Sign in
tags

New अभिभावक सहमति पत्र Status, Photo, Video

Find the latest Status about अभिभावक सहमति पत्र from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about अभिभावक सहमति पत्र.

  • Latest
  • Popular
  • Video

White कच्ची उम्र, कच्चा बांस, बिजली खूब यौनाभास, तार नाजुक जो दिखे हैं, दूर उससे ही रखना। नरमी में नमी भरी ज्यों, हो न जाए दुर्घटना। धागा कच्चा, पक्का न कुछ, सूखा हो,भिगो न देना । रूखा सूखा रुख अच्छा, बाद में पड़े रो न देना । वहां भी एक नमी है, आंसू पर काबू हो। जो भी हो,हित किशोर का, जादू हो, जादू हो। ©BANDHETIYA OFFICIAL

#मोटिवेशनल #अभिभावक #Thinking  White कच्ची उम्र, कच्चा बांस,
बिजली खूब यौनाभास,
तार नाजुक जो दिखे हैं,
दूर उससे ही रखना।
नरमी में नमी भरी ज्यों, 
हो न जाए दुर्घटना।
धागा कच्चा, पक्का न कुछ,
सूखा हो,भिगो न देना ।
रूखा सूखा रुख अच्छा,
बाद में पड़े रो न देना ।
वहां भी एक नमी है,
आंसू पर काबू हो।
जो भी हो,हित किशोर का,
जादू हो, जादू हो।

©BANDHETIYA OFFICIAL

#Thinking #अभिभावक किशोर किशोरी के! मोटिवेशनल कोट्स ऑफ़ द डे शायरी मोटिवेशनल मोटिवेशनल कोट्स मोटिवेशनल कोट्स इन हिंदी फॉर स्टूडेंट्स मोटिवेश

11 Love

💌"प्रेम पत्र"📝 प्यार के पन्नों पर , प्यार की स्याही से - लिखे थे मैंने कुछेक , प्यार भरे अल्फ़ाज़ ; पर बहुत अफ़सोस - किसी को समझ नहीं आया ; कभी कोई पढ़ हीं ना पाया ; तो किसी को रास आया नहीं , मेरा प्यार-ए-बयां अंदाज़ ! कोई चला गया पन्ने पलट कर ; तो कोई चला गया मुझसे हीं , बहुत बड़ा छल - कपट कर ! कोई चला गया प्यार के पन्नों , को हीं बेरहमी से फाड़ कर ; तो कोई खुश होता रहा बहुत , मुझे हर-पल जीते-जी मारकर ! प्रिया सिन्हा 𝟐𝟏 जनवरी 𝟐𝟎𝟐𝟓. (मंगलवार) ©PRIYA SINHA

#प्रेम #पत्र  💌"प्रेम पत्र"📝

प्यार के पन्नों पर , 
प्यार की स्याही से -
लिखे थे मैंने कुछेक , 
प्यार भरे अल्फ़ाज़ ;
पर बहुत अफ़सोस - 
किसी को समझ नहीं आया ;
कभी कोई पढ़ हीं ना पाया ;
तो किसी को रास आया नहीं , 
मेरा प्यार-ए-बयां अंदाज़ ! 
कोई चला गया पन्ने पलट कर ;
तो कोई चला गया मुझसे हीं , 
बहुत बड़ा छल - कपट कर ! 
कोई चला गया प्यार के पन्नों , 
को हीं बेरहमी से फाड़ कर ;
तो कोई खुश होता रहा बहुत , 
मुझे हर-पल जीते-जी मारकर  ! 

