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New असहयोग आंदोलन कब हुआ Status, Photo, Video

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Unsplash मेरी बिगड़ेल चाहतो से मुझे राहत मिलेगी कब? मेरे शरारती स्वार्थी तत्व आखिर कब समझ पायगे जीवन का यथार्थ? मेरा मौन चिल्लाना चाहता है युगो से आखिर उनकी आवाज़ मै सुन पाऊंगा कब? ©Parasram Arora

 Unsplash मेरी बिगड़ेल  चाहतो 
से मुझे राहत मिलेगी कब?

मेरे शरारती स्वार्थी तत्व 
आखिर कब समझ पायगे जीवन का यथार्थ?

मेरा मौन  चिल्लाना चाहता है युगो से 
आखिर उनकी आवाज़ मै सुन पाऊंगा कब?

©Parasram Arora

कब?

10 Love

White ग़मगीन है ये क़ल्ब बेशुमार क्या हुआ.. है क़ल्ब बहुत ज्यादा बेकरार क्या हुआ.. घर बार है हयात है दुनियाँ में सब तो है.. पाया न मैंने सिर्फ तेरा प्यार क्या हुआ.. यूसुफ़ आर खान.... ©F M POETRY

#क्या  White ग़मगीन है ये क़ल्ब बेशुमार क्या हुआ..
है क़ल्ब बहुत ज्यादा बेकरार क्या हुआ..

घर बार है हयात है दुनियाँ में सब तो है..
पाया न मैंने सिर्फ तेरा प्यार क्या हुआ..

यूसुफ़ आर खान....

©F M POETRY

#क्या हुआ...

13 Love

White उम्मीद लगाए खड़े हैं, इस दुनिया में बेदर्द लोग बड़े हैं। क्या होगा इस रात के अंधेरे में किसी को पता नहीं है, धक धक हो रही सीने में ऐसे लगता है जैसे जान शरीर में नहीं है। आंखें तक रही है इक रोशनी के लिए, जान शरीर से निकली जा रही है दीदार उनका बिना किए। वो अपनी जिद पर अड़े हैं, अरमान हजारों दिल में दबे पड़े हैं। आ जाओ अब और ना सताओ वरना हम दुनिया छोड़ कर चले हैं, झलक एक बार दिखाओ हम दिल तुम पर वार चुके हैं।। ©Shishpal Chauhan

#कविता #हारा  White उम्मीद लगाए खड़े हैं,
इस दुनिया में बेदर्द लोग बड़े हैं।
क्या होगा इस रात के अंधेरे में 
किसी को पता नहीं है,
धक धक हो रही सीने में 
ऐसे लगता है जैसे जान शरीर में नहीं है।
आंखें तक रही है
इक रोशनी के लिए,
जान शरीर से निकली जा रही है 
 दीदार उनका बिना किए।
वो अपनी जिद पर अड़े हैं,
अरमान हजारों दिल में दबे पड़े हैं।
आ जाओ अब और ना सताओ
वरना हम दुनिया छोड़ कर चले हैं,
झलक एक बार दिखाओ
हम दिल तुम पर वार चुके हैं।।

©Shishpal Chauhan

#हारा हुआ दिल

10 Love

हंसती आंखें दिल रोता है, अपना चाहा कब होता है, गाने वाला रो दे अक़्सर, पाने वाला ही खोता है, राम नाम रटने वाला भी, फंसा जाल में ज्युं तोता है, रोज़ नहाये गंगा जल से, मन का मैल नहीं धोता है, पछताने से क्या होगा जब, बीज दुखों का ख़ुद बोता है, रात में करता है रखवाली, श्वान दिवस में ही सोता है, ज्ञान बिना दुनिया में गुंजन, भंवर बीच खाता गोता है, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' ©Shashi Bhushan Mishra

#कविता #अपना  हंसती आंखें दिल रोता है,
अपना चाहा कब होता है,

गाने  वाला  रो दे अक़्सर,
पाने  वाला  ही   खोता है,

राम नाम  रटने  वाला भी,
फंसा जाल में ज्युं तोता है,

रोज़ नहाये  गंगा  जल से,
मन का मैल नहीं धोता है,

पछताने से क्या होगा जब,
बीज दुखों का ख़ुद बोता है,

रात में  करता है  रखवाली,
श्वान दिवस में ही  सोता है,

ज्ञान बिना दुनिया में गुंजन,
भंवर  बीच  खाता गोता है,
--शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'

