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New नव वर्ष पर कविता 2017 Status, Photo, Video

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New Year 2025 नरूटो परिवार के सभी मित्रों को इंग्लिश नव वर्ष की बहुत-बहुत बधाई शुभकामनाएं अभिनंदन ©Anuj Ray

#विचार #Newyear2025  New Year 2025 नरूटो परिवार के सभी मित्रों को इंग्लिश नव वर्ष की बहुत-बहुत बधाई शुभकामनाएं अभिनंदन

©Anuj Ray

#Newyear2025 इंग्लिश नव वर्ष की बधाई अभिनंदन

17 Love

#कोट्स #Newyear2025  New Year 2025 फिर वक्त में करवट ली ,
और नए साल का, 
हुआ शुभ आगमन,
देते आपको, 
ढेरों शुभकामनाएं,
खुशियों से भरा, 
 हो आपका जीवन।

©Neema Pawal

#Newyear2025 नव वर्ष की शुभकामनाएं।

117 View

New Year 2025 दोहे :-- नव वर्ष केसर रोली अक्षत से, सजा लिया है थाल। तिलक करूं में हर्ष से, नये साल के भाल। ©Dr. Bhagwan Sahay Meena

#कविता  New Year 2025 दोहे :-- नव वर्ष 

केसर रोली अक्षत से, सजा लिया है थाल।
तिलक करूं में हर्ष से, नये साल के भाल।

©Dr. Bhagwan Sahay Meena

नव वर्ष

17 Love

White आशाओं की किरणों को एक बार फिर से संजों कर, चलो करते हैं अभिनंदन नव वर्ष का| तिमिरमयी इस जीवन में, हो आगमन प्रकाश का, चलो इस अभिलाषा के ही साथ करते हैं अभिनंदन नव वर्ष का| दुःख और दरिद्रता का हो अंत जहाँ, सभी के स्वपन हो साकार जहाँ, एक ऐसे संसार की कल्पना के साथ, चलो करते हैं अभिनंदन नववर्ष का| ©भारती वर्मा

#wishes  White आशाओं की किरणों को एक बार फिर से संजों कर, 
चलो करते हैं अभिनंदन नव वर्ष का|
तिमिरमयी इस जीवन में, हो आगमन प्रकाश का, 
चलो इस अभिलाषा के ही साथ करते हैं अभिनंदन नव वर्ष का|
दुःख और दरिद्रता का हो अंत जहाँ, 
सभी के स्वपन हो साकार जहाँ, 
एक ऐसे संसार की कल्पना के साथ, 
चलो करते हैं अभिनंदन नववर्ष का|

©भारती वर्मा

# नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं

7 Love

White आखिर, ये कैसा नव वर्ष है ना बदली, दिशाएँ हवा की, ना बदली, रंगत फिज़ा की नए गुल भी तो, खिले नहीं, नक्षत्र जगह से, हिले नहीं ना धरा को ही, हुआ हर्ष है, आखिर, ये कैसा नव वर्ष है छोड़ कर, दिनकर का साथ, तिथी बदल ली, आधी रात ना दिखे, प्रकृति में बदलाव, ना ही बदले, मौसम के भाव जारी धरा का, सूर्य से कर्ष है, आखिर ये, कैसा नव वर्ष है देखो कभी नववर्ष, सनातनी, खिल जाती है, जब अवनी जब महक, चहुँओर बिखरती, प्रकृती भी, फिर से सँवरती होता जब, मन का उत्कर्ष है, ऐ "अश्क" वो मेरा नव वर्ष है बस वही मेरा नव वर्ष है अरविन्द "अश्क" ©Arvind Rao

#कविता #नव  White आखिर, ये कैसा नव वर्ष है


ना  बदली, दिशाएँ  हवा की, ना बदली, रंगत फिज़ा की 
नए गुल भी तो, खिले नहीं, नक्षत्र जगह से, हिले नहीं 
ना धरा को ही, हुआ हर्ष है, आखिर, ये कैसा नव वर्ष है

छोड़ कर, दिनकर का साथ, तिथी बदल ली, आधी रात 
ना दिखे, प्रकृति में बदलाव, ना ही बदले, मौसम के भाव 
जारी धरा का, सूर्य से कर्ष है, आखिर ये, कैसा नव वर्ष है

देखो कभी नववर्ष, सनातनी, खिल जाती है, जब अवनी 
जब महक, चहुँओर बिखरती, प्रकृती भी, फिर से सँवरती 
होता जब, मन का उत्कर्ष है, ऐ "अश्क" वो मेरा नव वर्ष है

बस वही मेरा नव वर्ष है 
अरविन्द "अश्क"

