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New क्यों फूल खिलते हैं Status, Photo, Video

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New Year 2025 दिन बदल जाते हैं साल बदल जाते हैं चेहरे ही क्यों ? आइने भी बदल जाते हैं दुनिया बदलने की सोच रखनेवाले क्यों थक हारकर एक दिन ? सबको बदलते बदलते खुद ही बदल जाते हैं हंसने लगे थे सब पत्थर पर की, "ये बदलता क्यों नहीं ?" पहचान मिटाकर दौड़ में वो भी शामिल हुआ कहने लगा , "सब बदल रहे हैं चलो हम भी बदल जाते हैं....!" ©gaTTubaba

#शायरी #Newyear2025  New Year 2025 दिन बदल जाते हैं 
साल बदल जाते हैं 

चेहरे ही क्यों ?
आइने भी बदल जाते हैं 


दुनिया बदलने की सोच रखनेवाले 
क्यों थक हारकर एक दिन ?

सबको बदलते बदलते 
खुद ही बदल जाते हैं 


हंसने लगे थे सब पत्थर पर की,
"ये बदलता क्यों नहीं ?"


पहचान मिटाकर दौड़ में 
वो भी शामिल हुआ 


कहने लगा , "सब बदल रहे हैं 
चलो हम भी बदल जाते हैं....!"

©gaTTubaba

#Newyear2025 दिन बदल जाते हैं साल बदल जाते हैं चेहरे ही क्यों ? आइने भी बदल जाते हैं दुनिया बदलने की सोच रखनेवाले

15 Love

White रिश्तों का मकां पत्थरों से नहीं बनता, भरोसे के बिना ये कभी नहीं टिकता। झूठ की दरारें जो इसमें पड़ जाएं, तो हर एहसास रेत में धीरे-धीरे सिसकता। प्यार से सींचो, तो ये फूल खिलते हैं, वरना हर रिश्ता कांटे जैसा चुभते हैं। प्यार से सींचो, तो ये अमर हो जाते हैं, वरना ये जख्म बनकर सदा रुलाते हैं। ©नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर #कविता  White रिश्तों का मकां पत्थरों से नहीं बनता,
भरोसे के बिना ये कभी नहीं टिकता।
झूठ की दरारें जो इसमें पड़ जाएं,
तो हर एहसास रेत में धीरे-धीरे सिसकता।

प्यार से सींचो, तो ये फूल खिलते हैं,
वरना हर रिश्ता कांटे जैसा चुभते हैं।
प्यार से सींचो, तो ये अमर हो जाते हैं,
वरना ये जख्म बनकर सदा रुलाते हैं।

©नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर रिश्तों का मकां पत्थरों से नहीं बनता, भरोसे के बिना ये कभी नहीं टिकता। झूठ की दरारें जो इसमें पड़ जाएं, तो हर एहसास रेत में धीर

11 Love

काँटे भी जरुरी हैं साहब फूलों की हिफाजत के लिए ©chander mukhi

#शायरी #फूल  काँटे भी जरुरी हैं साहब 
फूलों की हिफाजत के लिए

©chander mukhi

#फूल

17 Love

नफरत क्यों करना किसी से, क्यों किसी के बारे में बुरा सोचना, जब हम सामने से गाली दे सकते हैं, उसको पटक पटक के मार सकते हैं..! ©Himanshu Prajapati

#विचार #hpstrange #36gyan #Funny  नफरत क्यों करना किसी से,
क्यों किसी के बारे में बुरा सोचना,

जब हम सामने से गाली दे सकते हैं,
उसको पटक पटक के मार सकते हैं..!

©Himanshu Prajapati

#Funny नफरत क्यों करना किसी से, क्यों किसी के बारे में बुरा सोचना, जब हम सामने से गाली दे सकते हैं, उसको पटक पटक के मार सकते हैं..! #36gyan

15 Love

क्यों ज़िंदगी में ऐसे फ़ैसले कर रखे हैं, क्यों इतने बंधन पाल रखे हैं। इतनी लानतें बर्दाश्त करते हैं हम, जो हमारी इज़्ज़त पर रोज़ हमला करती है। रोज़ जूता मारती है ज़िंदगी मुँह पर, फिर भी हम उसे ख़ामोशी से सहते जाते हैं। ©नवनीत ठाकुर

#क्यों #शायरी  क्यों ज़िंदगी में ऐसे फ़ैसले कर रखे हैं,
क्यों इतने बंधन पाल रखे हैं।
इतनी लानतें बर्दाश्त करते हैं हम,
जो हमारी इज़्ज़त पर रोज़ हमला करती है।
रोज़ जूता मारती है ज़िंदगी मुँह पर,
फिर भी हम उसे ख़ामोशी से सहते जाते हैं।

©नवनीत ठाकुर

#क्यों बंधन पाल रखें हैं

17 Love

White हम क्यों भुलाना चाहते हैं कि हम क्यों चल रहे हैं हम क्या क्या कह रहे हैं क्यों रावण जला रहे हैं हम क्यों अंधेरे के लिए जला रहे हैं ©neelu

#अंधेरे #भुलाना #क्यों #diwali_wishes #क्या #रावण  White हम क्यों भुलाना चाहते हैं 

कि हम क्यों चल रहे हैं 
हम क्या क्या कह रहे हैं
क्यों रावण जला रहे हैं 
हम क्यों अंधेरे के लिए जला रहे हैं

©neelu

#diwali_wishes हम #क्यों #भुलाना चाहते हैं कि हम #क्यों चल रहे हैं हम क्या #क्या कह रहे हैं क्यों #रावण #जला रहे हैं हम क्यों #अंधेरे के

