tags

New यस्तै छ कहानि परदेशी को Status, Photo, Video

Find the latest Status about यस्तै छ कहानि परदेशी को from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about यस्तै छ कहानि परदेशी को.

  • Latest
  • Popular
  • Video

Unsplash थामा था एक पल को तेरे हाथ को हमने.. आती है मुसलसल तुम्हारे हाथ कि खुश्बू.. यूसुफ़ आर खान.... ©F M POETRY

#थामा  Unsplash थामा था एक पल को तेरे हाथ को हमने..

आती है मुसलसल तुम्हारे हाथ कि खुश्बू..



यूसुफ़ आर खान....

©F M POETRY

#थामा था एक पल को तेरे हाथ को हमने...

14 Love

#Motivational

अपने आप को बदलो अपने आप को पहचानो

126 View

White कहने को तों ये आज़ादी हैँ लेकिन मुंह से निकले हर अख़फ़ाज़ पर पहरा हैँ किसको अपने मन की बात कहें यहां सुनता कौन हैँ? यहां तों कुर्सी पर बैठा हर हाकीम बहरा हैँ ©Parasram Arora

#कविता  White कहने को तों ये आज़ादी  हैँ 
लेकिन मुंह से निकले हर अख़फ़ाज़ पर पहरा हैँ

किसको अपने मन की बात कहें यहां सुनता कौन हैँ?
यहां तों कुर्सी पर बैठा हर हाकीम बहरा हैँ

©Parasram Arora

कहने को.....

16 Love

White धूप बेगानी है पानी भी बेगाना दिखता है, परदेशी रूह में न अपनापन झलकता है, नमक रोटी बदली फटी लंगोटी बदली, सब नया नया है पर वीराना-सा लगता है। चमकते सजीले चेहरे आंखों में चुभते हैं अब, नींदों की चाहत में सो-सोकर जगते हैं अब, तमाशाई होड़ में बनने आये थे धनवान पर, मां को याद करके रोज सिसकते रहते हैं अब। ©Shubham Mishra

#शायरी #Dussehra  White धूप बेगानी है पानी भी बेगाना दिखता है,
परदेशी रूह में न अपनापन झलकता है,
नमक रोटी बदली फटी लंगोटी बदली,
सब नया नया है पर वीराना-सा लगता है।
चमकते सजीले चेहरे आंखों में चुभते हैं अब,
नींदों की चाहत में सो-सोकर जगते हैं अब,
तमाशाई होड़ में बनने आये थे धनवान पर,
मां को याद करके रोज सिसकते रहते हैं अब।

©Shubham Mishra

#Dussehra परदेशी

13 Love

#कोट्स  मत आवो जी साजणियां अपणा गांव। 

गांव भी विदेश लाग छ।।      

थां फरज निभावो मातृभूमि का लाल,

थांसू ही तो देश आग छ।।

©Satish Kumar Meena

गांव भी विदेश लाग छ

144 View

Unsplash थामा था एक पल को तेरे हाथ को हमने.. आती है मुसलसल तुम्हारे हाथ कि खुश्बू.. यूसुफ़ आर खान.... ©F M POETRY

#थामा  Unsplash थामा था एक पल को तेरे हाथ को हमने..

आती है मुसलसल तुम्हारे हाथ कि खुश्बू..



यूसुफ़ आर खान....

©F M POETRY

#थामा था एक पल को तेरे हाथ को हमने...

14 Love

#Motivational

अपने आप को बदलो अपने आप को पहचानो

126 View

White कहने को तों ये आज़ादी हैँ लेकिन मुंह से निकले हर अख़फ़ाज़ पर पहरा हैँ किसको अपने मन की बात कहें यहां सुनता कौन हैँ? यहां तों कुर्सी पर बैठा हर हाकीम बहरा हैँ ©Parasram Arora

#कविता  White कहने को तों ये आज़ादी  हैँ 
लेकिन मुंह से निकले हर अख़फ़ाज़ पर पहरा हैँ

किसको अपने मन की बात कहें यहां सुनता कौन हैँ?
यहां तों कुर्सी पर बैठा हर हाकीम बहरा हैँ

©Parasram Arora

कहने को.....

16 Love

White धूप बेगानी है पानी भी बेगाना दिखता है, परदेशी रूह में न अपनापन झलकता है, नमक रोटी बदली फटी लंगोटी बदली, सब नया नया है पर वीराना-सा लगता है। चमकते सजीले चेहरे आंखों में चुभते हैं अब, नींदों की चाहत में सो-सोकर जगते हैं अब, तमाशाई होड़ में बनने आये थे धनवान पर, मां को याद करके रोज सिसकते रहते हैं अब। ©Shubham Mishra

#शायरी #Dussehra  White धूप बेगानी है पानी भी बेगाना दिखता है,
परदेशी रूह में न अपनापन झलकता है,
नमक रोटी बदली फटी लंगोटी बदली,
सब नया नया है पर वीराना-सा लगता है।
चमकते सजीले चेहरे आंखों में चुभते हैं अब,
नींदों की चाहत में सो-सोकर जगते हैं अब,
तमाशाई होड़ में बनने आये थे धनवान पर,
मां को याद करके रोज सिसकते रहते हैं अब।

©Shubham Mishra

#Dussehra परदेशी

13 Love

#कोट्स  मत आवो जी साजणियां अपणा गांव। 

गांव भी विदेश लाग छ।।      

थां फरज निभावो मातृभूमि का लाल,

थांसू ही तो देश आग छ।।

©Satish Kumar Meena

गांव भी विदेश लाग छ

144 View

Trending Topic