©Arvind Rao

#नव वर्ष

7 Love

मां की ममता और पिता की मेहनत ममता क्या होती है, ये एक माँ से पूछना, हर आंसू में उसकी, छुपी दुनिया का सपना। रातों को जागकर लोरी सुनाती है, खुद भूखी रहकर भी बच्चों को खिलाती है। हर दर्द सहकर भी मुस्कुराती है, ममता की मूरत है, सब कुछ दे जाती है। और मेहनत क्या होती है, ये एक पिता से पूछना, हर मुश्किल में वो, कैसे चट्टान सा रहता अपना। पसीने की बूंदों से संजोता हर सपना, अपने अरमानों को बच्चों के लिए करना। खुद की खुशियों को परे रख, दिन-रात जो संघर्ष करता, वो पिता ही है, जो हमें हर दर्द से बचाता। ममता है माँ की, जो हर जख्म को सहलाती, मेहनत है पिता की, जो हर ख्वाब को सच कर दिखाती। दोनों के बलिदानों का कर्ज़ हमसे नहीं चुकाया जाए, माँ-बाप की मूरत ही इस दुनिया में भगवान कहलाए ©Writer Mamta Ambedkar

#कविता #maaPapa  मां की ममता और पिता की मेहनत

ममता क्या होती है, ये एक माँ से पूछना,
हर आंसू में उसकी, छुपी दुनिया का सपना।
रातों को जागकर लोरी सुनाती है,
खुद भूखी रहकर भी बच्चों को खिलाती है।
हर दर्द सहकर भी मुस्कुराती है,
ममता की मूरत है, सब कुछ दे जाती है।

और मेहनत क्या होती है, ये एक पिता से पूछना,
हर मुश्किल में वो, कैसे चट्टान सा रहता अपना।
पसीने की बूंदों से संजोता हर सपना,
अपने अरमानों को बच्चों के लिए करना।
खुद की खुशियों को परे रख, दिन-रात जो संघर्ष करता,
वो पिता ही है, जो हमें हर दर्द से बचाता।

ममता है माँ की, जो हर जख्म को सहलाती,
मेहनत है पिता की, जो हर ख्वाब को सच कर दिखाती।
दोनों के बलिदानों का कर्ज़ हमसे नहीं चुकाया जाए,
माँ-बाप की मूरत ही इस दुनिया में भगवान कहलाए

©Writer Mamta Ambedkar

#maaPapa प्रेरणादायी कविता हिंदी कविता कोश बारिश पर कविता प्यार पर कविता कविता

10 Love

New Year 2025 नरूटो परिवार के सभी मित्रों को इंग्लिश नव वर्ष की बहुत-बहुत बधाई शुभकामनाएं अभिनंदन ©Anuj Ray

#विचार #Newyear2025  New Year 2025 नरूटो परिवार के सभी मित्रों को इंग्लिश नव वर्ष की बहुत-बहुत बधाई शुभकामनाएं अभिनंदन

©Anuj Ray

#Newyear2025 इंग्लिश नव वर्ष की बधाई अभिनंदन

17 Love

#कोट्स #Newyear2025  New Year 2025 फिर वक्त में करवट ली ,
और नए साल का, 
हुआ शुभ आगमन,
देते आपको, 
ढेरों शुभकामनाएं,
खुशियों से भरा, 
 हो आपका जीवन।

©Neema Pawal

#Newyear2025 नव वर्ष की शुभकामनाएं।

117 View

New Year 2025 दोहे :-- नव वर्ष केसर रोली अक्षत से, सजा लिया है थाल। तिलक करूं में हर्ष से, नये साल के भाल। ©Dr. Bhagwan Sahay Meena

#कविता  New Year 2025 दोहे :-- नव वर्ष 

केसर रोली अक्षत से, सजा लिया है थाल।
तिलक करूं में हर्ष से, नये साल के भाल।

©Dr. Bhagwan Sahay Meena

नव वर्ष

17 Love

White आशाओं की किरणों को एक बार फिर से संजों कर, चलो करते हैं अभिनंदन नव वर्ष का| तिमिरमयी इस जीवन में, हो आगमन प्रकाश का, चलो इस अभिलाषा के ही साथ करते हैं अभिनंदन नव वर्ष का| दुःख और दरिद्रता का हो अंत जहाँ, सभी के स्वपन हो साकार जहाँ, एक ऐसे संसार की कल्पना के साथ, चलो करते हैं अभिनंदन नववर्ष का| ©भारती वर्मा

#wishes  White आशाओं की किरणों को एक बार फिर से संजों कर, 
चलो करते हैं अभिनंदन नव वर्ष का|
तिमिरमयी इस जीवन में, हो आगमन प्रकाश का, 
चलो इस अभिलाषा के ही साथ करते हैं अभिनंदन नव वर्ष का|
दुःख और दरिद्रता का हो अंत जहाँ, 
सभी के स्वपन हो साकार जहाँ, 
एक ऐसे संसार की कल्पना के साथ, 
चलो करते हैं अभिनंदन नववर्ष का|

