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New संसाधनों का विकास Status, Photo, Video

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Unsplash जीवंन के विकास क्रम. मे आचरण की शिथिलता स्पष्ट नजर आ रहीं हैँ संवेदनाओं के स्तर धीरे धीरे शून्यता की तरफ अग्रसर होते दिख रहेहैँ और बुलंदियों की सुदौल आकृति भी लड़खड़ाती हुई दिख रहीं हैँ ©Parasram Arora

 Unsplash जीवंन  के विकास क्रम. मे आचरण की शिथिलता स्पष्ट नजर आ रहीं हैँ

संवेदनाओं के स्तर धीरे धीरे शून्यता की तरफ अग्रसर होते दिख रहेहैँ 
और  बुलंदियों की सुदौल आकृति भी लड़खड़ाती हुई दिख रहीं हैँ

©Parasram Arora

जिवंन के विकास क्रम मे

14 Love

Unsplash बिकास के नए स्टेशनो क़ी दुरी अब तय होंगी बुलेट ट्रेनो क़ी तेज़ रफ्तारो से रिश्तोऔर संबंधो के नामकर्णअब तय होगे ताप मापी यत्रो से ©Parasram Arora

 Unsplash बिकास के नए 
स्टेशनो क़ी दुरी 
अब तय होंगी 
बुलेट ट्रेनो  क़ी तेज़ रफ्तारो से

रिश्तोऔर संबंधो के 
नामकर्णअब तय 
होगे ताप मापी यत्रो से

©Parasram Arora

विकास के नए मापदंड

17 Love

आज प्रजातंत्र,भीड़तंत्र में बदल चुका है भीड़, पहले नेतृत्व को विवश करती है अपनी सुख सुविधाओं के लिए.... फिर स्वयं विवश होती है अपने दुःख और दुविधाओं से...!! ©Anjali Jain

#विचार  आज प्रजातंत्र,भीड़तंत्र में बदल चुका है 
भीड़, पहले नेतृत्व को विवश करती है
 अपनी सुख सुविधाओं के लिए....
फिर स्वयं विवश होती है
 अपने दुःख और दुविधाओं से...!!

©Anjali Jain

आज का विचार 08.12.24 आज का विचार

17 Love

कठिन उद्यमों से,मैंने जीवन की माटी ,सींची हैं तकदीरों के मस्तक पर मेहनत की ,रेखा खींची हैं जब जब घाव लगा हैं बढ़ने थोड़ी आंखें भींची हैं अपनी ज़िद मैं लिए बड़ी ये दुनिया,कांच सरीखी हैं दिवास्वप्न मे लिप्त नहीं,मैं रही धरा पर वास किए सभी कंटकों से जूझी स्वयं विजयश्री की हासिल नहीं कोई इक भी अखियां मेरे घावों पर भीगी हैं कठिन उद्यमों से,मैने जीवन की माटी,सींची हैं ©ashita pandey बेबाक़

#विचार #sad_quotes  कठिन उद्यमों से,मैंने
जीवन की माटी ,सींची हैं 
तकदीरों के मस्तक पर 
मेहनत की ,रेखा खींची हैं
जब जब घाव लगा हैं बढ़ने
थोड़ी आंखें भींची हैं 
अपनी ज़िद मैं लिए बड़ी
ये दुनिया,कांच सरीखी हैं
दिवास्वप्न मे लिप्त नहीं,मैं 
रही धरा पर वास किए
सभी कंटकों से जूझी
स्वयं विजयश्री की हासिल
नहीं कोई इक भी अखियां
मेरे घावों पर भीगी हैं
कठिन उद्यमों से,मैने
जीवन की माटी,सींची हैं

©ashita pandey  बेबाक़

#sad_quotes आज का विचार आज का विचार शुभ विचार

15 Love

#वीडियो

बाल विकास परियोजना में महिलाओं ने किया सम्मान

135 View

White मै निः शब्द हु उस विकास के लिए जिसने गांव को शहर बना दिया जंगल को काट के रोड बना दिया ऑक्सीजन पैसों से बाट रहे हैं पुरखो की संस्कृति को फैशन बना दिया हमारी व्यवस्था को मिटाने के लिए दूसरी व्यवस्था बना दिया गया अपने पुरखो का कॉपी कर दिया गया इतना कुछ बदल जाने के बाद भी हमारे लोग फैशन को संस्कृति कहेंगे थाईयो को अपना पुरखा मानेंगे पक्के घरों को विकास मानेंगे रोड को उन्नति कहेंगे गर्व करो तुम अपने व्यवस्था को भूल के थाईयो के व्यवस्था की ओर जा रहे हो Preeti uikey 750 10/11/24 ©Gondwana Sherni 750

#विचार #sad_quotes  White मै निः शब्द हु उस विकास के लिए 
जिसने गांव को शहर बना दिया 
जंगल को काट के रोड बना दिया 
ऑक्सीजन पैसों से बाट रहे हैं 
पुरखो की संस्कृति को फैशन बना दिया 
हमारी व्यवस्था को मिटाने के लिए दूसरी व्यवस्था बना दिया गया 
अपने पुरखो का कॉपी कर दिया गया 
इतना कुछ बदल जाने के बाद भी 
हमारे लोग फैशन को संस्कृति कहेंगे 
थाईयो को अपना पुरखा मानेंगे 
पक्के घरों को विकास मानेंगे 
रोड को उन्नति कहेंगे 
गर्व करो 
तुम अपने व्यवस्था को भूल के थाईयो के व्यवस्था की ओर जा रहे हो