©Shashi Bhushan Mishra

#अपना चाहा कब होता है#

12 Love

White आँखे मूंदने पर जो तुम्हे दिखाई पढ़ रहा है कहीं वो तुम्हारा कोई खोया हुआ ख्वाब न हो वक़्त का बिगड़ेल घोड़ा बिदक कर भटक गया है लगता है घुड़सवार के हाथो से कहीं घोड़े की लगाम छूट न गई हो ©Parasram Arora

#कविता  White आँखे मूंदने पर जो तुम्हे दिखाई पढ़ रहा है 
कहीं वो तुम्हारा कोई खोया हुआ ख्वाब न हो 

वक़्त का 
बिगड़ेल घोड़ा बिदक कर भटक गया है 
लगता है घुड़सवार के हाथो से कहीं घोड़े की लगाम छूट न गई हो

©Parasram Arora

खोया हुआ ख्वाब

19 Love

#जीवन_संघर्ष #अत्याचारों #कहना_सुनना #खामोशियाँ #क्रूरताओं #सिसकियां  White कहना सुनना आखिर कब तक !!??!!
सहना सहना आखिर कब तक!!??!!

क्रूरताओं और अत्याचारों के बीच में 
चीखती मेरी खामोशियां,, आखिर कब तक!!??!!

प्रताड़नाओं की मार के आगे
दबती सुबकती मेरी सिसकियां,,,, आखिर कब तक!!??!!

कहना सुनना आखिर कब तक !?!
रोना धोना आखिर कब तक!?!
 सहना सहना आखिर कब तक!?!

जीवन संघर्ष का युद्ध कब तक?!?
प्राणों का ये ताना बाना कब तक?!?

कब तक आखिर कब तक 
मैं ही क्यों आखिर कब तक!!???!!!!??

©Rakesh frnds4ever

#कहना_सुनना आखिर कब तक #सहना सहना आखिर कब तक,,,,,, #क्रूरताओं और #अत्याचारों के बीच में चीखती मेरी #खामोशियाँ आखिर कब तक, प्रताड़नाओं

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Unsplash मेरी बिगड़ेल चाहतो से मुझे राहत मिलेगी कब? मेरे शरारती स्वार्थी तत्व आखिर कब समझ पायगे जीवन का यथार्थ? मेरा मौन चिल्लाना चाहता है युगो से आखिर उनकी आवाज़ मै सुन पाऊंगा कब? ©Parasram Arora

 Unsplash मेरी बिगड़ेल  चाहतो 
से मुझे राहत मिलेगी कब?

मेरे शरारती स्वार्थी तत्व 
आखिर कब समझ पायगे जीवन का यथार्थ?

मेरा मौन  चिल्लाना चाहता है युगो से 
आखिर उनकी आवाज़ मै सुन पाऊंगा कब?

©Parasram Arora

कब?

10 Love

White ग़मगीन है ये क़ल्ब बेशुमार क्या हुआ.. है क़ल्ब बहुत ज्यादा बेकरार क्या हुआ.. घर बार है हयात है दुनियाँ में सब तो है.. पाया न मैंने सिर्फ तेरा प्यार क्या हुआ.. यूसुफ़ आर खान.... ©F M POETRY

#क्या  White ग़मगीन है ये क़ल्ब बेशुमार क्या हुआ..
है क़ल्ब बहुत ज्यादा बेकरार क्या हुआ..

घर बार है हयात है दुनियाँ में सब तो है..
पाया न मैंने सिर्फ तेरा प्यार क्या हुआ..

यूसुफ़ आर खान....

©F M POETRY

#क्या हुआ...