©भारती वर्मा

# नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं

7 Love

White आखिर, ये कैसा नव वर्ष है ना बदली, दिशाएँ हवा की, ना बदली, रंगत फिज़ा की नए गुल भी तो, खिले नहीं, नक्षत्र जगह से, हिले नहीं ना धरा को ही, हुआ हर्ष है, आखिर, ये कैसा नव वर्ष है छोड़ कर, दिनकर का साथ, तिथी बदल ली, आधी रात ना दिखे, प्रकृति में बदलाव, ना ही बदले, मौसम के भाव जारी धरा का, सूर्य से कर्ष है, आखिर ये, कैसा नव वर्ष है देखो कभी नववर्ष, सनातनी, खिल जाती है, जब अवनी जब महक, चहुँओर बिखरती, प्रकृती भी, फिर से सँवरती होता जब, मन का उत्कर्ष है, ऐ "अश्क" वो मेरा नव वर्ष है बस वही मेरा नव वर्ष है अरविन्द "अश्क" ©Arvind Rao

#कविता #नव  White आखिर, ये कैसा नव वर्ष है


ना  बदली, दिशाएँ  हवा की, ना बदली, रंगत फिज़ा की 
नए गुल भी तो, खिले नहीं, नक्षत्र जगह से, हिले नहीं 
ना धरा को ही, हुआ हर्ष है, आखिर, ये कैसा नव वर्ष है

छोड़ कर, दिनकर का साथ, तिथी बदल ली, आधी रात 
ना दिखे, प्रकृति में बदलाव, ना ही बदले, मौसम के भाव 
जारी धरा का, सूर्य से कर्ष है, आखिर ये, कैसा नव वर्ष है

देखो कभी नववर्ष, सनातनी, खिल जाती है, जब अवनी 
जब महक, चहुँओर बिखरती, प्रकृती भी, फिर से सँवरती 
होता जब, मन का उत्कर्ष है, ऐ "अश्क" वो मेरा नव वर्ष है

बस वही मेरा नव वर्ष है 
अरविन्द "अश्क"

©Arvind Rao

#नव वर्ष

7 Love

मां की ममता और पिता की मेहनत ममता क्या होती है, ये एक माँ से पूछना, हर आंसू में उसकी, छुपी दुनिया का सपना। रातों को जागकर लोरी सुनाती है, खुद भूखी रहकर भी बच्चों को खिलाती है। हर दर्द सहकर भी मुस्कुराती है, ममता की मूरत है, सब कुछ दे जाती है। और मेहनत क्या होती है, ये एक पिता से पूछना, हर मुश्किल में वो, कैसे चट्टान सा रहता अपना। पसीने की बूंदों से संजोता हर सपना, अपने अरमानों को बच्चों के लिए करना। खुद की खुशियों को परे रख, दिन-रात जो संघर्ष करता, वो पिता ही है, जो हमें हर दर्द से बचाता। ममता है माँ की, जो हर जख्म को सहलाती, मेहनत है पिता की, जो हर ख्वाब को सच कर दिखाती। दोनों के बलिदानों का कर्ज़ हमसे नहीं चुकाया जाए, माँ-बाप की मूरत ही इस दुनिया में भगवान कहलाए ©Writer Mamta Ambedkar

#कविता #maaPapa  मां की ममता और पिता की मेहनत

ममता क्या होती है, ये एक माँ से पूछना,
हर आंसू में उसकी, छुपी दुनिया का सपना।
रातों को जागकर लोरी सुनाती है,
खुद भूखी रहकर भी बच्चों को खिलाती है।
हर दर्द सहकर भी मुस्कुराती है,
ममता की मूरत है, सब कुछ दे जाती है।

और मेहनत क्या होती है, ये एक पिता से पूछना,
हर मुश्किल में वो, कैसे चट्टान सा रहता अपना।
पसीने की बूंदों से संजोता हर सपना,
अपने अरमानों को बच्चों के लिए करना।
खुद की खुशियों को परे रख, दिन-रात जो संघर्ष करता,
वो पिता ही है, जो हमें हर दर्द से बचाता।

ममता है माँ की, जो हर जख्म को सहलाती,
मेहनत है पिता की, जो हर ख्वाब को सच कर दिखाती।
दोनों के बलिदानों का कर्ज़ हमसे नहीं चुकाया जाए,
माँ-बाप की मूरत ही इस दुनिया में भगवान कहलाए

©Writer Mamta Ambedkar

#maaPapa प्रेरणादायी कविता हिंदी कविता कोश बारिश पर कविता प्यार पर कविता कविता

10 Love

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