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Avinash Jha

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उड़ चला मेरा मन बादलों की भांति, बातों में तेरी ऐ जिंदगी.

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White Unspoken Obituary Carved in echoes, lost in breath, A name dissolves, a fading step. A hollow shape, a paper ghost, A fleeting shadow—nothing close. The world still hums, the sun still burns, Yet silence swallows all returns. A smile stitched with brittle thread, A laughter choked, a soul half-dead. Pages rot where ink won’t spill, Letters twist against their will. A story buried, never read, A voice still whispering—long since dead. ©Avinash Jha

#Thinking  White Unspoken Obituary

Carved in echoes, lost in breath,
A name dissolves, a fading step.
A hollow shape, a paper ghost,
A fleeting shadow—nothing close.

The world still hums, the sun still burns,
Yet silence swallows all returns.
A smile stitched with brittle thread,
A laughter choked, a soul half-dead.

Pages rot where ink won’t spill,
Letters twist against their will.
A story buried, never read,
A voice still whispering—long since dead.

©Avinash Jha

#Thinking

10 Love

Unsplash तुम्हें याद है क्या? तुम्हें याद है क्या वो पहली बात, जब खामोशी ने चुरा ली थी रात। चाँदनी में लिपटे थे सपनों के पल, दिल की धड़कन सुनाता था जल। तुम्हें याद है क्या वो पहला सफर, जहाँ कदमों ने लिखे थे नए तेवर। हवा में बसती थी मीठी सी खुशबू, हर मोड़ पर लगता था कोई जादू। अब भी वो लम्हे दिल को छूते हैं, यादों के साये संग जीते हैं। तुम्हें याद है क्या वो बीता हुआ? क्यों लगता है जैसे कुछ छूटा हुआ। ©Avinash Jha

#library  Unsplash तुम्हें याद है क्या?

तुम्हें याद है क्या वो पहली बात,
जब खामोशी ने चुरा ली थी रात।
चाँदनी में लिपटे थे सपनों के पल,
दिल की धड़कन सुनाता था जल।

तुम्हें याद है क्या वो पहला सफर,
जहाँ कदमों ने लिखे थे नए तेवर।
हवा में बसती थी मीठी सी खुशबू,
हर मोड़ पर लगता था कोई जादू।

अब भी वो लम्हे दिल को छूते हैं,
यादों के साये संग जीते हैं।
तुम्हें याद है क्या वो बीता हुआ?
क्यों लगता है जैसे कुछ छूटा हुआ।

©Avinash Jha

#library

14 Love

White "कलकल करती काली काली, कावेरी की कोमल कलियां। कुंज कुसुम के कांत किनारे, कहकहे करते कनक किराने। कहां कस्तूरी, कहां कमल, कैसे कांप रहे कंचन जल। कलरव करती कनक कली, कंचुक कानन की कलकल।" ©Avinash Jha

#Motivational #Sad_Status  White "कलकल करती काली काली,
कावेरी की कोमल कलियां।
कुंज कुसुम के कांत किनारे,
कहकहे करते कनक किराने।

कहां कस्तूरी, कहां कमल,
कैसे कांप रहे कंचन जल।
कलरव करती कनक कली,
कंचुक कानन की कलकल।"

©Avinash Jha

#Sad_Status

16 Love

White दिल हैरान है, ख़्वाबों से परेशान है। हर सुबह सवाल करता, क्या ये जीने का अरमान है? चाहतों की दौड़ में थका हुआ, सुकून से कहीं दूर पड़ा हुआ। खुद से ही अब लड़ता है, क्या यही जीवन का सामान है? आसमान के तारे भी मद्धम हैं, दिल के ज़ख्म अब गहरे संगम हैं। फिर भी उम्मीद के साए में जीता, शायद यही उसका पहचान है। ©Avinash Jha

#good_night  White दिल हैरान है,
ख़्वाबों से परेशान है।
हर सुबह सवाल करता,
क्या ये जीने का अरमान है?

चाहतों की दौड़ में थका हुआ,
सुकून से कहीं दूर पड़ा हुआ।
खुद से ही अब लड़ता है,
क्या यही जीवन का सामान है?

आसमान के तारे भी मद्धम हैं,
दिल के ज़ख्म अब गहरे संगम हैं।
फिर भी उम्मीद के साए में जीता,
शायद यही उसका पहचान है।

©Avinash Jha

#good_night

15 Love

मेरे अल्फ़ाज़ खामोश लफ़्ज़ों की ज़ुबां बने, दिल की गहराइयों से उठे। हर दर्द का मरहम ढूंढें, हर खुशी का जश्न सजाएं। चंद अल्फ़ाज़, चंद एहसास, ज़िन्दगी की किताब के खास। जिनमें बहते हैं जज़्बात, सच, सपने और मुलाक़ात। कभी अश्क़, कभी मुस्कान, कभी ठहरी सी पहचान। ये अल्फ़ाज़ हैं मेरी रूह का हिस्सा, जो हर दिल को छू जाए, ऐसा किस्सा। ©Avinash Jha

 मेरे अल्फ़ाज़
खामोश लफ़्ज़ों की ज़ुबां बने,
दिल की गहराइयों से उठे।
हर दर्द का मरहम ढूंढें,
हर खुशी का जश्न सजाएं।

चंद अल्फ़ाज़, चंद एहसास,
ज़िन्दगी की किताब के खास।
जिनमें बहते हैं जज़्बात,
सच, सपने और मुलाक़ात।

कभी अश्क़, कभी मुस्कान,
कभी ठहरी सी पहचान।
ये अल्फ़ाज़ हैं मेरी रूह का हिस्सा,
जो हर दिल को छू जाए, ऐसा किस्सा।

©Avinash Jha

मेरे अल्फ़ाज़ खामोश लफ़्ज़ों की ज़ुबां बने, दिल की गहराइयों से उठे। हर दर्द का मरहम ढूंढें, हर खुशी का जश्न सजाएं। चंद अल्फ़ाज़, चंद एहसास, ज़िन्दगी की किताब के खास। जिनमें बहते हैं जज़्बात, सच, सपने और मुलाक़ात। कभी अश्क़, कभी मुस्कान, कभी ठहरी सी पहचान। ये अल्फ़ाज़ हैं मेरी रूह का हिस्सा, जो हर दिल को छू जाए, ऐसा किस्सा। ©Avinash Jha

12 Love

Unsplash आज भी दिल करता है, वो बातें पुरानी हों, ख्वाबों में फिर से वही कहानी हों। चाँद तले बैठें, तारों से बात करें, जिंदगी के हर ग़म को फिर मात करें। वो हंसी, वो लम्हे, फिर से सजने लगें, आज भी दिल करता है, सब अपने लगें। ©Avinash Jha

#lovelife  Unsplash आज भी दिल करता है, वो बातें पुरानी हों,
ख्वाबों में फिर से वही कहानी हों।
चाँद तले बैठें, तारों से बात करें,
जिंदगी के हर ग़म को फिर मात करें।
वो हंसी, वो लम्हे, फिर से सजने लगें,
आज भी दिल करता है, सब अपने लगें।

©Avinash Jha

#lovelife

11 Love

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