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कितनी अजीब बात है, कि हम मिले और यूँही बिछड़ गए एक दिन।। ©Kiran Chaudhary

 कितनी अजीब बात है,
कि हम मिले
और यूँही बिछड़ गए एक दिन।।

©Kiran Chaudhary

कितनी अजीब बात है

19 Love

White जो तअल्लुक कभी न था यूसुफ़.. वो निभाना अजीब लगता है.. यूसुफ़ आर खान.... ©F M POETRY

 White जो तअल्लुक कभी न था यूसुफ़..

वो निभाना अजीब लगता है..



यूसुफ़ आर खान....

©F M POETRY

#वो निभाना अजीब लगता है....

11 Love

White याद आती है वो शाम याद आती है वो शाम, जब सूरज ढलता था, आंगन में बैठकर, चाय का कप सजता था। हवा में थी खुशबू, मिट्टी की सौंधी-सौंधी, हर कोने में थी ख़ुशी, हर बात थी मीठी-मीठी। गली में बच्चों की हंसी, और पतंगों का खेल, उन दिनों का हर लम्हा, जैसे कोई सुंदर मेल। दादी की कहानियां, जो दिल को बहलाती थीं, वो गाने, जो माँ गुनगुनाती थीं। सांझ के दीपक, जो अंधेरे को मिटाते थे, हमारे सपनों में उजाले भर जाते थे। खुला आकाश, तारे गिनने का जुनून, जैसे हर रात थी कोई अनोखा सुकून। वो दोस्ती, जिसमें दिखावा न था, हर बात में बस अपनापन था। मिट्टी के घरों में भी, खुशियों का वास था, कम साधनों में भी, भरपूर उल्लास था। अब वक़्त बदला, पर दिल वही ठहरा है, उन बीते पलों का जादू आज भी गहरा है। याद आती है वो शाम, वो मासूम दिन, जिनमें छिपा था सच्चा जीवन का संगम। ©Avinash Jha

#शाम #याद  White याद आती है वो शाम

याद आती है वो शाम, जब सूरज ढलता था,
आंगन में बैठकर, चाय का कप सजता था।
हवा में थी खुशबू, मिट्टी की सौंधी-सौंधी,
हर कोने में थी ख़ुशी, हर बात थी मीठी-मीठी।

गली में बच्चों की हंसी, और पतंगों का खेल,
उन दिनों का हर लम्हा, जैसे कोई सुंदर मेल।
दादी की कहानियां, जो दिल को बहलाती थीं,
वो गाने, जो माँ गुनगुनाती थीं।

सांझ के दीपक, जो अंधेरे को मिटाते थे,
हमारे सपनों में उजाले भर जाते थे।
खुला आकाश, तारे गिनने का जुनून,
जैसे हर रात थी कोई अनोखा सुकून।

वो दोस्ती, जिसमें दिखावा न था,
हर बात में बस अपनापन था।
मिट्टी के घरों में भी, खुशियों का वास था,
कम साधनों में भी, भरपूर उल्लास था।

अब वक़्त बदला, पर दिल वही ठहरा है,
उन बीते पलों का जादू आज भी गहरा है।
याद आती है वो शाम, वो मासूम दिन,
जिनमें छिपा था सच्चा जीवन का संगम।

©Avinash Jha

White आजा मेरे ख्वाबों की महज़बीन शाम है.. आ देख मेरे साथ क्या हसीन शाम है.. तन्हाँ न समझ आएंगे रंगीन नज़ारे.. आ मैं तुझे दिखाता हुँ रंगीन शाम है.. यूसुफ़ आर खान.... ©F M POETRY

#शाम  White आजा मेरे ख्वाबों की महज़बीन शाम है..
आ देख मेरे साथ क्या हसीन शाम है..

तन्हाँ न समझ आएंगे रंगीन नज़ारे..
आ मैं तुझे दिखाता हुँ रंगीन शाम है..


यूसुफ़ आर खान....

©F M POETRY

#शाम है...

14 Love

White हर किस्से ही सब्दों से जुड़े हुए थे । कई बार दिल टूटा सब्दों की वजह से। कोई बात भी बनी तो इन्ही के खातिर । कई लोगों बुरे फंसे इन्ही की वजह से। कोई छा गया चंद सब्दों की बदौलत उसकी तारीफों में भी शब्द ही सजे थे वो शब्द ही थे जिसने नीचा दिखाया । खुद नाम भी बना था चंद सब्दों से । गुनगुनाए गए तो गीत बन गए वो । नाराजगी मैं गालियां भी बन गए । चंद शब्द,, ©Vs Nagerkoti

#कविता #sad_quotes  White हर किस्से ही सब्दों से जुड़े हुए थे ।
कई बार दिल  टूटा सब्दों की वजह से।
कोई बात भी बनी तो इन्ही के खातिर  ।
कई लोगों बुरे फंसे इन्ही की वजह से।
कोई छा गया चंद सब्दों की बदौलत 
उसकी तारीफों में भी शब्द ही सजे थे 
वो शब्द ही थे जिसने नीचा दिखाया ।
खुद नाम भी बना था चंद सब्दों से ।
गुनगुनाए गए तो गीत बन गए वो ।
नाराजगी मैं गालियां भी बन गए  ।








चंद शब्द,,

©Vs Nagerkoti

#sad_quotes वो कुछ शब्द ही थे,,।

13 Love

कितनी अजीब बात है, कि हम मिले और यूँही बिछड़ गए एक दिन।। ©Kiran Chaudhary

 कितनी अजीब बात है,
कि हम मिले
और यूँही बिछड़ गए एक दिन।।

©Kiran Chaudhary

कितनी अजीब बात है

19 Love

White जो तअल्लुक कभी न था यूसुफ़.. वो निभाना अजीब लगता है.. यूसुफ़ आर खान.... ©F M POETRY

 White जो तअल्लुक कभी न था यूसुफ़..

