ मत कहों, मै ख़ुद ही इसका एहसास कर रहा हूं दूसरो की शौहरते कुतरती हैं मेरी प्यारी रूह क़ो बेवज़ह,बिन क़ारण मै ख़ुद को ज़िन्दा लाश कर रहा हूं

12 Love

#आज_का_विचार  जो मैं अब अनुभव कर रहा हूं वह अतीत 
का फल है भविष्य में जो अनुभव करूंगा
 वह इस बात पर निर्भर करता है कि 
मैं अब क्या करता हूं...
 -वेद प्रकाश

©VED PRAKASH 73
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