प्रिया सिन्हा 𝟐𝟏 जनवरी 𝟐𝟎𝟐𝟓.
(मंगलवार)

©PRIYA SINHA

a-person-standing-on-a-beach-at-sunset वो पुराने खत कभी तुझ तक पहुंचे ही नहीं आज उन्हीं नज़्मों पर खूब वाहवाही मिलती है तुझे आह नहीं महसूस हुई तो क्या इस वाहवाही में किसी ना किसी की आह दब जाती है वो बटोर लेता है अपने दर्द इन शब्दों के गागर में अगर किसी का भी दिल हल्का हो जाय दर्द घट जाये तो रचना पूर्ण है इस गागर में सागर प्रेमिका व प्रेमी के प्रेम की अभिव्यक्ति है जो नज़्में लिखी जाती है अपने प्रेमी या प्रेमिका का के लिए जो सिर्फ एकतरफा हो दो तरफा भी हो समझे नहीं जाते या समझे भी जाते हो दफन तो नहीं है जाते वो हो जाते हैं अमर कवि और कवि की रचना की तरह तुमने जिन्हें जाना नहीं या थे अनभिज्ञ या जानबूझ कर अनजान थे वो मेरे पुराने प्रेम पत्र जो पहुंचे नहीं तेरे दिल तक वन कर नज़्म अमर हो रहे हैं हर किसी के दिल में जगह बना के किसी फिल्मी गाने की तरह गायें जाते हैं गायें जायेंगे क्योंकि वो प्रेम पत्र है सब अब बस वो प्रेम पत्र है गुमनाम प्रेमिका के प्रेमी के लिए गुमनाम प्रेमी के प्रेमिका के लिए अब बस वाकई वो प्रेम पत्र ही है फिल्मी गानों की तरह जिन्हें कोई भी गा सकता है अपने प्रेमी प्रेमिका के लिए ©Parul Sharma

 a-person-standing-on-a-beach-at-sunset  वो पुराने खत
कभी तुझ तक पहुंचे ही नहीं 
आज उन्हीं नज़्मों पर
खूब वाहवाही मिलती है 
तुझे आह नहीं महसूस हुई तो क्या 
 इस वाहवाही में 
किसी ना किसी की
आह दब जाती है वो बटोर लेता है 
अपने दर्द इन शब्दों के गागर में 
अगर किसी का भी दिल हल्का हो जाय 
दर्द घट जाये तो रचना पूर्ण है
इस गागर में सागर 
प्रेमिका व प्रेमी के प्रेम की अभिव्यक्ति है
जो नज़्में लिखी जाती है
अपने प्रेमी या प्रेमिका का के लिए 
जो सिर्फ एकतरफा हो दो तरफा भी हो
समझे नहीं जाते या समझे भी जाते हो
दफन तो नहीं है जाते
वो हो जाते हैं अमर कवि 
और कवि की रचना की तरह
तुमने जिन्हें जाना नहीं या 
थे अनभिज्ञ या जानबूझ कर अनजान थे
वो मेरे पुराने प्रेम पत्र 
जो पहुंचे नहीं तेरे दिल तक 
वन कर नज़्म अमर हो रहे हैं 
हर किसी के दिल में जगह बना के
किसी फिल्मी गाने की तरह
गायें जाते हैं गायें जायेंगे 
क्योंकि वो प्रेम पत्र है 
सब अब बस वो प्रेम पत्र है 
गुमनाम प्रेमिका के प्रेमी के लिए 
गुमनाम प्रेमी के प्रेमिका के लिए 
अब बस वाकई वो प्रेम पत्र ही है 
फिल्मी गानों की तरह जिन्हें 
कोई भी गा सकता है 
अपने प्रेमी प्रेमिका के लिए

©Parul Sharma

वो पुराने खत जो कभी तुझ तक पहुंचे ही नहीं आज उन्हीं नज़्मों पर खूब वाहवाही मिलती है तुझे आह नहीं महसूस हुई तो क्या इस वाहवाही में किसी

