सदा अमर रहेगी वीरो तुम्हारी वीर गाथाये,
तुम पर गर्वित रहेगी भारत की सारी माताये,
माँ भारती के लाल तुम हो अमर बलिदानी,
गर्वित तुमसे तुम्ही से शान से तिरंगा लहराये,,
भारत सदा महफूज रहे सीमा पर डटे होते है,
देने हमें खुशियाँ, खुद की खुशियाँ खोते है,
होली, दशहरा, दीवाली सीमा पर ही मनाये,
ये खड़े है सीमा पर तब जा हम चेन से सोते है,,
तन मन न्योछावर करने की अजीब जिद है,
भारत माँ की अपने लालो से यही उम्मीद है,
शत्रुओ को स्वयं "यम" बन सीमा से खड़ेड़ते,
खुद मिटकर देश को ना मिटने दे वो शहीद है,,
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✍️नितिन कुवादे....
©Nitin Kuvade
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