वो निभाना अजीब लगता है..



यूसुफ़ आर खान....

©F M POETRY

#वो निभाना अजीब लगता है....

11 Love

White याद आती है वो शाम याद आती है वो शाम, जब सूरज ढलता था, आंगन में बैठकर, चाय का कप सजता था। हवा में थी खुशबू, मिट्टी की सौंधी-सौंधी, हर कोने में थी ख़ुशी, हर बात थी मीठी-मीठी। गली में बच्चों की हंसी, और पतंगों का खेल, उन दिनों का हर लम्हा, जैसे कोई सुंदर मेल। दादी की कहानियां, जो दिल को बहलाती थीं, वो गाने, जो माँ गुनगुनाती थीं। सांझ के दीपक, जो अंधेरे को मिटाते थे, हमारे सपनों में उजाले भर जाते थे। खुला आकाश, तारे गिनने का जुनून, जैसे हर रात थी कोई अनोखा सुकून। वो दोस्ती, जिसमें दिखावा न था, हर बात में बस अपनापन था। मिट्टी के घरों में भी, खुशियों का वास था, कम साधनों में भी, भरपूर उल्लास था। अब वक़्त बदला, पर दिल वही ठहरा है, उन बीते पलों का जादू आज भी गहरा है। याद आती है वो शाम, वो मासूम दिन, जिनमें छिपा था सच्चा जीवन का संगम। ©Avinash Jha

#शाम #याद  White याद आती है वो शाम

याद आती है वो शाम, जब सूरज ढलता था,
आंगन में बैठकर, चाय का कप सजता था।
हवा में थी खुशबू, मिट्टी की सौंधी-सौंधी,
हर कोने में थी ख़ुशी, हर बात थी मीठी-मीठी।

गली में बच्चों की हंसी, और पतंगों का खेल,
उन दिनों का हर लम्हा, जैसे कोई सुंदर मेल।
दादी की कहानियां, जो दिल को बहलाती थीं,
वो गाने, जो माँ गुनगुनाती थीं।

सांझ के दीपक, जो अंधेरे को मिटाते थे,
हमारे सपनों में उजाले भर जाते थे।
खुला आकाश, तारे गिनने का जुनून,
जैसे हर रात थी कोई अनोखा सुकून।

वो दोस्ती, जिसमें दिखावा न था,
हर बात में बस अपनापन था।
मिट्टी के घरों में भी, खुशियों का वास था,
कम साधनों में भी, भरपूर उल्लास था।

अब वक़्त बदला, पर दिल वही ठहरा है,
उन बीते पलों का जादू आज भी गहरा है।
याद आती है वो शाम, वो मासूम दिन,
जिनमें छिपा था सच्चा जीवन का संगम।

©Avinash Jha

White आजा मेरे ख्वाबों की महज़बीन शाम है.. आ देख मेरे साथ क्या हसीन शाम है.. तन्हाँ न समझ आएंगे रंगीन नज़ारे.. आ मैं तुझे दिखाता हुँ रंगीन शाम है.. यूसुफ़ आर खान.... ©F M POETRY

#शाम  White आजा मेरे ख्वाबों की महज़बीन शाम है..
आ देख मेरे साथ क्या हसीन शाम है..

तन्हाँ न समझ आएंगे रंगीन नज़ारे..
आ मैं तुझे दिखाता हुँ रंगीन शाम है..


यूसुफ़ आर खान....

©F M POETRY

#शाम है...

14 Love

White हर किस्से ही सब्दों से जुड़े हुए थे । कई बार दिल टूटा सब्दों की वजह से। कोई बात भी बनी तो इन्ही के खातिर । कई लोगों बुरे फंसे इन्ही की वजह से। कोई छा गया चंद सब्दों की बदौलत उसकी तारीफों में भी शब्द ही सजे थे वो शब्द ही थे जिसने नीचा दिखाया । खुद नाम भी बना था चंद सब्दों से । गुनगुनाए गए तो गीत बन गए वो । नाराजगी मैं गालियां भी बन गए । चंद शब्द,, ©Vs Nagerkoti

#कविता #sad_quotes  White हर किस्से ही सब्दों से जुड़े हुए थे ।
कई बार दिल  टूटा सब्दों की वजह से।
कोई बात भी बनी तो इन्ही के खातिर  ।
कई लोगों बुरे फंसे इन्ही की वजह से।
कोई छा गया चंद सब्दों की बदौलत 
उसकी तारीफों में भी शब्द ही सजे थे 
वो शब्द ही थे जिसने नीचा दिखाया ।
खुद नाम भी बना था चंद सब्दों से ।
गुनगुनाए गए तो गीत बन गए वो ।
नाराजगी मैं गालियां भी बन गए  ।








चंद शब्द,,

©Vs Nagerkoti

#sad_quotes वो कुछ शब्द ही थे,,।

13 Love

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