12 Love

तुम्हारी हर एक सहमति / या " असहमति " का मैं मान करना जनता हूं, तुम्हारे घर के मान का स्वाभिमान का भी सम्मान करना जनता हूं, मैं जानता हूं की तुम्हारा ये प्रेम है किसी पर ये थोपा नहीं जा सकता इसलिए मैं हर वो पक्ष -विपक्ष और मैं हर वो पहलू का ध्यान करना जनता हूं, किंतु जितना तुम्हे मैं मानता हूं उतना ही स्वयं को भी पहचानता हूं, मैं अपने भी स्वाभिमान पर मैं अभिमान करना जनता हूं , तुम्हारी स्वीकृति - अस्वीकृति का तुमको पूर्णतः का ये अधिकार है , पर यु गिड़गिड़ाकर के मेरा प्रेम पाना कभी भी मुझे यु स्वीकार नहीं है , यदि तुम्हे प्रेम हो तो , पूर्ण हो परिपूर्ण हो , सम्पूर्ण हो यदि भीख में मिले प्रेम तो प्रेम पर भी धिक्कार है ...🥀 ©बेजुबान शायर shivkumar

#अस्वीकृति #स्वाभिमान #स्वीकृति #अभिमान #सम्मान #अधिकार  तुम्हारी हर एक सहमति / या " असहमति " का मैं मान करना जनता हूं,
तुम्हारे घर के मान का स्वाभिमान का भी सम्मान करना जनता हूं,

मैं जानता हूं की तुम्हारा ये प्रेम है किसी पर ये थोपा नहीं जा सकता 
इसलिए मैं हर वो पक्ष -विपक्ष और मैं हर वो पहलू का ध्यान करना जनता हूं,

किंतु जितना तुम्हे मैं मानता हूं उतना ही  स्वयं को भी पहचानता हूं,
मैं अपने भी स्वाभिमान पर मैं अभिमान करना जनता हूं ,

तुम्हारी  स्वीकृति - अस्वीकृति का तुमको पूर्णतः का ये अधिकार है ,
पर यु गिड़गिड़ाकर के मेरा प्रेम पाना कभी भी मुझे यु स्वीकार नहीं है ,

यदि तुम्हे प्रेम हो तो , पूर्ण हो परिपूर्ण हो , सम्पूर्ण हो 
यदि भीख में मिले प्रेम तो प्रेम पर भी धिक्कार है ...🥀

©बेजुबान शायर shivkumar

तुम्हारी हर एक #सहमति / या " #असहमति " का मैं मान करना जनता हूं, तुम्हारे घर के मान का #स्वाभिमान का भी #सम्मान करना जनता हूं, मैं जानत

15 Love

White कच्ची उम्र, कच्चा बांस, बिजली खूब यौनाभास, तार नाजुक जो दिखे हैं, दूर उससे ही रखना। नरमी में नमी भरी ज्यों, हो न जाए दुर्घटना। धागा कच्चा, पक्का न कुछ, सूखा हो,भिगो न देना । रूखा सूखा रुख अच्छा, बाद में पड़े रो न देना । वहां भी एक नमी है, आंसू पर काबू हो। जो भी हो,हित किशोर का, जादू हो, जादू हो। ©BANDHETIYA OFFICIAL

#मोटिवेशनल #अभिभावक #Thinking  White कच्ची उम्र, कच्चा बांस,
बिजली खूब यौनाभास,
तार नाजुक जो दिखे हैं,
दूर उससे ही रखना।
नरमी में नमी भरी ज्यों, 
हो न जाए दुर्घटना।
धागा कच्चा, पक्का न कुछ,
सूखा हो,भिगो न देना ।
रूखा सूखा रुख अच्छा,
बाद में पड़े रो न देना ।
वहां भी एक नमी है,
आंसू पर काबू हो।
जो भी हो,हित किशोर का,
जादू हो, जादू हो।

©BANDHETIYA OFFICIAL

#Thinking #अभिभावक किशोर किशोरी के! मोटिवेशनल कोट्स ऑफ़ द डे शायरी मोटिवेशनल मोटिवेशनल कोट्स मोटिवेशनल कोट्स इन हिंदी फॉर स्टूडेंट्स मोटिवेश

