White उम्मीद लगाए खड़े हैं,
इस दुनिया में बेदर्द लोग बड़े हैं।
क्या होगा इस रात के अंधेरे में
किसी को पता नहीं है,
धक धक हो रही सीने में
ऐसे लगता है जैसे जान शरीर में नहीं है।
आंखें तक रही है
इक रोशनी के लिए,
जान शरीर से निकली जा रही है
दीदार उनका बिना किए।
वो अपनी जिद पर अड़े हैं,
अरमान हजारों दिल में दबे पड़े हैं।
आ जाओ अब और ना सताओ
वरना हम दुनिया छोड़ कर चले हैं,
झलक एक बार दिखाओ
हम दिल तुम पर वार चुके हैं।।
©Shishpal Chauhan
#हारा हुआ दिल