14 Love

New Year 2025 दिन बदल जाते हैं साल बदल जाते हैं चेहरे ही क्यों ? आइने भी बदल जाते हैं दुनिया बदलने की सोच रखनेवाले क्यों थक हारकर एक दिन ? सबको बदलते बदलते खुद ही बदल जाते हैं हंसने लगे थे सब पत्थर पर की, "ये बदलता क्यों नहीं ?" पहचान मिटाकर दौड़ में वो भी शामिल हुआ कहने लगा , "सब बदल रहे हैं चलो हम भी बदल जाते हैं....!" ©gaTTubaba

#शायरी #Newyear2025  New Year 2025 दिन बदल जाते हैं 
साल बदल जाते हैं 

चेहरे ही क्यों ?
आइने भी बदल जाते हैं 


दुनिया बदलने की सोच रखनेवाले 
क्यों थक हारकर एक दिन ?

सबको बदलते बदलते 
खुद ही बदल जाते हैं 


हंसने लगे थे सब पत्थर पर की,
"ये बदलता क्यों नहीं ?"


पहचान मिटाकर दौड़ में 
वो भी शामिल हुआ 


कहने लगा , "सब बदल रहे हैं 
चलो हम भी बदल जाते हैं....!"

©gaTTubaba

#Newyear2025 दिन बदल जाते हैं साल बदल जाते हैं चेहरे ही क्यों ? आइने भी बदल जाते हैं दुनिया बदलने की सोच रखनेवाले

15 Love

White रिश्तों का मकां पत्थरों से नहीं बनता, भरोसे के बिना ये कभी नहीं टिकता। झूठ की दरारें जो इसमें पड़ जाएं, तो हर एहसास रेत में धीरे-धीरे सिसकता। प्यार से सींचो, तो ये फूल खिलते हैं, वरना हर रिश्ता कांटे जैसा चुभते हैं। प्यार से सींचो, तो ये अमर हो जाते हैं, वरना ये जख्म बनकर सदा रुलाते हैं। ©नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर #कविता  White रिश्तों का मकां पत्थरों से नहीं बनता,
भरोसे के बिना ये कभी नहीं टिकता।
झूठ की दरारें जो इसमें पड़ जाएं,
तो हर एहसास रेत में धीरे-धीरे सिसकता।

प्यार से सींचो, तो ये फूल खिलते हैं,
वरना हर रिश्ता कांटे जैसा चुभते हैं।
प्यार से सींचो, तो ये अमर हो जाते हैं,
वरना ये जख्म बनकर सदा रुलाते हैं।

©नवनीत ठाकुर

#नवनीतठाकुर रिश्तों का मकां पत्थरों से नहीं बनता, भरोसे के बिना ये कभी नहीं टिकता। झूठ की दरारें जो इसमें पड़ जाएं, तो हर एहसास रेत में धीर

11 Love

काँटे भी जरुरी हैं साहब फूलों की हिफाजत के लिए ©chander mukhi

#शायरी #फूल  काँटे भी जरुरी हैं साहब 
फूलों की हिफाजत के लिए

©chander mukhi

#फूल

17 Love

नफरत क्यों करना किसी से, क्यों किसी के बारे में बुरा सोचना, जब हम सामने से गाली दे सकते हैं, उसको पटक पटक के मार सकते हैं..! ©Himanshu Prajapati

#विचार #hpstrange #36gyan #Funny  नफरत क्यों करना किसी से,
क्यों किसी के बारे में बुरा सोचना,

जब हम सामने से गाली दे सकते हैं,
उसको पटक पटक के मार सकते हैं..!

©Himanshu Prajapati

#Funny नफरत क्यों करना किसी से, क्यों किसी के बारे में बुरा सोचना, जब हम सामने से गाली दे सकते हैं, उसको पटक पटक के मार सकते हैं..! #36gyan

15 Love

क्यों ज़िंदगी में ऐसे फ़ैसले कर रखे हैं, क्यों इतने बंधन पाल रखे हैं। इतनी लानतें बर्दाश्त करते हैं हम, जो हमारी इज़्ज़त पर रोज़ हमला करती है। रोज़ जूता मारती है ज़िंदगी मुँह पर, फिर भी हम उसे ख़ामोशी से सहते जाते हैं। ©नवनीत ठाकुर

#क्यों #शायरी  क्यों ज़िंदगी में ऐसे फ़ैसले कर रखे हैं,
क्यों इतने बंधन पाल रखे हैं।
इतनी लानतें बर्दाश्त करते हैं हम,
जो हमारी इज़्ज़त पर रोज़ हमला करती है।
रोज़ जूता मारती है ज़िंदगी मुँह पर,
फिर भी हम उसे ख़ामोशी से सहते जाते हैं।

©नवनीत ठाकुर

#क्यों बंधन पाल रखें हैं

17 Love

White हम क्यों भुलाना चाहते हैं कि हम क्यों चल रहे हैं हम क्या क्या कह रहे हैं क्यों रावण जला रहे हैं हम क्यों अंधेरे के लिए जला रहे हैं ©neelu

#अंधेरे #भुलाना #क्यों #diwali_wishes #क्या #रावण  White हम क्यों भुलाना चाहते हैं 

कि हम क्यों चल रहे हैं 
हम क्या क्या कह रहे हैं
क्यों रावण जला रहे हैं 
हम क्यों अंधेरे के लिए जला रहे हैं

©neelu

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14 Love

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