11 Love

💌"प्रेम पत्र"📝 प्यार के पन्नों पर , प्यार की स्याही से - लिखे थे मैंने कुछेक , प्यार भरे अल्फ़ाज़ ; पर बहुत अफ़सोस - किसी को समझ नहीं आया ; कभी कोई पढ़ हीं ना पाया ; तो किसी को रास आया नहीं , मेरा प्यार-ए-बयां अंदाज़ ! कोई चला गया पन्ने पलट कर ; तो कोई चला गया मुझसे हीं , बहुत बड़ा छल - कपट कर ! कोई चला गया प्यार के पन्नों , को हीं बेरहमी से फाड़ कर ; तो कोई खुश होता रहा बहुत , मुझे हर-पल जीते-जी मारकर ! प्रिया सिन्हा 𝟐𝟏 जनवरी 𝟐𝟎𝟐𝟓. (मंगलवार) ©PRIYA SINHA

#प्रेम #पत्र  💌"प्रेम पत्र"📝

प्यार के पन्नों पर , 
प्यार की स्याही से -
लिखे थे मैंने कुछेक , 
प्यार भरे अल्फ़ाज़ ;
पर बहुत अफ़सोस - 
किसी को समझ नहीं आया ;
कभी कोई पढ़ हीं ना पाया ;
तो किसी को रास आया नहीं , 
मेरा प्यार-ए-बयां अंदाज़ ! 
कोई चला गया पन्ने पलट कर ;
तो कोई चला गया मुझसे हीं , 
बहुत बड़ा छल - कपट कर ! 
कोई चला गया प्यार के पन्नों , 
को हीं बेरहमी से फाड़ कर ;
तो कोई खुश होता रहा बहुत , 
मुझे हर-पल जीते-जी मारकर  ! 

प्रिया सिन्हा 𝟐𝟏 जनवरी 𝟐𝟎𝟐𝟓.
(मंगलवार)

©PRIYA SINHA

a-person-standing-on-a-beach-at-sunset वो पुराने खत कभी तुझ तक पहुंचे ही नहीं आज उन्हीं नज़्मों पर खूब वाहवाही मिलती है तुझे आह नहीं महसूस हुई तो क्या इस वाहवाही में किसी ना किसी की आह दब जाती है वो बटोर लेता है अपने दर्द इन शब्दों के गागर में अगर किसी का भी दिल हल्का हो जाय दर्द घट जाये तो रचना पूर्ण है इस गागर में सागर प्रेमिका व प्रेमी के प्रेम की अभिव्यक्ति है जो नज़्में लिखी जाती है अपने प्रेमी या प्रेमिका का के लिए जो सिर्फ एकतरफा हो दो तरफा भी हो समझे नहीं जाते या समझे भी जाते हो दफन तो नहीं है जाते वो हो जाते हैं अमर कवि और कवि की रचना की तरह तुमने जिन्हें जाना नहीं या थे अनभिज्ञ या जानबूझ कर अनजान थे वो मेरे पुराने प्रेम पत्र जो पहुंचे नहीं तेरे दिल तक वन कर नज़्म अमर हो रहे हैं हर किसी के दिल में जगह बना के किसी फिल्मी गाने की तरह गायें जाते हैं गायें जायेंगे क्योंकि वो प्रेम पत्र है सब अब बस वो प्रेम पत्र है गुमनाम प्रेमिका के प्रेमी के लिए गुमनाम प्रेमी के प्रेमिका के लिए अब बस वाकई वो प्रेम पत्र ही है फिल्मी गानों की तरह जिन्हें कोई भी गा सकता है अपने प्रेमी प्रेमिका के लिए ©Parul Sharma

