कभी ऐसा महसूस हुआ है की
दोस्ती भी एकतरफा हो सकती है,
और एक तरफ से इतनी परवाह हो सकती है,
मतलब तुमने HELLO कहा तो वहां से बस Hii आएगा,
तुमने हाल पूछा तो उतना ही REPLY आएगा,
अब तुम उसे ऐसे भूलना भी नहीं चाहते,
क्योंकि किसी वक्त में तो अच्छी-खासी दोस्ती थी,
इसलिए बात करने की कोशिश करते रहते हो,
ये सोच के की छोड़ो है तो दोस्त ही,
फिर एक वक्त पर लगता है की बस,
तुम्हारी तरफ से कोशिश चल रही है,
तुम छोड़ देते हो बात करना तो
बातें बिलकुल ही खत्म हो रही है,
कभी ऐसा रिश्ता था की बात रूकती ही नहीं थी,
अब ऐसा भी वक्त है की बात होती ही नहीं है,
नए रिश्तों में घुलने के बाद पुराने रिश्ते खो जाते हैं,
ये बात सिर्फ सुनी थी, अब देख भी रहे हैं..!!
©Khyali Joshi
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