White 👺रावण की सीख👺
सदियों से अपमान सहे दशहरे में जलता रहा रावण
कोई कहे अत्याचारी,मायावी,कहे दुराचारी है रावण
मरणासन्न में भी लक्ष्मण को ज्ञान सीखा गए है रावण
अल्प समय में संपूर्ण ज्ञान, मृत्युशय्या पर रावण।।1।।
शुभकार्य शीघ्र करो अशुभ टालते रहो सिखाए रावण
मनुष्य,पशु किसी को तुच्छ न समझो सिखाए रावण
मित्र,भाई,साथी की दुश्मनी पड़ती भारी सिखाए रावण
अल्प समय में संपूर्ण ज्ञान मृत्युशय्या पर रावण ।।2।।
तप,त्याग,पराक्रम पर घमंड मत करो सीखाते रावण
खूब पढ़ो,ज्ञानी बनो अभिमानी नहीं सीखाते रावण
दृढ़ संकल्प शक्ति,से इच्छित फल मिले सीखाते रावण
अल्प समय में संपूर्ण ज्ञान मृत्युशय्या पर रावण ।।3।।
नेतृत्व,न्यायप्रिय कुशल शासक जरूरी सीखाते रावण
परस्त्री का सम्मान,अपनो पर विश्वास सीखाते है रावण
धर्म में आस्था,जीवन में भक्ति जरूरी सीखाते है रावण
अल्प समय में संपूर्ण ज्ञान मृत्युशय्या पर रावण ।।4।।।
'गुरु प्रशस्त' कहे अच्छाई,बुराई का समागम थे रावण
'वैभव'अपनी प्रकृति,ओ प्रवृति से बनते राम या रावण ।।
©वैभव जैन
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