 a-person-standing-on-a-beach-at-sunset  वो पुराने खत
कभी तुझ तक पहुंचे ही नहीं 
आज उन्हीं नज़्मों पर
खूब वाहवाही मिलती है 
तुझे आह नहीं महसूस हुई तो क्या 
 इस वाहवाही में 
किसी ना किसी की
आह दब जाती है वो बटोर लेता है 
अपने दर्द इन शब्दों के गागर में 
अगर किसी का भी दिल हल्का हो जाय 
दर्द घट जाये तो रचना पूर्ण है
इस गागर में सागर 
प्रेमिका व प्रेमी के प्रेम की अभिव्यक्ति है
जो नज़्में लिखी जाती है
अपने प्रेमी या प्रेमिका का के लिए 
जो सिर्फ एकतरफा हो दो तरफा भी हो
समझे नहीं जाते या समझे भी जाते हो
दफन तो नहीं है जाते
वो हो जाते हैं अमर कवि 
और कवि की रचना की तरह
तुमने जिन्हें जाना नहीं या 
थे अनभिज्ञ या जानबूझ कर अनजान थे
वो मेरे पुराने प्रेम पत्र 
जो पहुंचे नहीं तेरे दिल तक 
वन कर नज़्म अमर हो रहे हैं 
हर किसी के दिल में जगह बना के
किसी फिल्मी गाने की तरह
गायें जाते हैं गायें जायेंगे 
क्योंकि वो प्रेम पत्र है 
सब अब बस वो प्रेम पत्र है 
गुमनाम प्रेमिका के प्रेमी के लिए 
गुमनाम प्रेमी के प्रेमिका के लिए 
अब बस वाकई वो प्रेम पत्र ही है 
फिल्मी गानों की तरह जिन्हें 
कोई भी गा सकता है 
अपने प्रेमी प्रेमिका के लिए

©Parul Sharma

वो पुराने खत जो कभी तुझ तक पहुंचे ही नहीं आज उन्हीं नज़्मों पर खूब वाहवाही मिलती है तुझे आह नहीं महसूस हुई तो क्या इस वाहवाही में किसी

12 Love

तुम्हारी हर एक सहमति / या " असहमति " का मैं मान करना जनता हूं, तुम्हारे घर के मान का स्वाभिमान का भी सम्मान करना जनता हूं, मैं जानता हूं की तुम्हारा ये प्रेम है किसी पर ये थोपा नहीं जा सकता इसलिए मैं हर वो पक्ष -विपक्ष और मैं हर वो पहलू का ध्यान करना जनता हूं, किंतु जितना तुम्हे मैं मानता हूं उतना ही स्वयं को भी पहचानता हूं, मैं अपने भी स्वाभिमान पर मैं अभिमान करना जनता हूं , तुम्हारी स्वीकृति - अस्वीकृति का तुमको पूर्णतः का ये अधिकार है , पर यु गिड़गिड़ाकर के मेरा प्रेम पाना कभी भी मुझे यु स्वीकार नहीं है , यदि तुम्हे प्रेम हो तो , पूर्ण हो परिपूर्ण हो , सम्पूर्ण हो यदि भीख में मिले प्रेम तो प्रेम पर भी धिक्कार है ...🥀 ©बेजुबान शायर shivkumar

#अस्वीकृति #स्वाभिमान #स्वीकृति #अभिमान #सम्मान #अधिकार  तुम्हारी हर एक सहमति / या " असहमति " का मैं मान करना जनता हूं,
तुम्हारे घर के मान का स्वाभिमान का भी सम्मान करना जनता हूं,

मैं जानता हूं की तुम्हारा ये प्रेम है किसी पर ये थोपा नहीं जा सकता 
इसलिए मैं हर वो पक्ष -विपक्ष और मैं हर वो पहलू का ध्यान करना जनता हूं,

किंतु जितना तुम्हे मैं मानता हूं उतना ही  स्वयं को भी पहचानता हूं,
मैं अपने भी स्वाभिमान पर मैं अभिमान करना जनता हूं ,

तुम्हारी  स्वीकृति - अस्वीकृति का तुमको पूर्णतः का ये अधिकार है ,
पर यु गिड़गिड़ाकर के मेरा प्रेम पाना कभी भी मुझे यु स्वीकार नहीं है ,

यदि तुम्हे प्रेम हो तो , पूर्ण हो परिपूर्ण हो , सम्पूर्ण हो 
यदि भीख में मिले प्रेम तो प्रेम पर भी धिक्कार है ...🥀

©बेजुबान शायर shivkumar

तुम्हारी हर एक #सहमति / या " #असहमति " का मैं मान करना जनता हूं, तुम्हारे घर के मान का #स्वाभिमान का भी #सम्मान करना जनता हूं, मैं जानत

15 Love

Trending Topic