Preeti uikey 750
10/11/24

©Gondwana Sherni 750

#sad_quotes विकास विनाश

11 Love

Unsplash जीवंन के विकास क्रम. मे आचरण की शिथिलता स्पष्ट नजर आ रहीं हैँ संवेदनाओं के स्तर धीरे धीरे शून्यता की तरफ अग्रसर होते दिख रहेहैँ और बुलंदियों की सुदौल आकृति भी लड़खड़ाती हुई दिख रहीं हैँ ©Parasram Arora

 Unsplash जीवंन  के विकास क्रम. मे आचरण की शिथिलता स्पष्ट नजर आ रहीं हैँ

संवेदनाओं के स्तर धीरे धीरे शून्यता की तरफ अग्रसर होते दिख रहेहैँ 
और  बुलंदियों की सुदौल आकृति भी लड़खड़ाती हुई दिख रहीं हैँ

©Parasram Arora

जिवंन के विकास क्रम मे

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Unsplash बिकास के नए स्टेशनो क़ी दुरी अब तय होंगी बुलेट ट्रेनो क़ी तेज़ रफ्तारो से रिश्तोऔर संबंधो के नामकर्णअब तय होगे ताप मापी यत्रो से ©Parasram Arora

 Unsplash बिकास के नए 
स्टेशनो क़ी दुरी 
अब तय होंगी 
बुलेट ट्रेनो  क़ी तेज़ रफ्तारो से

रिश्तोऔर संबंधो के 
नामकर्णअब तय 
होगे ताप मापी यत्रो से

©Parasram Arora

विकास के नए मापदंड

17 Love

आज प्रजातंत्र,भीड़तंत्र में बदल चुका है भीड़, पहले नेतृत्व को विवश करती है अपनी सुख सुविधाओं के लिए.... फिर स्वयं विवश होती है अपने दुःख और दुविधाओं से...!! ©Anjali Jain

#विचार  आज प्रजातंत्र,भीड़तंत्र में बदल चुका है 
भीड़, पहले नेतृत्व को विवश करती है
 अपनी सुख सुविधाओं के लिए....
फिर स्वयं विवश होती है
 अपने दुःख और दुविधाओं से...!!

©Anjali Jain

आज का विचार 08.12.24 आज का विचार

17 Love

कठिन उद्यमों से,मैंने जीवन की माटी ,सींची हैं तकदीरों के मस्तक पर मेहनत की ,रेखा खींची हैं जब जब घाव लगा हैं बढ़ने थोड़ी आंखें भींची हैं अपनी ज़िद मैं लिए बड़ी ये दुनिया,कांच सरीखी हैं दिवास्वप्न मे लिप्त नहीं,मैं रही धरा पर वास किए सभी कंटकों से जूझी स्वयं विजयश्री की हासिल नहीं कोई इक भी अखियां मेरे घावों पर भीगी हैं कठिन उद्यमों से,मैने जीवन की माटी,सींची हैं ©ashita pandey बेबाक़

#विचार #sad_quotes  कठिन उद्यमों से,मैंने
जीवन की माटी ,सींची हैं 
तकदीरों के मस्तक पर 
मेहनत की ,रेखा खींची हैं
जब जब घाव लगा हैं बढ़ने
थोड़ी आंखें भींची हैं 
अपनी ज़िद मैं लिए बड़ी
ये दुनिया,कांच सरीखी हैं
दिवास्वप्न मे लिप्त नहीं,मैं 
रही धरा पर वास किए
सभी कंटकों से जूझी
स्वयं विजयश्री की हासिल
नहीं कोई इक भी अखियां
मेरे घावों पर भीगी हैं
कठिन उद्यमों से,मैने
जीवन की माटी,सींची हैं

©ashita pandey  बेबाक़

#sad_quotes आज का विचार आज का विचार शुभ विचार

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#वीडियो

बाल विकास परियोजना में महिलाओं ने किया सम्मान

135 View

White मै निः शब्द हु उस विकास के लिए जिसने गांव को शहर बना दिया जंगल को काट के रोड बना दिया ऑक्सीजन पैसों से बाट रहे हैं पुरखो की संस्कृति को फैशन बना दिया हमारी व्यवस्था को मिटाने के लिए दूसरी व्यवस्था बना दिया गया अपने पुरखो का कॉपी कर दिया गया इतना कुछ बदल जाने के बाद भी हमारे लोग फैशन को संस्कृति कहेंगे थाईयो को अपना पुरखा मानेंगे पक्के घरों को विकास मानेंगे रोड को उन्नति कहेंगे गर्व करो तुम अपने व्यवस्था को भूल के थाईयो के व्यवस्था की ओर जा रहे हो Preeti uikey 750 10/11/24 ©Gondwana Sherni 750

#विचार #sad_quotes  White मै निः शब्द हु उस विकास के लिए 
जिसने गांव को शहर बना दिया 
जंगल को काट के रोड बना दिया 
ऑक्सीजन पैसों से बाट रहे हैं 
पुरखो की संस्कृति को फैशन बना दिया 
हमारी व्यवस्था को मिटाने के लिए दूसरी व्यवस्था बना दिया गया 
अपने पुरखो का कॉपी कर दिया गया 
इतना कुछ बदल जाने के बाद भी 
हमारे लोग फैशन को संस्कृति कहेंगे 
थाईयो को अपना पुरखा मानेंगे 
पक्के घरों को विकास मानेंगे 
रोड को उन्नति कहेंगे 
गर्व करो 
तुम अपने व्यवस्था को भूल के थाईयो के व्यवस्था की ओर जा रहे हो

Preeti uikey 750
10/11/24

©Gondwana Sherni 750

#sad_quotes विकास विनाश

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