13 Love

White उम्मीद लगाए खड़े हैं, इस दुनिया में बेदर्द लोग बड़े हैं। क्या होगा इस रात के अंधेरे में किसी को पता नहीं है, धक धक हो रही सीने में ऐसे लगता है जैसे जान शरीर में नहीं है। आंखें तक रही है इक रोशनी के लिए, जान शरीर से निकली जा रही है दीदार उनका बिना किए। वो अपनी जिद पर अड़े हैं, अरमान हजारों दिल में दबे पड़े हैं। आ जाओ अब और ना सताओ वरना हम दुनिया छोड़ कर चले हैं, झलक एक बार दिखाओ हम दिल तुम पर वार चुके हैं।। ©Shishpal Chauhan

#कविता #हारा  White उम्मीद लगाए खड़े हैं,
इस दुनिया में बेदर्द लोग बड़े हैं।
क्या होगा इस रात के अंधेरे में 
किसी को पता नहीं है,
धक धक हो रही सीने में 
ऐसे लगता है जैसे जान शरीर में नहीं है।
आंखें तक रही है
इक रोशनी के लिए,
जान शरीर से निकली जा रही है 
 दीदार उनका बिना किए।
वो अपनी जिद पर अड़े हैं,
अरमान हजारों दिल में दबे पड़े हैं।
आ जाओ अब और ना सताओ
वरना हम दुनिया छोड़ कर चले हैं,
झलक एक बार दिखाओ
हम दिल तुम पर वार चुके हैं।।

©Shishpal Chauhan

#हारा हुआ दिल

10 Love

हंसती आंखें दिल रोता है, अपना चाहा कब होता है, गाने वाला रो दे अक़्सर, पाने वाला ही खोता है, राम नाम रटने वाला भी, फंसा जाल में ज्युं तोता है, रोज़ नहाये गंगा जल से, मन का मैल नहीं धोता है, पछताने से क्या होगा जब, बीज दुखों का ख़ुद बोता है, रात में करता है रखवाली, श्वान दिवस में ही सोता है, ज्ञान बिना दुनिया में गुंजन, भंवर बीच खाता गोता है, --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन' ©Shashi Bhushan Mishra

#कविता #अपना  हंसती आंखें दिल रोता है,
अपना चाहा कब होता है,

गाने  वाला  रो दे अक़्सर,
पाने  वाला  ही   खोता है,

राम नाम  रटने  वाला भी,
फंसा जाल में ज्युं तोता है,

रोज़ नहाये  गंगा  जल से,
मन का मैल नहीं धोता है,

पछताने से क्या होगा जब,
बीज दुखों का ख़ुद बोता है,

रात में  करता है  रखवाली,
श्वान दिवस में ही  सोता है,

ज्ञान बिना दुनिया में गुंजन,
भंवर  बीच  खाता गोता है,
--शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'

©Shashi Bhushan Mishra

#अपना चाहा कब होता है#

12 Love

White आँखे मूंदने पर जो तुम्हे दिखाई पढ़ रहा है कहीं वो तुम्हारा कोई खोया हुआ ख्वाब न हो वक़्त का बिगड़ेल घोड़ा बिदक कर भटक गया है लगता है घुड़सवार के हाथो से कहीं घोड़े की लगाम छूट न गई हो ©Parasram Arora

#कविता  White आँखे मूंदने पर जो तुम्हे दिखाई पढ़ रहा है 
कहीं वो तुम्हारा कोई खोया हुआ ख्वाब न हो 

वक़्त का 
बिगड़ेल घोड़ा बिदक कर भटक गया है 
लगता है घुड़सवार के हाथो से कहीं घोड़े की लगाम छूट न गई हो

©Parasram Arora

खोया हुआ ख्वाब

19 Love

#जीवन_संघर्ष #अत्याचारों #कहना_सुनना #खामोशियाँ #क्रूरताओं #सिसकियां  White कहना सुनना आखिर कब तक !!??!!
सहना सहना आखिर कब तक!!??!!

क्रूरताओं और अत्याचारों के बीच में 
चीखती मेरी खामोशियां,, आखिर कब तक!!??!!

प्रताड़नाओं की मार के आगे
दबती सुबकती मेरी सिसकियां,,,, आखिर कब तक!!??!!

कहना सुनना आखिर कब तक !?!
रोना धोना आखिर कब तक!?!
 सहना सहना आखिर कब तक!?!

जीवन संघर्ष का युद्ध कब तक?!?
प्राणों का ये ताना बाना कब तक?!?

कब तक आखिर कब तक 
मैं ही क्यों आखिर कब तक!!???!!!!??

©Rakesh frnds4ever

#कहना_सुनना आखिर कब तक #सहना सहना आखिर कब तक,,,,,, #क्रूरताओं और #अत्याचारों के बीच में चीखती मेरी #खामोशियाँ आखिर कब तक, प्रताड़नाओं

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